पेशवा बाजीराव ने की थी ‘रहमदिल’ गलती, 250 साल सजा भुगता हिंदुस्तान

बाजीराव का नाम तो आपने सुन ही रखा होगा जो महाराष्ट्र के मराठा साम्राज्य के अनमोल रत्न कहे जाते है और उनके नाम से मुग़ल बिलकुल ही कांपने लग जाते थे लेकिन इस मराठा योद्धा ने भी वो गलती कर दी जिसकी सजा हिन्दुस्तान अगले कई सालो तक लगातार भुगतता रहा. पेशवा का सपना था कि वो मुगलों को बाहर खदेड़कर पूरे हिन्दुस्तान को एक सूत्र में बांधे और इसके लिए वो लगातार जंग भी करते रहे. उन्होंने दिल्ली से जंग की और लगभग हरा भी दिया था. उस वक्त दिल्ली का सम्राट मोहम्मद शाह था और मोहम्मद शाह की दिल्ली को बाजीराव हरा चुके थे और फिर वो वापिस लौट गये पर जाते ही मोहम्मद शाह ने फिर से खुदको सम्राट घोषित कर दिया तो  बाजीराव एक बार फिर से दिल्ली की और कूच कर गये.

उस वक्त दिल्ली में मुग़ल फ़ौज कम थी जिसके चलते उन्होंने दिल्ली के मुग़ल सम्राट के महल को कैद कर लिया अपनी फ़ौज के जरिये. अब वो चाहते तो महल के अन्दर घुसकर मोहम्मद शाह को मार सकते थे और खुद सम्राट हो जाते,

लेकिन ऐसा नही किया वो काफी वक्त बाहर ही रहे और उसके बाद उन्हें अपने घर अपने मराठा की याद आने लगी और वो महल छोड़कर के चले गये. उन्होंने मोहम्मद शाह के प्राण बक्श दिए और इसके बाद में दुबारा से मुग़ल साम्राज्य खड़ा हुआ और जब तक अंग्रेज नही आये तब तक मुगलों ने ऐसे ही हिन्दुस्तान को लगातार लूटने का भरसक प्रयास किया.

अगर बाजीराव उस वक्त मोहम्मद शाह को ख़त्म करके वहाँ के राजा बन जाते तो आज मुग़ल साम्राज्य जैसी चीजे बहुत ही कम होती और कही न कही ये सब कुछ अलग ही दृश्य होता पर उन्होंने ऐसा नही किया और कही न कही चाहे पृथ्वीराज हो या फिर बाजीराव हो सभी ने माफी दे देकर ही मुगलों को बार  बार मौक़ा दिया था कि वो बार बार हमले कर सके.

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