कोरोना से जंग जीतने को आज घर-घर जलेंगे एकता के दीप, जानिए इसके पीछे का ज्‍योतिष विज्ञान

कोरोना वायरस से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर आज उत्तर प्रदेश में दीवाली का माहौल दिखेगा। प्रदेश की 23 करोड़ जनता रात नौ बजे नौ मिनट तक अपने घरों में दीपक या मोमबत्ती जलाकर कोरोना के अंधकार से प्रकाश की ओर उन्मुख होने के लिए एकता का संदेश देंगे।

प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान को सफल बनाने के लिए प्रदेश की जनता खासकर युवाओं और महिलाओं में खासा उत्साह है। बाजारों में मिट्टी के दियों और मोमबत्तियों की मांग भी एकाएक बढ़ गई है। राजधानी लखनऊ के अलावा वाराणसी, प्रयागराज, अयोध्या, आगरा, मथुरा, मेरठ, गोरखपुर समेत राज्य के करीब हर जिले में नगर क्षेत्र के अलावा गावों में भी लोग दीप जलाने के लिए दीयों की खरीदारी में जुट गये हैं।

प्रयागराज से मिली जानकारी के अनुसार वहां की महिलाएं आज भोर से ही अलोपीबाग, कीडगंज और कटरा समेत अनेक प्रमुख बाजारों में पहुंचकर मिट्टी के दियों को खरीद रही हैं। लाॅकडाउन के कारण इस समय सुबह के कुछ घंटे ही दुकानें खुल रही हैं, इसलिए जहां मिट्टी के दिये नहीं मिल रहे हैं, वहां लोग रुई की बत्तियां खरीदकर उसे कटोरी में जलाने की सोच रहे हैं। वहीं कुछ लोग मोमबत्तियां भी खरीदने में लगे हैं।

दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को सुबह नौ बजे एक वीडियो संदेश के माध्यम से देशवासियों से अपील की कि रविवार को रात नौ बजे घर की रोशनी बंदकर नौ मिनट के लिए घर के दरवाजे पर या बालकनी में मोमबत्ती, दिया, टार्च या मोबाइल का फ्लैश जलाएं, जो कोरोना के अंधकार के खिलाफ जंग का द्योतक होगा और देश का मनोबल भी बढ़ाएगा।

प्रधानमंत्री के इस आह्वान के बाद पिछले करीब एक पखवारे से घरों में कैद लोगों को उम्मीद की किरण दिखाई देने लगी है। लोगों का कहना है कि कोरोना से जारी इस जंग को जीतने के लिए वे अपने घरों में दीपक जलाएंगे ताकि एकजुटता का प्रदर्शन हो सके और घरों में सकरात्मक ऊर्जा प्रवेश कर सके।

प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत उनके मंत्रिपरिषद के कई सदस्यों ने प्रदेशवासियों से प्रधानमंत्री के आह्वान को सफल बनाने की अपील की है। सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता भी इस आयोजन को सफल बनाने में पूरी तरह लगे हुए हैं। वहीं समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के नेताओं ने प्रधानमंत्री की इस अपील पर कटाक्ष भी किया था।

प्रधानमंत्री की इस पहल को लेकर पिछले दो दिन से सोशल मीडिया पर भी खूब चर्चा छिड़ी हुई है। अधिकतर लोग उनके इस आह्वान को आध्यात्मिक और ज्योतिषीय नजर से देखते हुए इस पहल के तमाम फायदे भी गिना रहे हैं। ज्योतिषाचार्य डा0 ओमप्रकाशाचार्य का कहना है कि दीप जलाने से घर के अंदर सकरात्मक ऊर्जा का वास होगा। नकारात्मक शक्तियां समाप्त होंगी और शरीर रोग मुक्त हो जाएगा।

डा0 ओमप्रकाशाचार्य ने मीडिया को बताया कि दीप जलाने से घर के अंदर विद्यमान बैक्टीरिया और विषाणु भी नष्ट हो जाते हैं। इसके अलावा इससे लोगों में आत्मबल और आत्मविश्वास भी बढ़ता है। उन्होंने यह भी कहा कि आज रात के नौ बजे जिस समय दीप जलाने का आह्वान किया गया है, उस वक्त अनंग त्रयोदशी का योग है, जो लोगों के लिए मंगलकारी होता है।

5 अप्रैल को ग्रह-नक्षत्रों का विशेष संयोग

  • ज्योतिषाचार्य  के अनुसार रविवार को रात 9 बजे त्रयोदशी तिथि रहेगी। इसे विजया तिथि कहा गया है। इस तिथि में किसी खास कामना के साथ किए गए काम पूरे होते हैं और उसमें जीत मिलती है। इसके साथ ही गंड नाम का योग बन रहा है। उन्होंने बताया कि इस समय कौलव नाम का करण रहेगा। इस अशुभ योग के प्रभाव से किसी बीमारी का उपचार करने से उसकी गति रुक जाती है।
  • ज्योतिषाचार्य ने बताया कि सारावली ग्रंथ के अनुसार रात 9 बजे की कुंडली में चंद्रमा और बुध से जप ध्यान समाधि योग बन रहा है। उस समय तुला लग्न की कुंडली में बृहस्पति की स्थिति आरोग्य योग बन रहा है। इस योग में विशेष कामना के साथ किए गए काम से लंबी उम्र, संपदा और राजाज्ञा यानी राजनैतिक शक्तियों से सुख मिलता है। त्रयोदशी तिथि के दौरान शाम या रात में घर की दहलीज पर दीपक लगाने से यमराज उस घर में रहने वाले लोगों के कष्ट दूर करते हैं।

स्कंध पुराण में एक श्लोक है
मृत्युना दंडपाशाभ्याम कालेन श्यामाहा सहा।
त्रयोदश्यां दीपदानात सूर्यज: प्रयतां मम ।।
अर्थ – त्रयोदशी तिथि में दीपक जलाने के बाद यमराज को प्रणाम करना चाहिए। ऐसा करने से यम प्रसन्न होते हैं और कष्ट दूर कर देते हैं।

अंक ज्योतिष: सामूहिक चेतना और बुद्धि से जीत का दिन

  • अंक ज्योतिषी  के अनुसार रविवार 5 अप्रैल को अंको का विशेष संयोग बन रहा है। ज्योतिषी ने बताया कि 5 अंक बुध का कारक है। वहीं पूरी तारीख 5-4-2020 को आपस में जोड़ने पर 13 आता है। इस अंक में सूर्य और बृहस्पति दोनों का प्रभाव है। जहां सूर्य देश के राजा का कारक है वहीं बृहस्पति चेतना और बुद्धि को प्रभावित करता है। इसलिए इस दिन देश के राजा के आग्रह पर सामूहिक चेतना और बुद्धि के प्रयोग के साथ दीपक और अन्य चीजों के इस्तेमाल से प्रकाश करना शुभ है। क्योंकि अंक ज्योतिष के अनुसार रविवार को सूर्यास्त के बाद राहु हावी हो जाता है। इस दौरान राहु के अशुभ असर से बचने के लिए सूर्य का प्रभाव बढ़ाना चाहिए यानी प्रकाश करना शुभ माना गया है।
  • ज्योतिषी इस तारीख यानी 5 के बारे में बताते हैं कि ये अंक बुध का कारक है। बुध के शुभ प्रभाव से 5 दिन बाद यानी 10 अप्रैल से देश के कई हिस्सों में इस बीमारी से राहत मिलने की संभावना है। वहीं 14 दिन बाद यानी 19 अप्रैल से देश और ज्यादा अच्छी स्थितियां में आने लगेगा। इसके बाद 5 अप्रैल से 23 दिन बाद यानी 28 अप्रैल से देश इस बीमारी का प्रभाव बहुत कम हो जाएगा।
  • वहीं अंक 13 को आपस में जोड़ने पर 4 आता है। जो कि राहु का अंक है। और  वहीं महीने का अंक भी 4 ही है। इसके अलावा 21 मार्च से 20 अप्रैल तक चलित अंक 9 यानी मंगल का अंक रहेगा। अंक ज्योतिष के अनुसार रविवार को सूर्यास्त के बाद राहु हावी हो जाता है। इस दौरान राहु के अशुभ असर से बचने के लिए सूर्य का प्रभाव बढ़ाना चाहिए यानी प्रकाश करना शुभ माना गया है। मंगल अग्नि और प्रकाश का भी कारक ग्रह है।  इसलिए, रविवार को इन 3 विशेष ग्रहों का प्रभाव देश को 5 दिन बाद यानी 10 अप्रैल से राहत मिल सकती है। 14 दिन बाद यानी 19 अप्रैल से और ज्यादा अच्छी स्थिति बनेगी। वहीं 23 दिन बाद यानी 28 अप्रैल बाद और अच्छी स्थिति बनेगी।

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