परचम कुसाई व रश्में दस्तार के साथ ग़ाज़ी मियां के 6 दिवसीय 1018 वें उर्स का हुआ आगाज़

27 फरवरी को मनाया जाएगा उर्स।

देश की उन्नति ,एकता और भाई चारे के लिये मांगी गई दुआंय।

बहराइच l हिन्दू मुस्लिम एकता की प्रतीक विश्व प्रसिद्ध दरगाह हज़रत सैय्यद सालार मसूद ग़ाज़ी (रह0) के आस्ताने पर होने वाले 06 दिवसीय उर्स मुबारक का आगाज सुबह बाद नमाज़ फज्र कुरान खुवानी से हुआ दफ्तर दरगाह शरीफ नाल दरवाज़े के सामने प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष सैय्यद शमशाद अहमद एडवोकेट की रहनुमाई में रस्म दस्तार खुद्दाम की महफ़िल सजाई गई जिसका आगाज़ तिलावते कुरान से हुआ और सभी खुद्दाम व गिरदावर के साथ ही प्रबन्ध समिति के जिम्मेदारों को पगड़ी बांधी गई साथ ही महफ़िल में मौजूद उल्मा साहिबान को भी चादर पेश की गई। नाल दरवाज़े के सामने आयोजित कार्यक्रम को मौलाना अर्शदुल कादरी, मौलाना मोईन उद्दीन कादरी, मुफ़्ती कमरुद्दीन ,मोलाना खुर्शीद मिस्बाही, मौलाना मुजफ्फर हुसैन, मौलाना इमाम उद्दीन ,के अलावा कई अन्य आलिमों ने अपने सम्बोधन के दौरान सैय्यद सालार मसूद ग़ाज़ी के आस्ताने पर जारी फैज़ और करामात का जिक्र करते हुवे कहा कि ये वो आस्ताना है जहां बगैर किसी भेदभाव के सभी धर्म जाति के लोग आते हैं और अपनी मुरादे (मन्नत) हासिल करते हैं इनके दर पर जो भी मखलूक ए खुदा (ईश्वर के बन्दे ) आती है ख़ुदावन्दे कुददूश का फ़ज़लों करम इनके तुफैल सभी को हासिल होता है इस दर ने हमेशा दुनिया को अमन एकता और भाई चारे के सन्देश दिया है

आयोजित कार्यक्रम का संचालन मौलाना ज़ाहिरुल कादरी ने किया और मौलाना मेराज़, हाफिज फ़िरोज़ आलम , मौलाना जामिन अली, शब्बीर मसूदी, शाहिद रज़ा अब्दुल अजीज नईमी ने नात व मनकबत का नज़राना पेश किया कार्यक्रम में दरगाह प्रबन्ध समिति के सदस्य दिलशाद अहमद एडवोकेट , हाजी अज़मत उल्ला ,बच्चे भारती, मो0 वसीम मेकरानी , मक़सूद अहमद रायनी, कार्यवाहक मैनेजर हाजी अलीमुल हक़, मौलाना रूमी मियां मौलाना गुल मोहम्मद, मास्टर मिज्जन,मो0 इलियास , नदीमुल हक़ तन्नू,पत्रकार नूर आलम वारसी ताज मो0 शमशाद अली व खुद्दाम दरगाह शरीफ दफ्तर के कर्मचारियों के अलावा सैकड़ों की संख्या में जायरीन मौजूद थे।इस अवसर पर मौलाना अर्शदुल कादरी ने देश की उन्नति भाई चारा अमन व मोहब्बत के लिये दुआ की। रस्म ए दस्तार खुद्दाम के बाद अकबर अली और उनके साथियों ने कव्वाली पेश की और आखिर में परचम कुसाई का प्रोग्राम हुआ नाल दरवाजा, जंजीरी गेट,और कदम रसूल के झण्डे तब्दील किये गये।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें