यूपी में आज कहां-कितने कोरोना मरीज, एक क्लिक में देखे पूरी लिस्ट

आगरा में 25 नये कोरोना संक्रमित, मचा हड़कंप

आगरा । कोरोना का कहर कम होता नजर नहीं आ रहा है शनिवार को जैसे ही प्रशासन पर लखनऊ भेजे गये सैम्पल में 25 कोरोना पॉजिटिव मिलने की खबर मिली तो हड़कंप मच गया है। अब आगरा में 45 कोरोना संक्रिमित हो गये हैं। नये मरीज जमाती बताये जा रहे हैं। आगरा प्रशासन के लिए दिन प्रतिदिन चिनौतियां बढ़ती जा रही है। आगरा में 25 और नये मामले सामने आने पर प्रशासन में हडकंप मच गया है। दिल्ली समारोह में शामिल होकर लौटे जमातियों कि खबर के बाद प्रशासन ने 228 लोगों को आइसोलेट किया था। जिनके सैम्पल भेजे गये थे। जिसमें से 25 को पॉजिटिव पाया है। प्रशासन व स्वास्थ टीम नई रणनीति बनाने में जुट गयी है। इस तरीके से इसे रोका जाए। वहीं पुलिस प्रशासन लॉक डाउन पर कड़ाई से पेश आ रही है। जिलाधिकारी प्रभू नारायन ने बताया कि आगरा में 45 कोरोना संक्रमित है।

हाथरस में चार कोरोना पॉजिटिव मिले

हाथरस । हाथरस जिले के सासनी कोतवाली क्षेत्र बीते दिनों पुलिस ने दूसरे राज्यों के जमातियों को पकड़ा था। जिनमें में से चार जमातियों की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आई है। शुक्रवार देर रात चार जमातियों को सासनी के एक कॉलेज से मुरसान की एल-1 यूनिट में शिफ्ट किया गया था। बीते दिनों जिले की सासनी पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ लोग कस्बे की एक मस्जिद में एकत्र हैं और कहीं जाने की तैयारी में है। सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जमातियों को पकड़ लिया था।पकड़े गए जमातियों में से पश्चिम बंगाल और झारखंड के थे जमाती भी थे जबकि कुछ उत्तर प्रदेश के ही निवासी हैं। इन सभी के खून जांच के लिए अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज भेजे गए थे। इनकी रिपोर्ट शुक्रवार रात्रि आई है। जिनमें 04 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है।

मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ.बृजेश राठौर ने बताया कि इन लोगों को कोविड-01 अस्पताल जोकि मुरसान में बनाया गया है, वहां शिफ्ट कर दिया गया है। इन सभी में मामूली लक्ष्ण पाए गये हैं।। जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने बताया कि 24 जमातियों के सैंपल लिए गए थे। उनमें से 12 की रिपोर्ट आई है। जिसमे से 4 की रिपोर्ट पॉजिटिव है। जिन्हें अलग वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। सभी आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। इनमें से किसी में भी उस प्रकार के सिम्प्टोम्स नहीं दिख रहे हैं।

वाराणसी में कोरोना के तीन पॉजिटिव मिले,जिला प्रशासन सतर्क

वाराणसी। वाराणसी में कोरोना संक्रमित तीन नये मरीज मिले है। तीनों की सैंपल रिपोर्ट पॉजिटिव आया है। शुक्रवार देर रात इसकी पुष्टि होते ही जिला प्रशासन के साथ स्वास्थ्य विभाग भी सतर्क हो गया। संंक्रमित मरीजों में दो लोहता और मदनपुरा के हैं। तीसरा हैदराबाद का रहने वाला है। वह तब्लीगी जमात से लौटकर मिर्जापुर होते हुए वाराणसी आया है। संक्रमित दो जमाती पांडेयपुर स्थित पं. दीनदयाल उपाध्याय राजकीय अस्पताल के आइसोलेशन सेंटर में भर्ती हैं। वहीं, लोहता निवासी युवक को बीएचयू अस्पताल में भरती कराया गया। जहां से उसे दीनदयाल अस्पताल में शिफ्ट करने की तैयारी चल रही थी। शनिवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. वीबी सिंह ने बताया कि इन तीनों को मिलाकर वाराणसी में कुल पांच कोरोना संक्रमित मरीज मिल चुके है। जिसमें पहला मरीज ठीक हो चला है। उधर, सुरक्षा कारणों से जिला प्रशासन के निर्देश पर मदनपुरा और लोहता क्षेत्र को शुक्रवार देर रात से ही दो दिन के लिए क्वारंटाइन कर दिया गया। दोनों इलाकों में जाने वाले मार्गो पर नाकाबंदी कर दी गई।

प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार इन दोनों इलाकों में लॉकडॉउन का सख्ती से पालन कराया जायेगा । वाराणसी के जिन दो जमातियों की रिपोर्ट पाजिटिव आई है उनके पूरे परिवार को मेडिकल जांच के लिए भेजा जाएगा। अभी दोनों मरीजों के परिजनों को उनके घर पर क्वारंटाइन किया गया है। लोहता निवासी युवक मुरादाबाद के किसी मदरसे में अध्ययन करता है। वह लॉकडाउन में मुरादाबाद से बस से वाराणसी आया। बस में देवबंद मदरसा के भी सवार रहे। हैदराबाद से आया युवक खुद ही जांच कराने पहुंचा था। जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने बताया कि तब्लीगी जमात से लौटे अब तक 23 लोग सामने आए हैं। तब्लीगी जमात से लौटे 10 और जमातियों का सैंपल भेजा गया है। उनके रिपोर्ट को मंगाया जा रहा है।

बांदा में एक कोरोना पॉजिटिव, सैकड़ों के लिए बन सकता है खतरा

बांदा। वैश्विक महामारी कोरोना- 19 के खिलाफ शुरू ही जंग में निजामुद्दीन तब्लीगी जमात में शामिल लोगों में कोरोना मरीज पाए जाने से बड़ा झटका लगा है और बांदा में भी जमात में शामिल होकर वापस आए एक व्यक्ति के पॉजिटिव पाए जाने से यहां स्थिति विस्फोटक हो सकती है। क्योंकि उसका 20- 25 लोगों का न सिर्फ परिवार है, बल्कि एक भाई रोटी बैंक का अध्यक्ष है जो लगभग ढाई सौ कार्यकर्ताओं के माध्यम से पलायन करके लौटे मजदूरों को खाना वितरित करता रहा है।

शहर के गुलर नाका मोहल्ले का निवासी साजिद अली पुत्र महमूद अली निजामुद्दीन मरकज में शामिल होने के बाद 11 मार्च को बांदा लौटा था, तब से वह अपने सारे कामकाज नियमित निपटा रहा था। वह खुद नगर पालिका परिषद का ठेकेदार है, अगर वह संक्रमित था तो नगरपालिका के चेयरमैन सहित सभी सभासद व कर्मचारी भी जांच के दायरे में आ सकते हैं। उसके परिवार में सदस्यों की संख्या 25 -30 है जो संयुक्त रूप से एक ही मकान में रहते हैं। इसलिए उन्हें भी संक्रमित होने से इनकार नहीं किया जा सकता है। फिलहाल प्रशासन ने परिवार के सभी लोगों को मेडिकल कॉलेज में बुलाकर जांच शुरू कर दी है।

इनके एक भाई रिजवान अली हैं, जो रोटी बैंक के अध्यक्ष हैं उनके साथ लगभग ढाई सौ कार्यकर्ता है। लॉक डाउन के बाद गैर प्रांतों से आए मजदूरों को खाना वितरण का काम रिजवान और उनके 10 साथी करते रहे हैै। जिन्हें प्रशासन ने पास भी जारी किया था। इनके अलावा 250 कार्यकर्ता भी शामिल हैं जो मलिन बस्तियों में खाना वितरित करते रहे हैं। इस तरह अगर रिजवान अली संक्रमित हुए तो रोटी बैंक के सभी सदस्य जांच के घेरे में आ सकते हैं। प्रशासन को सबसे पहले नगर पालिका व रोटी बैंक से जुड़े व्यक्तियों की जांच करानी चाहिए और ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।

इस बीच प्रशासन ने साजिद अली की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद रात में ही गुलर नाका मोहल्ले को सैनिटाइज कराया है। सवेरे नगरपालिका द्वारा पुनःसैनिटाइज किया गया गया है। साथ ही रोटी बैंक को खाना वितरण से रोक दिया गया है। उधर चित्रकूट मंडल के कमिश्नर गौरव दयाल ने अपील की है कि जो लोग साजिद के संपर्क में आए हो वह अपनी अपनी जांच करा लें।

कोरोना: गाजीपुर में दो और जमातियों के कोरोना पॉजिटिव मिलने से उठा सवाल

गाजीपु। जनपद में कोरोना वायरस के संक्रमित दो और जमातियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है, इस सूचना से जनपद में हड़कंप मच गया है। अब जिले में कुल तीन कोरोना पॉजिटिव के मरीज हो गये हैं। जनपद सहित पूरे प्रदेश में जमातियों के लगातार कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने से लोगों ने अब यह सवाल खड़ा करना शुरू कर दिया है कि यह वाकई धर्म प्रचारक हैं या कोरोना के संवाहक हैं। वहीं जगह-जगह यह भी सवाल उठने शुरू हो गए यह किसी आतंकी साजिश का हिस्सा तो नहीं है।

इस बात की जानकारी सीएमओ जीसी मौर्या ने देते हुए बताया कि कुल 9 जमातियों का ब्‍लड टेसट के लिए भेज दिया गया जिसमें छह जमातियों की रिपोर्ट नेगेटिव आयी है और तीन की पाजिटिव आयी है। इस तरह कुल जिले में तीन कोरोना पाजिटिव मरीज हो गये हैं। ग़ाज़ीपुर जनपद में अब कोरोना संक्रमण अपने पैर पसारने लगा है। अब तक जिले में एक कोरोना का पॉजिटिव केस था। जो अब बढ़कर तीन हो गया है।

ज्ञात हो कि गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग की ओर से नौ जमातियों का स्वैब जांच के लिए भेजा गया था। जिसके बाद प्राप्त रिपोर्ट में दो और पॉजिटिव मरीज मिले है। इसके साथ ही एक की रिपोर्ट अभी पेंडिंग है जबकि छह की रिपोर्ट निगेटिव आई है। दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज से 11 जमातियों जनपद से आये थे जिसमें पूर्व में एक जमाती कोरोना पॉजिटिव मिला था और अब और दो लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है। जिसके बाद हड़कम्प मचा हुआ है।

स्वास्थ्य विभाग की टीम देर रात ही पाजिटिव जमातियों को जिला अस्पताल के कोरोना वार्ड में शिफ्ट कर दिया है। बचाव के बावत प्रसाशन ने जनपदवासियों से अपील किया है कि बाहर से आये हुए लोगों की सूचना तत्‍काल कंट्रोल रुम को दे, घर में रहें और सुरक्षित रहें। तीन कोरोना पाजिटिव मरीज होने के बाद जिले में खलबली मच गयी है। प्रशासन चौकन्‍ना हो गया है। सुरक्षा की दृष्टिकोण से जिस मस्जिद में जमाती ठहरे थे उक्त मुहल्ले महुआबाग और मिश्रबाजार क्षेत्रों में सेनेटाइजिंग किया गया और इलाके को सील कर दिया गया। पुलिस प्रशासन ने शुक्रवार की रात से ही सख्‍त रुप अपना लिया है।

जनपद के दुल्लहपुर निवासी सामाजिक कार्यकर्ता अनिल कुमार पांडेय ने कहा कि जब सभी धार्मिक स्थानों को पूर्णतया बंद कर दिए जाने का आदेश जारी हुआ उसके बावजूद किस अधिकार के साथ धर्म विशेष के लोग अपने धार्मिक संस्थानों का प्रयोग कर रहे थे। ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि कहीं यह जमातीओं का समूह किसी आतंकवादी गतिविधि के लिए तो काम नहीं कर रहे हैं। इन सभी से कड़ाई पूर्वक जांच करते हुए मामले का पटाक्षेप किया जाना आवश्यक है।

जखनियां निवासी मदरसा संचालक व सामाजिक कार्यकर्ता मो. शमीम अंसारी ने कहा कि सरकार तत्काल दिल्ली आयोजित उक्त धार्मिक कार्यक्रम में उपस्थित सभी जमातियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर कड़े से कड़ा दंड दे। वहीं उन्होंने कहा कि जनपद सहित समूचे राष्ट्र में जमातियों को अपने घरों में शरण देने वाले लोगों के खिलाफ भी राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत मुकदमा दर्ज करना नितांत आवश्यक है जिससे लोगों का सरकार पर विश्वास बना रहे। एशिया के सबसे बड़े गांव गहमर निवासी प्रख्यात साहित्यकार अखंड गहमरी ने भी धर्म यात्रा के नाम पर विदेशों से आए जमातियों सहित जगह-जगह पुलिस, चिकित्सकों व सुरक्षाकर्मियों पर हमला कर रहे लोगों की गिरफ्तारी के साथ ही कड़ी कार्यवाही करने की मांगकिया।

उन्होंने कहाकि आज यह जांच का विषय बन गया है कि समूचे विश्व में केवल एक धर्म विशेष के लोगों से ही क्यों इस तरह के खतरे उत्पन्न होते हैं। सबसे बड़ी बात कि उक्त धर्मों के तथाकथित संभ्रांत वह बड़े ओहदेधारी लोगों द्वारा भी ऐसे कुकृत्यों का विरोध न कर उनका मौन समर्थन ही किया जाता है। ऐसे में भारत सरकार संयुक्त राष्ट्र संघ के माध्यम से ऐसे लोगों के बहिष्कार की मांग करें जो न्यायोचित होगा।

उप्र : मीरजापुर में दो जमाती मिले कोरोना पॉजिटव, सात की रिपोर्ट आई निगेटिव

मीरजापुर । उत्तर-प्रदेश के मीरजापुर जिले में दिल्ली के तबलीगी मरकज के जलसे में शामिल होकर लौटे नौ में से दो मरीजों की कोरोना पॉजिटव पाए जाने के बाद जिले में हड़कंप मच गया है। जबकि सात की रिपोर्ट निगेटिव आई है। पॉजिटव पाए गए मरीजों को मण्डलीय चिकित्सालय के आइसोलेशन वार्ड में लाया गया है। इसके बाद प्रशासनिक अधिकारी और ज्यादा सतर्क हो गए हैं। एक अहरौरा और एक जमालपुर का जमाती है। इससे पहले यहां कोई मरीज नहीं था।

अलग-अलग क्षेत्रों से नौ जमातियों को विंध्याचल में आइसोलेट किया गया था। सभी की जांच का सेंपल बीएचयू भेजा गया था। इनमें छह निजामुद्दीन से लौटे थे। दो में कोरोना संक्रमण मिला है। पूरे जिले को सेनेटाइज करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए टीमें लगाई गई हैं। लोगों से सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।  सीएमओ ओपी तिवारी ने शनिवार को बताया कि लोग सतर्क रहें, लापरवाही नहीं बरतें। दोनों मरीजों के परिजनों के परिवारों को आइसोलेशन वार्ड में रहने की सलाह दी गई है। साथ ही पता किया जा रहा कि दोनों वहां से आने के बाद किस-किस के संपर्क में आये थे।

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