यूपी के कोरोना ब्लास्ट : 4,158 नमूनों की जांच में 128 पॉजिटिव केस, लखनऊ के 43 मामले

लखनऊ, । प्रदेश में कोरोना वायरस का प्रसार जारी है। अनलॉक टू में भी मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। राजधानी की किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में गुरुवार को जांच किये गए 4,158 नमूनों में 128 की रिपोर्ट शुक्रवार को पॉजिटिव आई। इनमें लखनऊ के रोगी 43, बाराबंकी के 32, मुरादाबाद के 23, अयोध्या के 10, संभल के 09, कन्नौज के 05, हरदोई के 03 तथा कानपुर, हाथरस व श्रावस्ती का 01-01 रोगी शामिल है।

इसके अलावा अन्य जनपदों में भी कोरोना के नए मामलों की पुष्टि हुई है। कुशीनगर से गोरखपुर मेडिकल काॅलेज भेजे गए नमूनों में शुक्रवार की सुबह 12 की जांच रिपोर्ट मिली। इसमें सभी पाॅजिटिव हैं। जनपद में संक्रमितों की संख्‍या 155 पहुंच गई है। इसमें एक संक्रमित जिला संयुक्त चिकित्सालय के ब्लड बैंक कर्मी तो दूसरा खड्डा में पुलिस कर्मी है।

मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. एनपी गुप्ता ने बताया कि संबंधित संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों की स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच कर रही है। गांवों को सील कराते हुए सैनिटाइज की प्रक्रिया शुरू कराई जा रही है। अब तक कुल 81 स्वस्थ हो चुके हैं और चार की मौत हो चुकी है।

सिद्धार्थनगर में बांसी के छह लोग पॉजिटिव मिले हैं। इनमें खेसरहा थाने पर तैनात एक चौकीदार जहां पॉजिटिव मिला वहीं नगर पालिका बांसी के आर्य नगर वार्ड में एक महिला समेत तीन एवं शंकर नगर व टेकधर नगर वार्ड में एक-एक संक्रमित पाए गए हैं।

बदायूं जनपद में बारह नए कोरोना संक्रमित केस मिले हैं। आज सुबह स्वास्थ्य विभाग ने इसकी पुष्टि की। इनमें शहर के मुहल्ला पटियाली सराय में कोरोना संक्रमितों के संपर्क में आए दो लोग भी संक्रमित निकलने। शहर के ही मुहल्ला शहबाजपुर और अलफखां सराय के दोनों केस नए निकले हैं। इसी तरह से उसहैत के वार्ड संख्या पांच में निकले सभी पांच लोग भी संक्रमित के संपर्क में आने से पॉजिटिव निकले हैं। उझानी ब्लॉक के गांव सिरसौली, शेखूपुर और उझानी कस्बे में भी एक एक केस निकला है। स्वास्थ्य महकमे ने संबंधित इलाकों को सील करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

इस बीच कोरोना संक्रमण को लेकर प्रदेश में मेरठ मंडल के 6 जनपदों में निगरानी का काम चल रहा है। यह 12 जुलाई तक चलेगा। इसमें टीमें घर-घर जाकर लोगों से हालचाल ले रही हैं। इस दौरान जो लोग लक्षण वाले हैं, उनके साथ दिल, कैंसर, लीवर, किडनी, डायबिटीज, हाइपरटेंशन आदि बीमारी से ग्रसित लोगों का भी रिकार्ड दर्ज किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने इस कार्य में टीमों की संख्या बढ़ाकर 15 हजार गठित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने मेरठ मण्डल में आवश्यकतानुसार चिकित्सा कर्मियों की संख्या में वृद्धि करने को कभी कहा है।

इस बीच मुख्यमंत्री ने प्रदेश में बीएसएल-4 स्तर के एडवांस सेन्टर फाॅर वायरस रिसर्च एण्ड थेराप्यूटिक्स स्थापित करने के लिए ठोस कार्य योजना प्रस्तुत किये जाने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारी सीएसआईआर-सेन्ट्रल ड्रग रिसर्च इंस्टीट्यूट, किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ तथा डाॅ. एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ के साथ इस सम्बन्ध में विचार-विमर्श करते हुए शीघ्र कार्यवाही करें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19, जेई, डेंगू सहित अन्य वायरस के दृष्टिगत प्रदेश को वायरस के सम्बन्ध में एक उन्नत व उत्कृष्ट शोध संस्थान की आवश्यकता है। वायरस और इससे प्रसारित संक्रमण पूरी दुनिया के समक्ष हमेशा एक चुनौती रहा है। कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी इसका एक उदाहरण है। इसी प्रकार जेई, डेंगू एवं अन्य वायरल जनित रोग भी हैं।

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