कोरोना संक्रमितों के मामले में गुडग़ांव निकला फरीदाबाद से आगे, संक्रमितों की संख्या 18 हजार को पार


होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को प्रशासन कराएगा योग
निर्देशों का पालन न करने वाले लापरवाह लोगों के प्रति प्रशासन हो गया है सख्त
बाजारों मे ग्राहकों की संख्या बढऩे से दुकानदार हैं उत्साहित

गुडग़ांव,: कोरोना वायरस का प्रकोप प्रदेश में कम होता दिखाई नहीं दे रहा है। दिन-प्रतिदिन कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। गुडग़ांव कोरोना संक्रमितों की संख्या में फरीदाबाद से भी आगे निकल गया है। जहां गत दिवस फरीदाबाद में पॉजिटिव केस की संख्या 18
हजार 14 थी तो वहीं गुडग़ांव में यह संख्या 18 हजार 156 हो गई।

हालांकि कोरोना से होने वाली मौंत की संख्या फरीदाबाद में गुडग़ांव से अधिक है।
गुडग़ांव में यह संख्या गत दिवस 161 थी तो वहीं फरीदाबाद में 206 बताई गई
है। जिला प्रशासन कोरोना के बढ़ते मामलों को नियंत्रित करने में लगा है।
स्वास्थ्य विभाग भी कोरोना संक्रमितों को होम आइसोलेशन में रहने की बजाय
कोरोना उपचार के लिए बनाए गए अस्पतालों में उपचार कराने की सलाह भी दे
रहा है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने टीम का गठन कर दिया है, जो हर दूसरे
दिन होम आइसोलेशन मे रह रहे मरीजों के बारे में घर-घर जाकर उनका हाल-चाल
पूछेगी। ऐसे मरीजों से यह टीम संपर्क बनाए रखेगी। इस प्रकार की टीमों को
शहर के विभिन्न क्षेत्रों की जिम्मेदारियां दी गई हैं। जिला प्रशासन ने
होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के लिए वर्चुअल माध्यम से योग सत्र का
आयोजन शुरु कर दिया है, ताकि उनकी बीमारियों से लडऩे की प्रतिरोधक क्षमता
को बढ़ाया जा सके और वे कोरोना को मात देकर शीघ्र स्वस्थ हो सकें।
लॉकडाउन के बाद खुली शिक्षण संस्थाओं में छात्र शिक्षकों से अपनी
समस्याओं का समाधान कराने के लिए पहुंचने शुरु हो गए हैं, लेकिन इन
छात्रों की संख्या अभी भी काफी कम है। हालांकि स्कूल पहुंचने वाले
छात्रों से सभी दिशा-निर्देशों का पालन स्कूल के शिक्षक करा रहे हैं,
ताकि कोरोना से बचाव किया जा सके। कोरोना महामारी के दौरान बायोमेडिकल
कचरे का समुचित निस्तारण नहीं हो सका। इसको लेकर भी शहरवासियों में रोष
पैदा हो रहा है। क्योंकि शहर के विभिन्न क्षेत्रों में बायोमेडिकल कचरे
का अंबार लगा हुआ है, जबकि उपायुक्त महोदय आए दिन इस प्रकार के
बायोमेडिकल कचरे के निस्तारण का सुझाव देते रहे हैं, लेकिन विभाग के
कर्मचारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। शहर के गली-मौहल्लों मे भी
फेस मास्क आदि बिखरे पड़े दिखाई देते हैं, जिनसे संक्रमण में वृद्धि होने
की संभावनाएं बनी रहती हैं। जिला प्रशासन ने सार्वजनिक स्थलों की सघन
जांच कराने का भी निर्णय लिया है। कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर जिला
प्रशासन सख्ती करने के मूड में दिखाई देने लगा है। प्रशासन का मानना है
कि सार्वजनिक स्थलों पर जहां सामाजिक दूरी का पालन नहीं किया जा रहा है,
इन्हीं लापरवाह लोगों की वजह से कोरोना संक्रमितों की संख्या में
दिन-प्रतिदिन वृद्धि होती जा रही है। जिला प्रशासन ऐसे लापरवाह लोगों को
कतई सहन नहीं करेगा। उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। अनलॉक-4 के
22वें दिन शहर के मुख्य क्षेत्रो में जहां आवागमन सामान्य दिखाई दिया,
वहीं बाजारों में लोग अपनी जरुरत का सामान खरीदते दिखाई दिए। दुकानदार भी
ग्राहकों की बढ़ती संख्या से उत्साहित हुए दिखाई दे रहे हैं।

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