बिहार रिजल्ट: जानिए इन नौ सीटों में कहां नीतीश कुमार का पलड़ा भारी है और कहां तेजस्वी यादव का…

पटना : एनडीए और महागठबंधन के बीच बिहार की सत्ता पर काबिज होने की लड़ाई बहुत दिलचस्प हो गई है। कुछ विधानसभा सीटें तो ऐसी हैं जहां आखिरी क्षणों में भी बड़ा उलट-फेर होने के हालात बने हुए हैं। इन सीटों पर पक्ष-विपक्ष में बहुत कम वोटों का अंतर है जिससे प्रत्याशियों के बीच कांटे की टक्कर हो गई है। इनमें डेहरी, परबत्ता, रानीगंज, समस्तीपुर, परिहार, त्रिवेणीगंज, बाजपट्टी, भोरे और सिमरी बख्तियारपुर जैसी सीटें प्रमुख हैं। आइए इन सीटों का हाल जानते हैं और पता करते हैं कि इन नौ सीटों में कहां नीतीश कुमार का पलड़ा भारी है और कहां तेजस्वी यादव का…

डेहरी में 0.30% वोट से आरजेडी आगे
भोजपुर क्षेत्र के रोहतास जिला स्थित है डेहरी विधानसभा। यहां से कुल 14 प्रत्याशी चुनाव मैदान में अपनी-अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। यहां बीजेपी और आरजेडी प्रत्याशियों के बीच कड़ी टक्कर है। डेहरी विधानसभा सीट पर आरजेडी उम्मीदवार फाटे बहादुर सिंह जहां 64,567 (41.57%) वोट के साथ बीजेपी के सत्यनारायण सिंह 64,103 (41.27%) से आगे हैं। यानी दोनों प्रत्याशियों के बीच सिर्फ 464 मतों का अंतर है। प्रतिशत में बात करें तो यह अंतर सिर्फ 0.30 का है। बड़ी बात है कि यहां राष्ट्र सेवा दल से प्रदीप कुमार जोशी 9,070 (5.84%) वोट जबकि बीएसपी कैंडिडेट सोना देवी के खाते में 6,027 (3.88%) वोट जा चुके हैं।

परबत्ता में जेडीयू को मामूली बढ़त
भागलपुर के परबत्ता विधानसभा क्षेत्र से जेडीयू कैंडिडेट डॉ. संजीव कुमार अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी और आरजेडी उम्मीदवार दिगंबर प्रसाद तिवारी से सिर्फ 971 वोटों से आगे हैं। जेडीयू कैंडिडेट को 55,754 (42.1%) वोट तो आरजेडी प्रत्याशी को 54,783 (41.37%) वोट मिले हैं। यहां एलजेपी के आदित्य कुमार श्योर ने 6,644 (5.02%) हासिल कर मुकाबला बेहद दिलचस्प कर दिया है।

रानीगंज से जेडीयू आगे

अररिया क्षेत्र की रानीगंज विधानसभा सीट पर भी जेडीयू और आरजेडी के बीच बहुत कड़ा मुकाबला है। यहां से जेडीयू कैंडिडेट अचमित ऋषिदेव 81,901 (44.12%) वोट लेकर आरजेडी के अविनाश मंगलम से आगे हैं। मंगलम को 79,597 (42.88%) वोट मिले हैं। यानी दोनों के बीच सिर्फ 2,304 मतों का अंतर है। रानीगंज सीट से कुल 12 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। यहां भी एलजेपी ने मुकाबले को कठिन बना दिया है। उसके उम्मीदवार परमानंद ऋषिदेव को 5,038 (2.71%) वोट हासिल किए।

समस्तीपुर से भी जेडीयू को बढ़त

समस्तीपुर विधानसभा क्षेत्र में भी जेडीयू और आरजेडी के बीच कड़ा मुकाबला है। यहां जेडीयू की अश्वमेध देवी के खाते में 44,207 (40.23%) वोट आए हैं जबकि विरोधी आरजेडी के अख्तरुल इस्लाम शाहीन को 42,091 (38.3%) है। इस विधानसभा सीट से कुल 26 उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आजमाई है। यहां से एलजेपी कैंडिडेट महेंद्र प्रधान ने 8,556 (7.79%) वोट हासिल कर लिए। साफ है कि जेडीयू और आरजेडी के बीच बेहद कम फासले की एक प्रमुख वजह एलजेपी भी है।

परिहार से बीजेपी आगे

पूर्वी चंपारण जिले के परिहार विधानसभा सीट पर आरजेडी और बीजेपी के बीच बेहद कड़ा मुकाबला है। यहां बीजेपी की गायत्री देवी को 73,420 (42.52%) जबकि आरजेडी की रितु कुमार को 71,851 (41.61%) वोट मिले हैं। यहां से कुल 13 कैंडिडेट्स ने अपनी-अपनी चुनावी किस्मत आजमाई है।

त्रिवेणीगंज से जेडीयू आगे

सुपौल जिले की त्रिवेणीगंज विधानसभा सीट पर जेडीयू कैंडिडेट वीणा भारती को 71,012 (44.34%) जबकि आरजेडी के संतोष कुमार को 69,705 (43.53%) वोट मिले हैं। यानी, दोनों कैंडिडेट्स के बीच सिर्फ 1,307 वोटों का अंतर है। यहां भी एलजेपी की रेणु लता भारती ने जेडीयू की चुनौती बढ़ा दी है। उनके खाते में 4,738 (2.96%) वोट आए हैं। त्रिवेणीगंज विधानसभा सीट से कुल नौ कैंडिडेट्स ने अपनी किस्मत आजमाई है।

भोरे से जेडीयू आगे

गोपालगंज जिले की भोरे विधानसभा सीट पर जेडीयू और सीपीआई(एमएल) के बीच सिर्फ 0.25% वोटों का अंतर है। यहां जेडीयू कैंडिडेट सुनील कुमार 40.5% (74,067) वोट हासिल कर चुके हैं जबकि सीपीआई(एमएल) प्रत्याशी जीतेंद्र पासवान को 40.25% (73,605) वोट मिले हैं। यानी दोनों के बीच सिर्फ 462 वोटों का अंतर है।

सिमरी बख्तियारपुर से सीपीआई(एमएल) को बढ़त

सिमरी बख्तियारपुर सीट से चुनाव मैदान में वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने ताल ठोंकी है। उनके हिस्से 73,222 (37.54%) वोट आए हैं और वो आरजेडी के यूसुफ सलाहुद्दीन से मामूली अंतर से पीछे चल रहे हैं। आरजेडी कैंडिडेट को 74,989 (38.45%) वोट मिले हैं। यानी यहां 1,767 वोटों का मामूली अंतर है। यहां से कुल 22 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।

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