संजीव कुमार ने जब हेमा मालिनी को किया था प्रपोज, वहीं मौजूद थे धर्मेंद्र !

हेमा मालिनी की रोमांटिक किताब में कई पन्ने आये लेकिन उनकी इस किताब के सबसे पहले चैप्टर संजीव कुमार ही थे. कहा तो ये भी जाता है कि हेमा भी संजीव कुमार को बहुत पसंद करती थी. लेकिन हेमा की मां जया चक्रवर्ती को ये रिश्ता रास नहीं आया और हेमा भी परिवार के खिलाफ जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाई. लेकिन धर्मेंद्र इस मामले में लकी रहे. खैर… धर्मेंद्र के इश्क में गिरफ्तार होने से पहले हेमा और संजीव कुमार के बीच रोमांस चल रहा था और दोनों धर्मेंद्र की आंखों के सामने ही अपनी मोहब्बत का इज़हार भी किया करते थे. जाहिर है ये धर्मेंद्र के लिए किसी सदमे से कम नहीं था.

किस्सा रमेश सिप्पी की फिल्म ‘सीता और गीता’ की शूटिंग के दौरान का है. इस फिल्म की शूटिंग के दौरान संजीव कुमार और हेमा मालिनी के बीच रोमांस जोरों पर था और धर्मेंद्र भी हेमा को चाहते थे. लेकिन हेमा फिलहाल संजीव कुमार को ज्यादा भाव दे रही थी. ऐसे में बेचारे धर्मेंद्र मन मसोस कर रहने के अलावा और कर भी क्या सकते थे.

जब भी मौक़ा मिलता संजीव कुमार हेमा से प्यार का इजहार करने का मौक़ा नहीं चूकते. कभी-कभी तो वो धर्मेंद्र के साथ भी अपने अनुभवों को शेयर करते. धर्मेंद्र की नजर भी हेमा पर है शायद संजीव कुमार को ये खबर नहीं थी. धर्मेंद्र संजीव कुमार की बातों को सुनते और मुस्कुरा कर रह जाते.

संजीव कुमार की आदत ये थी कि जब भी वो नशे में होते चिल्ला-चिल्लाकर पूरी यूनिट को अपनी और हेमा की प्रेमकहानी का बखान करने लगते. जाहिर है उनकी इस आदत से हेमा काफी परेशान हो चुकी थी. नशे की झोंक में एक दिन संजीव कुमार हेमा की मां जया चक्रवर्ती के पास पहुंचे और उनसे हेमा का हाथ मांगने लगे. यही वो घटना थी जिसने हेमा को संजीव कुमार से हमेशा के लिए छीन लिया.

जया चक्रवर्ती की सख्ती के कारण हेमा और संजीव कुमार के बीच बातचीत भी बंद हो गयी. पूरी फिल्म की शूटिंग के दौरान हेमा और संजीव कुमार एक दूसरे से आंखें बचाते रहे. किस्मत से मिले इस मौके को लपकने में धर्मेंद्र ने देर नहीं लगाईं. बाकी तो सबको पता ही है .

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