इस अस्पताल में ग्रह-नक्षत्र के भरोसे होता इलाज, सिस्टम जानकर हो जायेंगे हैरान

नई दिल्ली। ऐसे कई डॉक्टर हैं जिन्हें ज्योतिष, भूत-प्रेत जैसी धार्मिक चीजों पर विश्वास नहीं होता। और जिन्हें होता है वे इन सब चीजों को अपने काम का हिस्सा नहीं बनाते। लेकिन जब आपको यह पता चलेगा कि एक अस्पताल ऐसा है जहां ज्‍योतिष की मदद से मरीज़ों का इलाज किया जाता है, तो वाकई आप हैरान रह जाएंगे। जयपुर स्थित यूनिक संगीता मेमोरियल अस्पताल में मरीज़ो के इलाज से पहले उनकी कुंडली देखी जाती है। इस अस्पताल में जहां उम्‍दा और आधुनिक तरीकों से लोगों का इलाज किया जाता है वहीं उन्हें एडमिट करने से पहले उनकी कुंडली देखी जाती है।

बता दें कि इसी साल फरवरी में राजस्‍थान कांग्रेस सरकार द्वारा इस अस्पताल का उद्घाटन किया गया था। इसके उद्घाटन के दौरान पूर्व मुख्‍यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया भी मुख्‍य अतिथि के तौर पर शामिल हुई थीं। यहां दवाइयों के काउंटर के साथ-साथ एक ज्योतिष काउंटर भी खोला गया है। इस खास अस्पताल में एलोपैथी के साथ-साथ आयुर्वेद, योग, ज्योतिष की सुविधाएं भी मौजूद हैं।

एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अस्‍पताल प्रबंधन का दावा है कि यहां आने वाले मरीज़ों को पहले ज्योतिष काउंटर पर भेजा जाता है और वहां उनकी कुंडली बनाई जाती है। अस्‍पताल प्रबंधन का कहना है कि कुंडली देखकर जब वे मरीज़ो की बीमारियों के बारे में पता लगाते हैं तो इस दिशा में इलाज शुरू करने से मरीजों को भी संतोष होता है।

अगर कुंडली न हो तो
अगर किसी व्यक्ति के पास उसकी कुंडली मौजूद नहीं है, तो कुछ जरूरी जानकारियां जैसे- मरीज की जन्म तिथि, जन्म स्थान, जन्म का समय आदि पूछकर अस्पताल में ही तुरंत उसकी कुंडली बना दी जाती है। मरीज का नंबर आने पर डॉक्टर के सामने उसकी कुंडली पेश की जाती है, जिसके आधार पर डॉक्टर मरीज को उसके रोग, खतरे और इलाज के बारे में बताते हैं।

इस तरह किया जाता है इलाज
हॉस्पिटल में नॉर्मल इलाज वैदिक रीति रिवाजों के साथ किया जा है। यानी अगर आप चाहे तो वेदों में दिए हुए मंत्रों के माध्यम में रोगी का इलाज करा सकते है। इसके अलावा हॉस्पिटल में आर्युवेदिक, यूनानी और एलोपैथी के द्वारा भी ट्रिटमेंट किया जाता है।

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