भारत में दोबारा वापसी करने के लिए PUBG का एक और नए कदम

चाइनीज स्मार्टफोन गेम PUBG पर भारत सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया था, जिन यूजर्स के फोन में वो गेम इन्सटॉल था, वो लोग प्रतिबंध के बावजूद इसे गैरकानूनी रूप से खेल रहे थे। भारत सरकार इसको लेकर चिंतित थी। इसलिए उसने इंटरनेट के जरिए भी PUBG पर प्रतिबंध लगा दिया था। इस गेम को मनोवैज्ञानिक रूप से भी काफी खतरनाक माना जाने लगा था। इसके साथ ही वो राष्ट्रीय सुरक्षा के एक भी एक बड़ा खतरा माना जाता था जो कि भारत सरकार द्वारा प्रतिबंध लगाने की सबसे बड़ी वजह थी। PUBG ने भारत में वापसी के लिए कई बड़ी कंपनियों से बात की थी और भारत सरकार से भी प्रतिबंध हटाने पर बात की थी, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।

Krafton.inc के स्वामित्व वाला स्मार्टफोन गेम PUBG अब देश में दोबारा वापसी करने के लिए एक नए कदम के साथ आया है। ऐसा माना जा रहा है कि कंपनी ने अब माइक्रोसॉफ्ट के साथ करार कर लिया है। PUBG अब देश में माइक्रोसॉफ्ट के Azure क्लाउड प्लेटफॉर्म से जुड़े सर्वर पर चलेगा। Krafton का कहना है कि डेटा और प्राइवेसी के लिए कंपनी सर्वोच्च प्राथमिकता रखती है। इसके लिए ही वह माइक्रोसॉफ्ट के साथ बातचीत कर रही है जो कि अंतिम दौर में है।

प्रेस विज्ञाप्ति के अनुसार, “कंपनी सुरक्षा के लिए सर्वोच्च मानकों पर काम कर रही है, और इसको लेकर सभी तरह के नियमों और कानूनों का पालन किया जाएगा।” 

हालांकि, इसकी वापसी को लेकर अभी किसी भी तरह की कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। ये सभी मीडिया द्वारा लगाए जा रहे कयास से ज्यादा कुछ भी नहीं है।इन सबसे इतर मीडिया रिपोर्ट लगातार यही बता रहे हैं कि PUBG की जल्द ही वापसी हो सकती है, और इसकी जल्द ही आधिकारिक घोषणा भी की जा सकती है। वहीं कुछ रिपोर्ट्स का कहना है कि PUBG की वापसी इस साल के अंत तक ही होगी। PUBG का भारत में एक बड़ा यूजर बेस था। यहां करीब 50 मिलियन लोग इसके सक्रिय प्लेयर्स थे। ऐसे में इतने बड़े मार्केट का हाथ से निकलना कंपनी के लिए किसी झटके की तरह ही था। इसलिए वो भारत में वापसी के हर संभव प्रयास कर रहा था, लेकिन भारत सरकार से बातचीत में इसे केवल निराशा ही हाथ लगी।

हम आपको अपनी पहली एक रिपोर्ट में बता चुके हैं कि किस तरह से PUBG भारत में पैर जमाने की कोशिश कर रही थी। इसने भारत सरकार को ये आश्वासन भी दिया था कि उसका अब चाइनीज कंपनी टेन्सेंट से कोई भी लेना देना नहीं है, और टेन्सेंट के पास अब प्रकाशन का कोई भी अधिकार नहीं है।

भारत के लिए प्राथमिक मुद्दा निजता और डेटा की सुरक्षा का था। भारत सरकार का कहना था कि उसके नागरिकों की जानकारियां लीक हो रहीं हैं। वहीं ये देश के युवाओं के स्वभाव पर एक प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा था जो कि देश के लिए एक सबसे चिंताजनक बात थी। ऐसा में  माइक्रोसॉफ्ट से करार के बाद अब ये देखना बेहद महत्वपूर्ण है कि भारत सरकार देश में PUBG के वापसी सुनिश्चित करती है या PUBG को एक बार फिर निराशा ही हाथ लगती है।

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