कहां छुपा था बदायूं गैंगरेप का मुख्य आरोपी महंत? जानिए कौन कर रहा था मदद…

उत्तर प्रदेश के बदायूं के गैंगरेप और हत्याकांड मामले में फरार चल रहे पुजारी सत्यनारायण को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने गुरुवार रात उसे मेवली गांव में एक भक्त के घर से पकड़ा। इससे पहले पुलिस ने सत्यनारायण पर 25 हजार का इनाम रखा था, जिसे बाद में बढ़ाकर 50 हजार कर दिया था। सत्यनारायण को ग्रामीणों ने पकड़कर पुलिस के हवाले किया।

आरोपी पुजारी ने एक बार मोबाइल ऑन किया था, जिससे बुधवार को ही उसके आसपास होने की सूचना मिल गई थी। इसके बाद कई थानों की पुलिस के साथ स्वात टीम भी गांव के आसपास लग गई थी। दबाव बढ़ने के बाद ग्रामीणों ने पुजारी की सूचना दी और बाद में उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।

पुजारी से पूछताछ करने थाने पहुंचे आईजी
गिरफ्तारी की जानकारी मिलने के बाद बरेली के आईजी राजेश पांडेय भी थाने पहुंचे। फिलहाल पुजारी से पूछताछ जारी है। 3 जनवरी की रात हुई घटना के बाद 5 जनवरी को 3 लोगों के खिलाफ महिला के साथ गैंगरेप और हत्या का मामला दर्ज किया गया था। दो आरोपी जसपाल और वेदराम को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले में संज्ञान लेते हुए ADG अविनाश चंद को भेजा था।

थानाध्यक्ष और दरोगा पर लापरवाही का केस दर्ज

वहीं महिला से गैंगरेप और हत्याकांड मामले में एसएसपी ने कार्रवाई करते हुए उघैती थाने के निलंबित थानाध्यक्ष राघवेंद्र प्रताप सिंह और दरोगा अमरजीत पर लापरवाही का मुकदमा दर्ज किया गया है। देवेंद्र कुमार धामा की एसएसपी ने नया थानाध्यक्ष नियुक्त किया है।

तीनों आरोपियों ने पार की हैवानियत की हदें
मामला बदायूं के उघैती के एक गांव का है। यहां 50 साल की एक महिला रविवार शाम 6 बजे पूजा के लिए मंदिर गई थी। दो-तीन घंटे बीत जाने के बाद भी जब वह घर नहीं लौटी तो घर वाले थाने गए, लेकिन पुलिस ने रात 11 बजे तक उनकी कोई बात नहीं सुनी। आरोपी दरवाजे की कुंडी खटखटा कर महिला का शव फेंककर फरार हो गए।

आरोपियों ने जाते समय बताया कि महिला कुएं में गिर गई थी, जबकि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पीड़ित के प्राइवेट पार्ट में लोहे की रॉड और कपड़ा डालने जैसी चीजें उजागर हुई थीं। अब तीनों आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं।

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