सपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में हुआ उप्र विस चुनाव 2022 की रणनीति पर मंथन, बना ये प्लान..

-हत्या प्रदेश बनता जा रहा उप्र, न्याय मांगने पर मिल रही लाठियां
-उप्र विस चुनाव 2022 की रणनीति पर हुआ मंथन
-सरकार ने युवाओं को आपस में लड़ाने का किया काम

लखनऊ । समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शनिवार को केन्द्र और प्रदेश की भाजपा सरकार पर विभिन्न मुद्दों को लेकर जमकर निशाना साधा गया। पार्टी ने कानून व्यवस्था के बदहाल होने का आरोप लगाते हुए जहां योगी आदित्यनाथ सरकार को घेरा वहीं कहा कि जौहर विश्वविद्यालय भाजपा सरकार की आंख की किरकरी बन गया है। इसलिए आजम खान को फर्जी मामलों के जरिए प्रताड़ित किया जा रहा है। बैठक में उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव की रणनीति को लेकर मंथन हुआ। इसके साथ ही कृषि, रोजगार और विदेश नीति को लेकर मोदी सरकार को घेरा गया। पार्टी ने सरकार पर सवाल उठाने वाले बुद्धिजीवियों को भी प्रताड़ित करने का आरोप लगाया।

बैठक शुरू होते ही अखिलेश यादव ने समाजवादी बुलेटिन को नए स्वरूप में लॉन्च किया। इसके तहत अब समाजवादी बुलेटिन डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भी उपलब्ध हो गया है। बैठक में प्रो. रामगोपाल यादव,किरणमय नंदा, जया बच्चन सहित अन्य सभी वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी मौजूद हैं।

आम भारतीय का टूट चुका है आत्मबल

इस दौरान पार्टी की ओर से कहा गया कि आज आम भारतीय का आत्मबल टूट चुका है, वह निराश, उदास और कहीं क्रोध में है। सत्ता उसके लिए एक भयानक राक्षस की तरह है जो हर पल उसका शोषण करती जा रही है। गांव वीरान हो रहे हैं। खेती और किसान उपेक्षित हैं। बेकारी सुरसा की तरह बढ़ रही है। जहां लूट ही लूट है, कौन कितना लूट सकता है, इसकी होड़ है।

सरकार का लक्ष्य केवल सत्ता में बने रहना

पार्टी का कहना है कि सरकार और उसके सहयोगी संगठन एक तरह की नई परिभषा गढ़ रहे हैं और निर्लज्जतापूर्वक संविधान के धर्मनिरपेक्ष ढांचे को तहस-नहस करने में लगे हुए हैं। देश की मौजूदा सरकार का लक्ष्य केवल किसी न किसी तरीके से सत्ता में बने रहना और सत्ता को हासिल करना है। छल और बल से अपनी विचारधारा को जनता पर थोपना और जनता के सरोकार के सारे कार्यों की उपेक्षा करना एक सामान्य बात हो गई है।

मूल लक्ष्य से भटकी विदेश नीति, शत्रु देशों की संख्या बढ़ी

पार्टी की ओर से कहा गया कि हमारी विदेश नीति अपने मूल लक्ष्य से भटक गई है। रूस हमारा सबसे विश्वसनीय मित्र देश था, लेकिन हमारी गलत नीतियों के चलते उसका झुकाव भी पाकिस्तान की तरफ होने लगा है। हम बिना किसी संकोच के यह कह सकते हैं कि हमारे मित्र देशों की संख्या कम हुई है और शत्रु देशों की संख्या बढ़ी है जबकि सफल विदेश नीति वह होती है, जिसमें मित्र देशों की संख्या बढ़े और शत्रु देशों की संख्या घटे।

उप्र में भाजपा राज में कानून व्यवस्था बनी मजाक

प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधते हुए कहा गया कि उत्तर प्रदेश में भाजपा राज में कानून व्यवस्था एक मजाक बनकर रह गई है। महिलाएं एवं बच्चियां सभी असुरक्षित हैं। हत्या, लूट, बलात्कार की घटनाएं थम नहीं रही हैं। अपराधी बेखौफ हैं। न्याय मांगने पर लाठियां मिलती हैं। अपराध नियंत्रण में अपनी असफलता छुपाने के लिए लगातार फर्जी एनकाउंटर किए जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश हत्या प्रदेश बनता जा रहा है। सैकड़ों किसान भुखमरी एवं कर्ज के बोझ में दबकर आत्महत्या कर चुके हैं। राज्य में भाजपा सरकार जब से पदारूण हुई है तभी से भाजपा की राजनीति व्यवस्था राग द्वेष की है।

आजम को फर्जी मुकदमों में फंसाकर यातना देना निदंनीय

राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में आजम खान के प्रकरण को लेकर भी योगी सरकार पर निशाना साधा गया। कहा गया कि सपा के वरिष्ठ नेता मोहम्मद आजम खान नौ बार विधायक और कैबिनेट मंत्री पद पर रहे हैं और वर्तमान में लोकसभा सांसद हैं। उनको भाजपा सरकार द्वारा जिस तरह अपमानित किया जा रहा है और फर्जी मुकदमों में फंसाकर जेल में यातना दी जा रही है, वह घोर निदंनीय है। मोहम्मद आजम खान द्वारा सपा सरकार के कार्यकाल में शिक्षा क्षेत्र में उच्च स्तरीय मौलाना मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय की स्थापना भाजपा सरकार की आंख की किरकरी बन गई है।

किसान हो रहे तबाह, आत्महत्या करने को मजबूर

कृषि क्षेत्र में वृद्धि न हो पाने के कारण किसान बर्बाद हो रहे हैं, आत्महत्या कर रहे हैं। बाहर से कृषि उत्पादों को आयात निरन्तर बढ़ रहा है, जिसका सीधा असर भारत के किसानों पर पड़ रहा है। भारत ने कृषि अनसुधान पर खर्च करना कम कर दिया है। इसलिए नये या अच्छे गुणवत्तपूर्ण बीजों की उपलब्धता गिर रही है। विदेशी कम्पनियां इसलिए हाईब्रिड बीज ऊंची कीमतों पर बेच रही हैं। किसानों को एमएसपी नहीं मिल पा रही है।

सरकार से सवाल करने वाले बुद्धिजीवी निशाने पर

बैठक में कहा गया कि सरकार विशेष तौर पर उन बुद्धिजीवियों को निशाने पर रखे हुए हैं, जो सरकार से सवाल करते हैं तथा सरकार उनके सवालों से असहज महसूस करती है। सरकारी तंत्र जो कि भ्रष्ट हो रहा है, ने कोई विश्वविद्यालय के अध्यापकों तथा अन्य महत्वपूर्ण पदाधिकारियों एवं कलाकारों को ‘शहरी नक्सलवादी’ का दर्जा दिया और जेल में डालने का कार्य किया।

नौजवानों के साथ बहुत बड़ा धोखा

बैठक में कहा गया कि धार्मिक उन्माद, छल प्रपंच, तिकड़म और झूठ के सहारे बनी हुई इस सरकार ने नौजवानों के साथ बहुत बड़ा धोखा किया है। उन्हें एक बेहतर मानव संसाधन बनाने के बजाए उन्हें विभाजित करने और आपस में लड़ाने का कार्य किया है और हताशा के गर्त में डुबाने का काम किया है। सरकार स्वयं भी अर्थव्यवस्था को डुबोने में लगी हुई है।

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