गाजियाबाद नगर निगम की लापरवाही: बीच में खराब हुई इलेक्ट्रिक शव दाह मशीन, अधजली अवस्था में पड़ा है कोरोना संक्रमित उद्यमी का शव

गाजियाबाद। कोरोना संक्रमितों के अंतिम संस्कार कराने के मामले में गाजियाबाद नगर निगम की लापरवाही सामने आयी है। नगर निगम द्वारा संचालित की जाने वाली इलेक्ट्रिक शव दाह मशीन बीच में ही खराब हो गई जिस कारण कोरोना संक्रमित एक उद्यमी का शव अधजली अवस्था में पिछले 28 घंटों से मशीन के अंदर ही पड़ा हुआ है जिससे उद्यमी के परिजन परेशान है, भूखे प्यासे अस्थियां मिलने का इंतज़ार कर रहे हैं। हालांकि नगर निगम प्रशासन मशीन ठीक कराने में लगा है लेकिन समाचार लिखे जाने तक मशीन ठीक नहीं हो सकी है।


दरअसल इंदिरापुरम के एटीएस सोसायटी में रहने वाले 58 वर्षीय उद्योगपति अनिल कुमार गोयल की कोरोना संक्रमण के चलते सोमवार की शाम पौने सात बजे कौशाम्बी स्थित यशोदा अस्पताल में मौत हो गई थी। कोरोनावायरस प्रोटोकाल के तहत उनके शव का अंतिम संस्कार करने के लिए हिंडन स्थित श्मशान घाट पर लाया गया। मंगलवार को सुबह 11 बजे शव को जलाने के इलेक्ट्रिक शव दाह गृह में रखा गया। अनिल अग्रवाल का शव आधा ही जल पाया था कि मशीन खराब हो गई और बुधवार ढाई बजे तक भी शव को जलाया नही जा सका और मशीन में ही अधजली अवस्था में रखा हुआ है।


अनिल गोयल के पुत्र आयुष गोयल का कहना है कि जब तक शव का अंतिम संस्कार नहीं हो जाता है, तब तक घर का कोई सदस्य पानी नहीं पीता है। परिजनों का कहना है कि उन्होंने सपने भी नहीं सोचा था कि उनके पिता के शव की इतनी दुर्गति होगी। उन्होंने बताया कि आज उन्हें अस्थियां लेकर हरिद्वार जाना था लेकिन अभी तक उन्हें अस्थियां नहीं मिल सकी है । उनका कहना है कि संबंधित विभाग के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए । उधर नगर निगम के अधिशासी अभियंता( विद्युत ) मनोज प्रभात का कहना है कि मशीन का एक पार्ट फुंक गया है जिसे ठीक कराया जा रहा है । जल्दी ही मशीन चालू हो जाएगी और उद्यमी की अस्थियां परिजनों को सौंप दी जाएंगी ।

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