उरई के माधौगढ़ कोतवाली क्षेत्र के हरौली गांव में मंगलवार देर रात शादी समारोह से लौटने के बाद बीएसएफ इंस्पेक्टर के बेटे ने लाइसेंसी रिवाल्वर से गोली मार खुदकशी कर ली। सुबह कमरे का दरवाजा तोडऩे पर बेड पर उसका रक्तरंजित शव पड़ा मिलने से कोहराम मच गया। पुलिस ने छानबीन शुरू की है, घटना के समय उसकी पत्नी घर पर नहीं थी।

 

देर रात शादी समारोह से लौटा था

हरौली गांव निवासी सुरेंद्र सिंह त्रिपुरा में बीएसएफ में तैनात हैं। गांव के घर में उनकी पत्नी रामप्यारी अपने दो बेटों के साथ रहती है। छोटा बेटा 30 वर्षीय विनय प्रताप सिंह उर्फ रानू मंगलवार की शाम एक गेस्ट हाउस में आयोजित शादी समारोह में गया था। स्वजनों के मुताबिक देर रात करीब दो बजे वह लौटा और मां से चाबी लेकर दोमंजिला मकान के ऊपर वाले कमरे में चला गया। सुबह देर तक नीचे नहीं आने पर मां रामप्यारी ने आवाज दी और बड़ा भाई भानुप्रताप उसे उठाने गया। कमरे का दरवाजा अंदर से बंद होने और कोई जवाब नहीं मिलने पर अनहोनी की आशंका हुई। इसपर भाई ने कमरे का दरवाजा तोड़ा तो चीख निकल गई।

कनपटी से सटाकर मारी थी गोली, पास में पड़ी थी रिवाल्वर

कमरे का दरवाजा खोलते ही भाई को बेड पर रानू का रक्तरंजित शव पड़ा मिला। उसकी कनपटी पर गोली लगी था और पास ही लाइसेंसी रिवाल्वर पड़ा था। रानू की मौत की जानकारी होते ही घर में चीख-पुकार मच गई और आसपास पड़ोस के लोग पहुंच गए। सूचना पर कोतवाल जेपी पाल टीम के साथ पहुंचे और जांच पड़ताल शुरू की।

बच्चे के साथ औरैया में रहती है पत्नी

स्वजनों ने बताया कि रानू की पत्नी संजू पांच साल के बेटे तेजस का पढ़ाने के लिए औरैया में रहती है। साथ में बड़े भाई की पत्नी भी अपने दो बच्चों के साथ रहती हैं। रानू की ससुराल इटावा के बिठौरा में है। पति की मौत की सूचना मिलते ही संजू घर पहुंची और पछाड़ खाकर गिर गई। मासूम तेजस का भी रो रोकर बुरा हाल हो गया।

आत्मग्लानि में तो नहीं उठाया कदम

ग्रामीणों के मुताबिक रानू खाने-पीने का शौैकीन था। देर रात गांव के बाहर लक्ष्मणपुरा के पास उसका एक युवक से विवाद हुआ था। देर रात वह गांव की पुलिया पर बैठा था तभी युवक अपने चार-पांच साथियों के साथ पहुंचा और उसकी पिटाई कर दी थी। कयास लगाया जा रहा है कि घर पहुंचे रानू ने आत्मग्लानि में कदम उठा लिया होगा।

नहीं सुनाई दी गोली चलने की आवाज

चर्चा रही कि शादी समारोह के शोर और ऊपरी मंजिल पर घटना होने की वजह से स्वजनों को गोली की आवाज नहीं सुनाई दी। कोतवाल जेपी पाल ने बताया कि प्राथमिक छानबीन में खुदकशी की बात ही सामने आई है, घटना की वजह का पता किया जा रहा है।

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