चीन से तनाव के बीच वायुसेना हुई और ताकतवर, एयरफोर्स ने की आकाश मिसाइल की टेस्टफायरिंग

नई दिल्ली :  पूर्वी लद्दाख में जारी गतिरोध के बीच चीनी एयर फोर्स से पैदा हुए खतरों से निपटने की रणनीति के तहत भारतीय वायुसेना ने आकाश मिसाइलों की टेस्टफायरिंग की। वायुसेना ने परीक्षण के तौर पर करीब 10 आकाश मिसाइलें दागीं। मिसाइल दागने की क्षमता के परीक्षण के वक्त इस बात का ध्यान रखा गया कि संघर्ष बढ़ने की सूरत में अगर दुश्मन के विमान भारतीय वायु सीमा का उल्लंघन करें तो उन्हें हर परिस्थिति में मार गिराया जाए।

CGWF 2020 एक्सरसाइज में आकाश ने दिखाया दम
इसके लिए आंध्र प्रदेश के सूर्यलंका टेस्टफायरिंग रेंज में अलग-अलग परिदृश्य पैदा की गईं जहां पिछले हफ्ते परीक्षण किया गया। इस दौरान आकाश मिसाइलों ने लक्ष्यों पर सीधा हमलाकर मार गिराया। सरकारी सूत्रों ने बताया, ‘एयर फोर्स ने कंबाइंड गाइडेड वेपंस फायरिंग 2020 एक्सरसाइज के दौरान करीब 10 आकाश मिसाइलें दागीं। इसमें संभावित संघर्ष के दौरान अलग-अलग सेनारियो में दुश्मन के जहाजों को मार गिराने के अभ्यास किया गया। ज्यादातर मिसाइलों का लक्ष्य पर सीधा निशाना लगा।’

दुश्मन ने नजर गड़ाई तो मिलेगा करारा जवाब

इंडियन एयर फोर्स ने एक्सरसाइज के दौरान आकाश मिसाइलों के साथ-साथ कंधे पर रखकर दागी जाने वाली इग्ला मिसाइलों का भी परीक्षण किया। बड़ी बात यह है कि ये दोनों सिस्टम अभी पूर्व लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के साथ-साथ दूसरे सेक्टरों में लगे हैं ताकि दुश्मन का कोई जहाज भारतीय वायुसेना में घुसने का प्रयास करे तो उसे तुरंत मार गिराया जा सके।

घातक देसी हथियारों में एक आकाश

सूत्रों ने कहा कि आकाश देश में बने सफलतम वेपंस सिस्टम में एक है। यह देसी हथियारों से युद्ध लड़ने की भारतीय सेना की चाहत पूरी करेगी। आकाश मिसाइल को हाल ही में अपग्रेड किया गया है और इसमें तलाशी यंत्र लगाए जा रहे हैं ताकि लक्ष्य को ढूंढने में पहले से ज्यादा आसानी हो। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) आकाश प्राइम मिसाइल सिस्टम को बहुत ऊंचाई वाले लक्ष्यों को भी भेदने के योग्य बनाने में जुटा है।

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