Covid-19 Vaccine: भारत में शुरू हुआ रूसी वैक्सीन Sputnik V का क्लिनिकल ट्रायल

Sputnik V vaccine in India clinical trials: रूस के कोविड-19 वैक्सीन Sputnik V का क्लिनिकल ट्रायल भारत में शुरू हो गया है. इसके लिए भारत में दो कंपनियों- Dr. Reddy’s और RDIF (रूसी प्रत्यक्ष निवेश फंड) को परमिशन मिली है. दोनों कंपनियों ने आज इस बात की अनाउंसमेंट करते हुए जानकारी दी है कि उन्होंने भारत में Sputnik V वैक्सीन के लिए क्लिनिकल ट्रायल (Adaptive phase 2/3 clinical trials) की शुरुआत कर दी है. कंपनियों की तरफ से बताया गया है कि यह ट्रायल एक मल्टीलेवल और रैंडम स्टडी होगा जिसमें सेफ्टी और इम्यूनाइजेशन की स्टडी भी शामिल होगी.

JSS मेडिकल रिसर्च है पार्टनर JSS Medical Research 
यह ट्रायल, क्लिनिकल रिसर्च पार्टनर के रूप में JSS मेडिकल रिसर्च की तरफ से किया जा रहा है. इसके अलावा, डॉ. रेड्डी ने बायोटेक्नोलॉजी इंडस्ट्री रिसर्च असिस्टेंस काउंसिल (BIRAC), डिपार्टमेंट ऑफ बायोटेक्नोलॉ़जी (DBT) के साथ सलाह लेने और वैक्सीन के लिए BIRAC के डायग्नोस्टिक ट्रायल सेंटर का इस्तेमाल करने के लिए पार्टनरशिप की है.

वैक्सीन के रिजल्ट्स पॉजिटिव Vaccine results positive
खबर के मुताबिक, RDIF ने इस बात की अनाउंसमेंट की थी कि कि वैक्सीन के क्लिनिकल ट्रायल डेटा के दूसरे अंतरिम विश्लेषण (Interim analysis) में पहली डोज के 28 दिन बाद वैक्सीन 91.4 प्रतिशत असरकारक साबित हुई थी. वहीं, पहली डोज के 42 दिन के बाद 95 प्रतिशत से ज्यादा प्रभावी साबित हुई थी. बता दें, इस ट्रायल में फिलहाल 40 हजार वॉलंटियर हिस्सा ले रहे हैं. इसमें 22 हजार को पहली डोज और 19 हजार से ज्यादा को पहली और दूसरी डोज दी गई है.

Sputnik V वैक्सीन रूस में हुई डेवलप Sputnik V vaccine developed in Russia
Sputnik V वैक्सीन रूस के गामालेया नेशनल रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी ने डेवलप की है. यह वैक्सीन बीते 11 अगस्त को रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय में रजिस्टर्ड हुआ है. Sputnik V वैक्सीन दुनिया की पहली रजिस्टर्ड वैक्सीन बन गई थी. सितंबर 2020 में, डॉ. रेड्डीज और आरडीआईएफ ने स्पुतनिक वी वैक्सीन के डायग्नोस्टिक ट्रायल और भारत में पहले 100 मिलियन डोज के डिस्ट्रीब्यूशन के अधिकारों के लिए पार्टनरशिप की है.

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