बाढ का तांडव, रामजानकी मार्ग पर आवागमन बंद

गोरखपुर। जनपद के बड़हलगंज मेें राप्ती व सरयू नदी रौद्र रूप में आ गई है। कछार क्षेत्र के दर्जनों गांव बाढ के पानी से पूरी तरह घिर गए हैं। कई संपर्क मार्गों पर बाढ का पानी ओवरफ्लो कर रहा है तो कुछ टूट गए हैं। हालत यह है कि आवागमन के लिए प्रशासन को कई गांवों में नाव लगवानी पडी है। मंगलवार को बडहलगंज-कपरवार रामजानकी मार्ग के दोनों तरफ राप्ती व सरयू का दबाव बढने से प्रशासन ने भारी वाहनों का आवागमन बंद कर दिया है।  
     सरयू की बाढ से खडेसरी, दुबौली, कोहडाभावर, मुजौना, रामनगर डुमरी, सीधेगौर, अजयपुरा, खैराटी, गायघाट, कोलखास व जैतपुर के दियारा इलाके पूरी तरह डूबे हुए हैं। वहीं बिहुआ उर्फ अगिलगौवा, हिंगुहार, खोहिया पट्टी, जगदीशपुर, तुर्कवलिया, पौहरिया, मोहन पौहरिया व पटना सहित अन्य गांवों में राप्ती की बाढ तबाही मचाए हुए है। पटना ग्राम पंचायत के पश्चिम रामजानकी मार्ग से बगहा सम्पर्क मार्ग सोमवार की रात पानी के दबाव से टूट गया। जिससे पटना, तुर्कवलिया, पौहरिया में राप्ती का पानी तेजी से घुस रहा है। जबकि कोलखास, रामनगर, ज्ञानकोल पटना मैरूण्ड हो गया हैं। पटना की दलित व यादव बस्ती के साथ उत्तरी टोला के घरो मे पानी घुसना शुरु हो गया है। ऐसे में ग्रामीण सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करने लगे हैं। ग्राम प्रधान हृदयशंकर सिंह ने तहसील प्रशासन से बाढ प्रभावित गांवों में नाव व राहत सामग्री उपलब्ध कराने की मांग की है। वहीं बड़हलगंज से पटनघाट तक रामजानकी मार्ग के दोनों तरफ राप्ती व सरूय नदी का दबाव है। जिसके चलते तहसील प्रशासन ने रामजानकी मार्ग पर भारी वाहनो के आवागमन पर आज दोपहर बाद क्षेत्रीय लोगों एवं ग्रामीणों के मांग पर एसडीएम गोला द्वारा अनिश्चित काल तक के लिये बन्द करा दिया गया है। रामजानकी मार्ग पर उत्तर तरफ राप्ती नदी एवं दक्षिण तरफ सरयू नदी का दबाव तेज है। दोनों नदियां रामजानकी मार्ग पार करके एक दूसरे से मिलने को आतुर है।

ग्रामीणों को याद दिला रहे वर्ष 98 की बाढ के हालात

 राप्ती व सरयू नदी की उफान वर्ष 1998 के बाढ की याद दिला रहे हैं। इस बार पानी के बढ़ोतरी को देखकर ग्रामीण 1998 के बाढ़ जैसी विभिषिका से भयभीत है। इस बार नदियों का जलस्तर 1998 के जलस्तर से मात्र अस्सी सेंटीमीटर नीचे रह गया है। जबकि 2017 के फ्लोर को दोनों नदियां पार कर गई हैं।  


विधायक ने बाढ प्रभावित गांवों का किया दौरा


 विधायक विनय शंकर तिवारी ने मंगलवार को उपजिलाधिकारी गोला व खंड विकास अधिकारी के साथ बाढ प्रभावित गांवों का दौरा किया। इस दौरान विधायक ने अधिकारियों से प्रभावितों को राहत सामग्री उपलब्ध कराने को कहा। विधायक तिवारी ने पटना, पौहरिया, दिस्तौलिया, भयपुरा सहित अन्य गांवों में पहुंच कर बाढ पीडितों का हाल जाना। नेतवार पट्टी, मुजौना, खडेसरी बांध का निरीक्षण किया। उन्होंने बाढग्रस्त गांवों के प्रधानों से बात कर मनरेगा से क्षतिग्रस्त हो रहे बंधों की मरम्मत कराने की बात कही। इसके लिए उन्होंने सीडीओ से भी बात की। जबकि रामजानकी मार्ग पर जगह जगह हो रहे कटान को रोकने के लिए जिलाधिकारी से बात की। इस अवसर पर ग्राम प्रधान हृदय शंकर सिंह, अरविंद सिंह, कमलेश सिंह, राजबहादुर सिंह, मदनकिशोर तिवारी, प्रहलाद तिवारी, भुवनेश्वर चैबे, आशीष तिवारी, लल्लन तिवारी सहित अन्य लोग मौजूद थे।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें