हसनगंज उन्नाव। घने कोहरे व सर्द हवाओ के चलते भीषण कपकपाती ठंड ने वादकारियो सहित ग्रामीणो का जीवन अस्त व्यस्त हो गया है।लेकिन तहसील मुख्यालय पर जिम्मेदारो की शिथिलता के चलते गरीबो व असहायो को कम्बल तो दूर अलाव चलते ही बुझ गये ।
वर्ष 2020 के दिसम्बर माह के अंतिम सप्ताह में भीषण ठंड ने सभी जीव जन्तु पशु पक्षी सहित आम जन मानस को हैरान कर दिया है।लेकिन मंडल की सबसे बडी तहसील हसनगंज के अन्तरगत 514 गांवो व नगर पंचायतो में शासन द्धारा दी जा रही सुविधाओ को केवल औपचारिकता में निपटाया जा रहा है।जिसका नतीजा है कि गांव नगर पंचायत तो दूर तहसील मुख्यालय पर भी अलाव में आग लगते ही बुझ गये ।जिससे तहसील आने वाले वादकारियो को सुबह से शाम तक ठिठुरते नजर आ रहे है।बैनामा कराने आये क्रेता बिक्रेता बाहर बुझे अलाव का सहारा ले रहे हैं।कम्बल वितरण के नाम पर क्षेत्रीय लेखपाल गठ्ठर के गठ्ठर उठाकर गरीबो व असहायो को न देकर ग्राम प्रधान व जनप्रतिनिधियो को देकर औपचारिकता कर रहे हैं ।बेसहारा गरीब महिला पुरूष फुटपाथ व रोड किनारे ठिठुरते रात गुजार रहे हैं।इस सम्बंध मे तहसीलदार निधि पांडेय ने बताया कि सर्किलवार लेखपालो को कम्बल मुहैया कराये गये शासन की मंशा के अनुरूप गरीबो व असहायो को कम्बल देने के लिए निर्देश दिये गए हैं।
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