फुलप्रूफ व्यवस्था के बीच ग्राम गोलागंज में सम्पन्न हुआ बाढ़ से बचाव व राहत कार्यों का मेगा माॅकड्रिल

क़ुतुब अंसारी
बहराइच। आपदा प्रभावित क्षेत्रों में बचाव व राहत कार्यों को प्रभावी ढंग से संचालित करने के उद्देश्य से तहसील महसी अन्तर्गत ग्राम गोलागंज में माॅक ड्रिल का आयोजन किया गया। कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में स्थापित किये गये आपदा नियंत्रण केन्द्र में जिलाधिकारी/इन्सिडेन्ट कमाण्डर शम्भु कुमार ने अपर जिलाधिकारी/डिप्टी कमाण्डर राम सुरेश वर्मा व अपर पुलिस अधीक्षक/आपरेशन सेक्शन रवीन्द्र कुमार सिंह की मौजूदगी में आपदा प्रबन्धन से जुड़े हुए विभागों के अधिकारियों तथा एन.सी.सी. कैडेट्स के साथ बैठक की।
कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी/इन्सिडेन्ट कमाण्डर शम्भु कुमार ने कहा कि माॅकड्रिल का उद्देश्य यह है कि हम वास्तविक आपदा आने से पूर्व ही उन्हीं परिस्थितियों का सामना करते हुए राहत व बचाव कार्यों को सम्पन्न कराकर अपनी तैयारियों को परख लें। उन्होंने कहा कि सभी विभागों द्वारा माॅक ड्रिल के लिए बेहतर तैयारी की गयी है। उन्हें विश्वास है कि यदि वास्तविक आपदा जैसी कोई परिस्थितियाॅ उत्पन्न होती हैं तो सभी विभाग बेहतर कार्य कर सकेंगे। इसी बीच माॅक ड्रिल के लिए तैयार की गयी पटकथा के अनुसार घटना स्थल ग्राम गोलागंज से इमरजेन्सी काल प्राप्त होते ही सभी अधिकारी इन्सिडेन्ट कमाण्डर के नेतृत्व में घटना स्थल पर रवाना हो गये।
माॅक ड्रिल की पटकथा के अनुसार घटना स्थल गोलागंज में नेपाल राष्ट्र से पानी आने के कारण बाढ़ से गाॅव में पानी भर जाता है। ऐसी परिस्थिति में सबसे पहले एस.एस.बी. व पी.ए.सी. के जवानों ने पब्लिक एैड्रेस सिस्टम से लोगों को आगाह किया गया कि इस क्षेत्र में बाढ़ का पानी बढ़ रहा है, परन्तु आप लोग घबरायें नहीं। सभी पीड़ित व्यक्तियों की मदद के लिए पूरा जिला प्रशासन मौजूद है।
माॅकड्रिल की मुख्य विशेषता यह रही कि बाढ़ के पानी में डूबते हुए 02 व्यक्तियों को सुरक्षित बचाने का अभ्यास किया गया। गोलागंज घाट पर 02 व्यक्तियों के बाढ़ के पानी में डूबने का दृश्य देखते ही नाव, मेगाफोन, लाइफ जैकेट, लाइफब्वाय, स्ट्रेचर, सेफ्टी हेलमेट, बाड़ी प्रोटेक्टर इत्यादि जीवन रक्षक उपकरणों के साथ मौजूद एस.एस.बी. 59वीं व 42वीं बटालियन रिलीफ रेस्क्यू टीम तथा 26वीं वाहिनी पी.ए.सी. गोरखपुर के जवानों ने मोटर बोट से नदी में जाकर बाढ़ के पानी से संघर्ष कर रहे दोनों व्यक्तियों को मोटर बोट पर सवार किया और पूरी तत्परता के साथ उन्हें किनारे पर लेकर आये। पीड़ित व्यक्तियों को सुरक्षित किनारे पर लाकर सर्वप्रथम उन्हें प्राथमिक ट्रीटमेन्ट देते हुए स्ट्रेचर पर रखकर घटना स्थल पर मौजूद एम्बुलेंस तक ले गये। सभी जीवनरक्षक उपकरणों से सुसज्जित एम्बुलेन्स पर मौजूद चिकित्सकों ने तत्काल पीड़ित व्यक्तियों के स्वास्थ्य का परीक्षण कर ज़रूरी चिकित्सा देते हुए घायल व्यक्तियों को चिकित्सालय की ओर रवाना कर दिया।
एनडीआरएफ से आये हुए 03 प्रेक्षकों इंस्पेक्टर देवेन्द्र यादव व चन्दन सिंह तथा सेफ्टी आॅफिसर जितेन्द्र कुमार की देख-रेख में मेगा माॅकड्रिल सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर जिलाधिकारी शम्भु कुमार, अपर जिलाधिकारी राम सुरेश वर्मा, अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण रवीन्द्र कुमार सिंह, एस.एस.बी. 59वीं बटालियन के डिप्टी कमान्डेन्ट वैभव व 42वीं बटालियन के डिप्टी कमान्डेन्ट एस.के. देव वर्मा, उप जिलाधिकारी महसी एस.एन. त्रिपाठी, पुलिस क्षेत्राधिकारी महसी शंकर प्रसाद, तहसीलदार महसी राजेश कुमार वर्मा, सी.वी.ओ. डा. बलवन्त सिंह, डी.एस.ओ. अनन्त कुमार, अधि.अभि. सरयू ड्रेनेज खण्ड शोभित कुशवाहा, थानाध्यक्ष बौण्डी व अन्य अधिकारी विभागीय कार्यदल के साथ मौजूद रहे। कार्यक्रम के अन्त में जिलाधिकारी/इन्सिडेन्ट कमाण्डर शम्भु कुमार ने सभी सम्बन्धित को धन्यवाद ज्ञापित किया।

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