इंडियन प्रीमियर लीग(आईपीएल) एक ऐसा मंच हैं, जिस पर दुनियाभर के बड़े-बड़े खिलाड़ी खेलना चाहते हैं. हालाँकि सभी के लिए ये संभव नहीं हैं. आईपीएल 2020 में मुंबई इंडियंस ने दिल्ली कैपिटल्स को हराकर पांचवा खिताब अपने नाम किया. लेकिन आज इस लेख में हम पांच ऐसे खिलाड़ियों के बारे में जानेगे, जिन्होंने सबसे कम मैच खेलने के बाद आईपीएल ट्रॉफी जीत ली हैं.
5) अनिरुद्ध श्रीकांत- 20 मैच
आईपीएल के शुरुआती वर्षों में, चेन्नई सुपर किंग्स की आभा कुछ और थी. एक दशक पहले खिताब जीतने की उनकी हैट्रिक से इसे सबसे अच्छा समझाया जा सकता है. सबसे पहले, उन्होंने 2010 में अपना पहला आईपीएल खिताब जीता और फिर उसी साल बाद में चैंपियंस लीग टी20 जीत के साथ तेजी से दबदबा कायम किया. टीम ने 2011 के संस्करण में अपनी आईपीएल चैंपियनशिप का सफलतापूर्वक डिफेंड किया.
अनिरुद्ध लगभग सात सत्रों के लिए सीएसके टीम का हिस्सा थे. फिर भी, उन्होंने केवल 20 मैच खेले. सौभाग्य से, उन्होंने अपने करियर के सबसे बड़े खेलों में से एक खेला जब चेन्नई ने उन्हें 2010 के आईपीएल फाइनल में प्लेइंग इलेवन में शामिल किया. हालांकि उन्होंने उस खेल में केवल 6 रन बनाए. लेकिन वह पीछे मुड़कर देख सकते हैं और कह सकते हैं कि उन्होंने कुछ ऐसा हासिल किया है जो टी20 के कुछ महान खिलाड़ियों को करना बाकी है, यानी आईपीएल ट्रॉफी जीतना.
4) जगदीश सुचित – 15 मैच
कर्नाटक के स्पिनर जगदीश सुचित ने आईपीएल 2015 में मुंबई इंडियंस टीम का का हिस्सा थे. इस फिरकी गेंदबाज ने अपने पहले सीजन में बल्ले और गेंद से शानदार खेल दिखाया था. सीजन में उन्हें 13 मुकाबले खेलने को मिले थे, जिस दौरान उन्होंने 10 विकेट अपने नाम किये थे और मुंबई इंडियंस चैंपियन दूसरी बार बनकर उभरी थी.
3) लुंगी एंगिड़ी- 11 मैच
साउथ अफ्रीका की युवा प्रतिभा लुंगी एंगिड़ी ने आईपीएल 2018 में चेन्नई सुपर किंग्स की ओर खेलते हुए डेब्यू किया था और यादगार प्रदर्शन करते हुए अपनी टीम को चैंपियन बनाया था. लुंगी ने सीजन में खेले सिर्फ 7 मैचों में 14.18 की औसत और 6 की इकॉनोमिक दर से 11 खिलाड़ियों को पवेलियन की राह दिखाई थी. लुंगी ने अब तक आईपीएल आईपीएल करियर में 11 मैचों में 20 विकेट लिए हैं.
2) नीरज पटेल- 9 मैच
आईपीएल के पहले सीजन में शेन वार्न की राजस्थान रॉयल्स ने अन्य सात स्टार-पैक टीमों को हराकर खिताब जीता और यह इसलिए है क्योंकि उनके कप्तान और टीम प्रबंधन ने अपने संसाधनों का समझदारी से इस्तेमाल किया. उन्होंने स्वप्निल असनोडकर, सिद्धार्थ त्रिवेदी, और नीरव पटेल जैसी भारतीय घरेलू प्रतिभाओं पर अपना दांव लगाया.
गुजरात के इस खिलाड़ी ने सीजन में खेले 5 मैचों में 51.50 की औसत और 127.16 की स्ट्राइक रेट से 103 रन बनायें हैं. हालंकि इस सीजन के बाद वः पूरी तरह विफल रहे और फिर से वापसी नहीं कर पाए.
1) अज़हर बिलाखिया- 7 मैच
डेक्कन चार्जर्स के इस खिलाड़ी का नाम बेहद कम फैन्स ने सुना होगा लेकिन इस सूची में ये खिलाड़ी टॉप पर हैं. टॉप आर्डर के इस बल्लेबाज को आईपीएल 2009 मियो डेक्कन की टीम ने 6 मैचों में मौका दिया था. जिसमे उन्होंने अपने प्रदर्शन से कुछ खास प्रभाव नहीं छोड़ा था लेकिन अच्छी बात ये रही थी उनकी टीम सीजन में चैंपियन रही थी. इस सीजन के बाद उन्हें सिर्फ एक मैच खेलने को मिला, जिसके बाद उनका आईपीएल करियर खत्म हो गया.