किसानों के फल-सब्जियां नहीं होंगे ख़राब, खेतों पर बनेंगे 5 मीट्रिक टन के कोल्ड स्टोरेज

किसानों की फसल का उचित भंडारण हो सकें इसके लिए मध्य प्रदेश सरकार ने अधिक से अधिक कोल्ड स्टोरेज निर्माण करने की कवायद शुरू कर दी है. साथ ही इस बात का भी ध्यान रखा जाएगा कि कोल्ड स्टोरेज किसानों के अनुकूल हो ताकि उन्हें भंडारण में किसी प्रकार की समस्या न आए. इसके लिए हाल ही में राज्य के खाद्य प्रसंस्करण (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह ने अफसरों को निर्देश दिए कि कोल्ड स्टोरेज की डिजाइन का स्वीकृत करते समय किसानों के अनुकूल होने का ख़ास ध्यान रखा जाए.

उन्होंने कहा कि कोल्ड स्टोरेज निर्माता और निर्माण की सामग्री तथा उपकरण प्रदान करने वालों को इन बातों का विशेष ध्यान रखना होगा. इसके लिए उन्हें अपने प्रोजेक्ट में इन प्रावधानों को शामिल करना होगा. यह निर्देश राज्य मंत्री ने 5 मीट्रिक टन क्षमता के  कोल्ड स्टोरेज बनाने की योजना पर चर्चा करते हुए विभागीय अफसरों को दिए. बता दें कि इस योजना के तहत खेतों पर ही 5 मीट्रिक टन क्षमता वाले कोल्ड स्टोरेज बनाए जाएंगे ताकि किसानों को भंडारण की सुविधा मिल सकें. 

इस दौरान राज्य मंत्री कुशवाह ने बताया कि प्रदेश में अब तक बड़ी मंडियों के पास ही 5 हजार मीट्रिक टन के कोल्ड स्टोरेज बने हुए हैं. यही वजह है कि प्रदेश के हार्टिकल्चर विभाग ने खेतों पर 5 मीट्रिक टन के कोल्ड स्टोरेज बनाने की योजना शुरू की है जिससे किसानों को सब्जी और फलों को अधिक समय से सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी.

यह कोल्ड स्टोरेज किसानों के अनुकूल होने के साथ गुणवत्तायुक्त सामग्री से बनाए जाएंगे. इस अवसर पर हार्टिकल्चर विभाग के कमिश्नर एम.के. अग्रवाल, एमडी एग्रो श्रीकांत बनोठ समेत अन्य अफसर मौजूद थे. 

खबर साभार : कृषि जागरण

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