आइटम गर्ल से मान्यता कैसे बन गईं मिसेस दत्त, ये कहानी है बेहद रोचक

संजय दत्त ने अपनी बायोपिक ‘संजू’ में दावा किया है कि वो अपनी जिंदगी में 308 लड़कियों को डेट कर चुके हैं. उनकी कलरफुल लाइफ को देखते हुए ऐसा संभव भी लगता है लेकिन इन 308 लड़कियों में से बाबा ने केवल तीन लड़कियों से शादी की. ये थी रिचा शर्मा, रिया पिल्ले और मान्यता उर्फ़ दिलनवाज शेख. मान्यता से उनकी शादी के जितने चर्चे हुए उतने शायद ही किसी और के हुए..! जानते हैं कैसे बी ग्रेड फिल्मों की हीरोइन दिलनवाज शेख संजय दत्त की तीसरी बीबी बनने में सफल रही.

मान्यता का जन्म मुंबई की एक मुस्लिम फैमिली में हुआ था. हालांकि उनकी परवरिश दुबई में हुई. दुबई से मुंबई आईं मान्यता सक्सेसफुल एक्ट्रेस बनना चाहती थीं. लेकिन उन्हें कोई बड़ा रोल नहीं मिला तो वो ‘B’ ग्रेड फिल्मों में काम करने लगी थीं. मान्यता ने 2005 में B ग्रेड मूवी ‘लवर्स लाइक अस’ में काम किया जिसमें उन्होंने काफी बोल्ड सीन्स दिए लेकिन इससे उन्हें कोई फायदा नहीं मिला.
साल 2003 में आई प्रकाश झा की फिल्म ‘गंगाजल’ में मान्यता ने एक आइटम सॉन्ग ‘अल्हड़ जवानी’ किया था. इसी के बाद मान्यता को बॉलीवुड में पहचान मिली. मान्यता जब बॉलीवुड में आईं तो उन्होंने अपना नाम सारा खान रख लिया था. हालांकि गंगाजल में काम करने के बाद प्रकाश झा ने ही उन्हें नया स्क्रीन नेम मान्यता दिया.
मान्यता और संजय दत्त की पहली मुलाकात एक कॉमन फ्रेंड के जरिए हुई थी. इन दिनों संजय दत्त एक पाकिस्तानी आर्टिस्ट नादिया दुर्रानी को डेट कर रहे थे. लेकिन मान्यता ने इस रिश्ते में सेंध लगा दी जिसके बाद दुर्रानी वापस लौट गई. करीब दो साल तक एक-दूसरे को डेट करने के बाद संजय दत्त और मान्यता ने फरवरी, 2008 में शादी कर ली.

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