कानपुर के 70 वर्षीय बुजुर्ग ने जीता कोरोना की जंग, ताली बजा हुई अस्पताल से विदाई

– 11 दिनों के इलाज में हुआ सुधार, तीसरी बार आयी निगेटिव रिपोर्ट

– डाक्टरों में खुशी का माहौल, सीएमओ ने दिया धन्यवाद

जी पी अवस्थी

कानपुर । कानपुर जनपद में जहां आठ तब्लीगी जमातियों सहित नौ लोगों की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने से स्वास्थ्य महकमे समेत जिला प्रशासन में खलबली मच गयी तो वहीं पहले कोरोना पॉजिटिव बुजुर्ग मरीज में तेजी से सुधार हुआ है। तीसरी बार आई रिपोर्ट में कोरोना निगेटिव पाया गया, जिससे इलाज कर रही डाक्टरों की टीम ने खुशी जतायी। सीएमओ ने भी डाक्टरों की टीम को धन्यवाद दिया और सोमवार को डाक्टरों ने ताली बजाकर बुजुर्ग मरीज की अस्पताल से छुट्टी कर दी गयी। इसके साथ ही स्वास्थ्य महकमा भी काफी राहत की सांस ली। हालांकि अभी भी कई लोगों की रिपोर्ट आना बाकी है और स्वास्थ्य विभाग कोरोना वायरस से निपटने के लिए पूरी तन्मयता से जुटा हुआ है। अब स्वास्थ्य विभाग की टीम जमातियों के इलाज के लिए जुटी हुई है और उनके संपर्क में आये लोगों की जानकारी जुटाई जा रही है।

कानपुर प्रशासन और स्वास्थ्य महकमे के लिए रविवार का दिन बड़ी ही चुनौती पूर्ण रहा, हो भी क्यों न, जब जनपद में दिल्ली से आये एक और जमाती की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव पायी गयी। सोमवार को भी एक जमाती सहित दो लोग कोरोना पॉजिटिव पाये गये। ऐसे में अब कोरोना पॉजिटिव तब्लीगी जमातियों की संख्या आठ हो गयी।

लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल विश्वविद्यालय से आई जांच रिपोर्ट के बाद हरकत में आये स्वास्थ्य विभाग आठवें तब्लीगी जमाती को रामा मेडिकल से हैलट के कोविड 19 हॉस्पिटल में भर्ती करा इलाज शुरु करा दिया। वहीं रविवार को एक और रिपोर्ट आयी, यह रिपोर्ट कानपुर के पहले कोरोना पॉजिटिव बुजुर्ग की थी जो बीते 11 दिनों जिला अस्पताल उर्सला में भर्ती है। तीसरी आयी रिपोर्ट में कोरोना निगेटिव पाया गया और उसकी सेहत में बराबर सुधार हो रहा है। निगेटिव रिपोर्ट आने से इलाज कर रही डाक्टरों की टीम में खुशी छा गयी। वहीं मुख्य चिकित्साधिकारी डा. अशोक कुमार शुक्ला ने बुजुर्ग मरीज का इलाज करने वाली डाक्टरों की टीम व स्टॉफ को धन्यवाद दिया। प्रमुख अधीक्षक डा. शैलेन्द्र तिवारी ने सोमवार को बताया कि बुजुर्ग की रविवार को तीसरी बार रिपोर्ट निगेटिव आयी और आज तालियां बजाकर उसका उत्साहवर्धन करते हुए अस्पताल से छुट्टी कर दी गयी। इसके साथ ही हिदायत दी गयी है कि अभी भी लोगों के संपर्क में न आये और घर में ही क्वारंटाइन में रहे।

पत्नी के साथ अमेरिका से आया था बुजुर्ग

प्रमुख अधीक्षक डा. शैलेन्द्र तिवारी ने बताया कि मैनावती मार्ग की एनआरआई सिटी डायमंड ब्लॉक निवासी 70 वर्षीय विजय नारायण राय और उनकी पत्नी अमेरिका के एरिजोना में रहने वाले बेटे के पास गए थे। वहां से 18 मार्च को लौटकर शहर आए थे। उन्होंने इसकी जानकारी किसी को नहीं दी थी। सूचना मिलने के बाद 24 मार्च को स्वास्थ्य टीम परीक्षण के लिए गई थी तो बुजुर्ग ने इनकार कर दिया था। बाद में स्वास्थ्य टीम दबाव बनाकर बुजुर्ग दंपती को जबरन अस्पताल ले आई थी। दोनों की जांच के लिए सैंपल लखनऊ भेजे गये थे और उसमें बुजुर्ग कोरोना पॉजिटिव पाया गया। बताया कि आज 11 दिन बाद तीसरी उसकी रिपोर्ट निगेटिव आयी, यह हमारे लिए खुशी की बात है और टीम में लगे सभी डाक्टरों की मेहनत सफल हुई।

परिजनों और परिसर में रहने वालों ने ली राहत की सांस

शहर के पहले कोरोना संक्रमित बुजुर्ग मरीज की तीसरी जांच रिपोर्ट निगेटिव आने पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. अशोक कुमार शुक्ला ने पूरी टीम को बधाई दी है। सीएमओ ने बताया कि बुजुर्ग मरीज की निगरानी जिला महामारी वैज्ञानिक डाक्टर देव सिंह और उर्सला के प्रमुख अधीक्षक डाक्टर शैलेंद्र तिवारी कर रहे हैं। तीसरा नमूना भेजने से पहले एक्स-रे कराया गया, जिसमें फेफड़े पूरी तरह सुरक्षित पाए गए थे। शुक्रवार को तीसरी बार दोबारा थ्रोट और नेजल स्वाब लेकर जांच के लिए भेजा गया था। लखनऊ केजीएमयू से रिपोर्ट निगेटिव आई है यानि उनमे कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं मिला है। इधर परिजनों को जैसे ही जांच रिपोर्ट निगेटिव आने की सूचना मिली तो वह भी खुश नजर आये। यही नहीं उस परिसर में रहने वाले सभी परिवारों ने भी राहत की सांस ली। बताते चलें कि बुजुर्ग के साथ पांच और परिजनों का जांच के लिए सैंपल लिया गया था और उनकी रिपोर्ट निगेटिव आयी थी। लेकिन बुजुर्ग की रिपोर्ट पॉजिटिव होने से परिसर के सभी लोग दहशत में आ गये थे और मुख्य गेट में ताला लगाकर अपने को घरों पर कैद कर लिये थे।

एनआरआई सिटी परिसर लॉकडाउन

मैनावती मार्ग स्थित एनआरआई सिटी में एक बुजुर्ग कोरोना पॉजीटिव पाया गया था। जिसके बाद हरकत में आया स्वास्थ्य विभाग ने बुजुर्ग को अस्पताल में भर्ती कराते हुए परिजनों की भी जांच के लिए सैंपल लिया था। परिजनों के सभी चारों सदस्यों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आयी थी। इधर आज बुजुर्ग की भी रिपोर्ट निगेटिव आ गयी और अस्पताल से छुट्टी भी कर दी गयी। लेकिन परिसर में रह रहे लोग अभी भी भयभीत हैं और अपने को घरों पर कैद किये हुए हैं, यानी यहां पर अभी भी पूरी तरह से लॉकडाउन का पालन किया जा रहा है। लोगों का कहना है कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए लॉकडाउन ही सबसे बेहतर तरीका है और इसका पालन किया जाएगा।

बुजुर्ग पूरी तरह से ठीक हुए बुजुर्ग

कोरोना वार्ड में 70 वर्षीय बुजुर्ग का उर्सला के सीएमएस डॉ. शैलेंद्र तिवारी की अगुवाई में इलाज किया गया। डॉक्टरों ने दवाओं के साथ इनकी काउंसिलिंग भी की। बुजुर्ग ने भी डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों की सलाह का पूरी तरह से पालन किया। इसका असर यह हुआ कि इनकी हालत में सुधार आता गया। सीएमओ डॉ.अशोक शुक्ल ने बताया कि बुजुर्ग की पिछली दो रिपोर्ट नेगेटिव आयी हैं, इसके बाद इन्हें घर जाने की अनुमति प्रदान की गई।

अस्पताल से डिस्चार्ज पर बजी तालियां

अस्पताल से डिस्चार्ज होकर जब यह बुजुर्ग अपने घर जाने लगे तो सीएमओ समेत उर्सला के सभी डॉक्टरों, नर्सों और मेडिकल स्टाफ ने इनके सम्मान में तालियां बजाईं। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान रखा गया। बुजुर्ग के अब अपने घर में चौदह दिन तक आइसोलेशन में रहना होगा। स्वस्थ होने की खुशी उनके चेहरे पर भी नजर आयी। भावनाओं के उमड़ते ज्वार के बीच बुजुर्ग ने भी हाथ जोड़कर उर्सला के मेडिकल स्टाफ का अभिवादन किया।

सीएमओ बोले कोरोना के खिलाफ पहली लड़ाई जीती

कोरोना के पहले संक्रमित मरीज के स्वस्थ होने पर सीएमओ भी काफी उत्साह से भरे नजर आए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कोरोना के खिलाफ पहली लड़ाई को जीत लिया है। सीएमओ ने कहा कि अब बाकी अन्य नौ मरीजों की निगरानी की जा रही है। उन्होंने कहा कि इन मरीजों को भी स्वस्थ करने की पूरी कोशिश की जा रही है।

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