बच्चियों से लेकर किन्नर तक को इस शैतान ने नहीं छोड़ा

इस समाज में एक से एक कीटाणु और जीवाणु है, जो सिर्फ अपने मौज के लिए किसी को भी हवस का शिकार बना सकते हैं. किसी को भी मार सकते हैं. ऐसे जीवाणु जो इंसान के भेष में हैवान है. शेर की खाल पहने इस भेड़िये ने जानवरों को भी पीछे छोड़ दिया. महिला बच्चे बच्चियां, यहां तक की किन्नर को भी इस शख्स ने अपने जाल में फंसाया और सबके साथ रेप किया. ये ऐसा जीवाणु है जिसने एक दो नहीं चालीस से ऊपर रेप किए. और हर बार फरार हो जाता.

जी हाँ सिकंदर खान के कारनामों का जब खुलासा हुआ तो सब चौंक गए, जब उसका चेहरा सामने आया तो पूरा शहर दंग रह गया, क्यूंकि इस सिकंदर ने दुनिया नहीं जीती बल्कि नादिरशाह की तरह सबके इज़्ज़तों को लूटा. उनको अपनी हवस का शिकार बनाया. उसने ना तो किसी की उम्र देखी, ना जात पात और ना ही लिंग. उसने सबमे देखा तो बस अपनी हवस. और अपने अंदर की आग को बुझाने के लिए, अपने जिस्म की प्यास को बुझाने के लिए, और अपनी काम भावना को तृप्त करने के लिए कई लोगों को अपना शिकार बनाया.

जी हाँ आज हम बात कर रहे हैं उस जीवाणु की जिसने समाज के अंदर रहकर सिर्फ गंदगी फैलाई. जिसको अब साइको रेपिस्ट कहा जा रहा है. सिकंदर खान उर्फ़ जीवाणु ने कबूला कि उसने 40 से भी अधिक बच्चों व वयस्कों का बलात्कार किया है. और इन सब में कथित तौर पर उसके दोस्त कीटाणु ने भी कई वारदातों में उसका साथ दिया. मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक़ इस कीटाणु का नाम है रफीक , कीटाणु और जीवाणु की ये जोड़ी कोहराम मचा रही थी. और इनका कोई कीटनाशक भी नहीं था. जो समाज से इन दोनों को खत्म कर सके. ये इतना शातिर था की 40 बच्चे महिलायें पुरुषों और किन्नरों के साथ भी अप्राकृतिक यौन शोषण कर चुका है. लेकिन, उसके खिलाफ पुलिस रिकॉर्ड में सिर्फ 12 केस दर्ज हैं. जिनमें वह 6 बार जेल जा चुका है. पर अब ये सिकंदर खान जेल की काल कोठरी में ज़िन्दगी बिताएगा, और शायद मौत की भीख मांगेगा. लेकिन इसकी अकड़ अभी भी टूटी नहीं हैं आराेपी ने पकड़े जाने के बाद पुलिस अधिकारियाें काे कहा था कि जेल से छूटने के बाद उसकी सूचना देने वाले काे वह माैत के घाट उतारेगा. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ कोर्ट में उसके खिलाफ 111 दस्तावेज पेश किए गए. उसके घर से एक पेंटिंग मिली थी, जिसमें उसने खुद को ‘मौत का कहर’ बता रखा था.

दरअसल 23 जून 2019 काे चार साल की बालिका के साथ दुष्कर्म एवं एक जुलाई काे सात साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया था. इस मामले को लेकर शहर में आक्रोश बढ़ा तो पुलिसवालों का गुस्सा भी. वहीं ये जीवाणु जयपुर के शास्त्री नगर व भट्टा बस्ती में चार साल व सात साल की बालिकाओं से दुष्कर्म कर काेटा भाग गया था. लोगों का गुस्सा देखकर कहीं न कहीं पुलिसवालों को भी डर सताने लगा की कहीं इस मामले को धार्मिक रंग देकर शहर में तनावपूर्ण स्थिति पैदा ना हो जाए. इस शातिर को कमिश्नरेट की टीम पकड़ कर लाई और महज 23 दिन में जांच पूरी कर काेर्ट में चालान पेश किया. साथ ही काेर्ट में 36 गवाहाें के बयान करवाए. अब इसी से अंदाज़ा लगा लीजिए की ये जीवाणु समाज के लिए कितना खतरनाक है. मामले का खुलासा करने वाले दाे पुलिसकर्मी दिनेश यादव व माेहम्मद मरगूब काे आउट ऑफ टर्न प्रमाेशन दिया गया. साथ ही डीजीपी ने अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त धर्मेन्द्र सागर एवं उनकी टीम काे डीजीपी डिस्क से सम्मानित किया गया. बता दें शुक्रवार काे पाेक्साे कार्ट ने अभियुक्त सिकंदर उर्फ जीवाणु काे आजीवन कारावास व तीन लाख 11 हजार रूपए के जुर्माने की सजा सुनाई है.

पुलिस पूछताछ में जीवाणु ने बताया था कि वह एक जुलाई को शास्त्री नगर में नाबालिग बालिका से दुष्कर्म के बाद दाे जुलाई को जयपुर में ही नाई की थड़ी के पास छिपा था. अखबाराें में सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद वह जयपुर से फरार हाे गया. चार जुलाई को टोंक की ओर चला गया था और पांच जुलाई को देवली के ठेके पर सेल्समैन से झगड़ा किया. आपराधिक मानसिकता वाले इस जीवाणु ने वहां भी वह मैनेजर सोहन लाल को गोली मारकर 20 हजार रुपये लेकर फरार हो गया. देवली में लूट के बाद में आरोपी जीवाणु कोटा में अपने दोस्त के पास जाकर छिप गया. इधर पुलिस रेपिस्ट के मोबाइल नंबर को ट्रैक कर रही थी. और उन्हें कोटा की लोकेशन मिली, पुलिस कोटा पहुंची और शनिवार की शाम 5 बजे भीमगंज में चाय की थड़ी पर उसे धर दबोचा.

इसके क्राइम रिकॉर्ड को देखे तो सिकंदर खान को साल 2001 में पुलिस ने पकड़ा था. उसने चोरी की पहली वारदात को अंजाम दिया था. इसके बाद उसने सेंध मारी की दो अन्य वारदातों को अंजाम दिया, बाद में जमानत पर बाहर आ गया था. साल 2011 में मुरलीपुरा से एक बच्चे को ब्रेड दिलाने के बहाने अपने साथ ले गया और कुकर्म के बाद उसकी हत्या कर शव को पानी की टंकी में डाल दिया था. इस मामले में भी उसे उम्रकैद की सजा हुई, लेकिन वह 2015 में जेल से जमानत पर बाहर आ गया था. और बाहर आकर फिर से वही काम किया. जीवाणु ने पूछताछ में खुलासा किया कि वह शास्त्री नगर में नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या करना चाहता था. कोटा में फरारी के दौरान जीवाणु ने अपने परिचित को बताया कि दुष्कर्म के बाद बच्ची की हत्या नहीं करना उसकी सबसे बड़ी भूल रह गई.

इस जीवाणु की मेडिकल जांच की गई तो पता चला की उसे एड्स हैं. आरेापी ने पूछताछ में बताया कि खानाबदाेश रहने वाली महिलाओं काे झांसा देकर कई बार दुष्कर्म किया. और अपने साथी कीटाणु के साथ चैन स्नैचिंग की भी कई वारदातों को कबूला. इस शख्स को लेकर अदालत ने अपने आदेश में कहा कि मामला विरलतम से विरल नहीं होने के कारण उसे फांसी की सजा नहीं दी जा रही है, लेकिन ऐसे अपराधियों को समाज से दूर करना जरूरी है. ऐसे में अभियुक्त को मृत्यु तक जेल में ही रखा जाए.

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