कोरोना से जंग : लॉकडाउन 14 अप्रैल से आगे बढ़ेगा या नहीं, लीजिये मंत्री जी ने बता दिया..

24 मार्च को जब पीएम नरेंद्र मोदी ने रात 8:00 बजे पूरे देश में लॉक डाउन करने की बात की, तो सारा देश स्तब्ध रह गया कि आखिर अब आगे क्या होगा? 21 दिन जो 14 अप्रैल को समाप्त होने वाले हैं। लेकिन लॉक डाउन करने के बाद भी जिस तरह से भारत में स्थिति बनी हुई है और खासकर दिल्ली-यूपी बॉर्डर आंनद विहार में, उसे देखकर तो यही लग रहा है कि अभी लॉक डाउन का कोई मतलब ही नहीं है। क्योंकि जो लोग इस लॉक डाउन में अपने घर से दूर फंसे हुए हैं उनके घर जाने के लिए सरकार व्यवस्था कर रही है।

इसी व्यवस्था के चक्कर में लॉक डाउन करने के पीछे का उद्देश्य बिल्कुल समाप्त होता हुआ दिखाई दे रहा है। सरकार लगातार प्रयास कर रही है कि जो लोग जहां हैं वहीं रहें और उनकी जरूरत की सारी चीजें उन तक पहुंचाने में लगी हुई है। लेकिन कोरोना के नाम पर वो सब कुछ भूल चुके हैं जिससे इस संक्रमण के फैलने का खतरा ज्यादा है।

जिस तरह की तस्वीरें आ रही हैं, उन्हें देखते हुए तो बिल्कुल नहीं लग रहा है कि कोरोना वायरस को लेकर हुए लॉक डाउन का असर किसी के ऊपर पड़ा है। इसी बीच सवाल भी उठ रहे हैं। क्योंकि जिस उद्देश्य से लॉक डाउन किया गया था और लॉक डाउन होने के बाद जितने केसेज़ आये हैं वो काफी डरावने हैं। क्योंकि लॉक डाउन के बाद अभी तक औसतन 85 नए कोरोना के मरीज हैं। जिसे देखने के बाद यह कहा जा रहा है कि अभी यह स्थिति आने वाले समय यानि मई और जून में कुछ ज्यादा ही क्रिटिकल होने वाली है। इसी बीच कैबिनेट मंत्री राजीव गौबा का बयान आया है। बयान लॉक डाउन से रिलेटेड है।

राजीव गौबा ने उन सभी बातों और खबरों को केवल एक अफवाह बताया है जिसमें ये दावा किया जा रहा है कि अगर स्थिति नहीं सुधरी तो लॉक डाउन को आगे भी जारी रखा जा सकता है। लेकिन, राजीव गौबा ने कहा कि-

21 दिनों की लॉकडाउन अवधि को बढ़ाने की सरकार की कोई योजना नहीं है। अभी सरकार सिर्फ इस बात पर फोकस कर रही है कि जितने दिनों के लिए लॉक डाउन घोषित किया गया है, उतने दिन तक ही मजबूती के साथ निपटा जाए।

https://twitter.com/ANI/status/1244468110117056518

 

इस बयान के बाद यह बातें साफ हो गई हैं कि सरकार फिलहाल 14 अप्रैल के अंदर ही कोरोना से निपटारा करने की पूरी तैयारी कर रही है। क्योंकि उसे भी पता है कि अगर इस समय तक कोरोना पर कंट्रोल नहीं हुआ तो आगे और दिक्कत होने वाली है। इस समय पूरे देश में स्थिति कुछ ठीक नहीं है। सरकार ने कोविड-19 प्रतिक्रिया गतिविधियों के नियोजन और कार्यान्वयन के लिए 11 सशक्त समूहों का गठन किया है। इन 11 टीमों में 80 वरिष्ठ सिविल सेवक शामिल होंगे। पिछले हफ्ते गौबा ने राज्य के मुख्य सचिवों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासकों से 18 जनवरी से भारत आए 15 लाख से अधिक अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों के संपर्क में आने वाले लोगों का पता लगाने के लिए कहा था। गौरतलब है कि कोरोना ने इस समय दुनियाभर में तबाही मचाई हुई है  देश में अभी तक 1,160 लोग संक्रमित हैं, जबकि 31 लोगों की मौत हो चुकी है।

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