कोरोना के खिलाफ मासूमों ने खोला अपना खजाना, गुल्लक फोड़कर दान किए 5855 रुपए

कानपुर । कोरोना वायरस को लेकर पूरे देश मे कहर जारी है, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी रोकथाम के लिए 21 दिन का देशव्यापी लॉक डाउन का आवाहन किया है। इसी दौरान प्रधानमंत्री ने देश के लोगों से यह अपील की कि सभी लोग अपनी सामर्थ्य के अनुसार प्रधानमंत्री राहत कोष में गरीबों की और कोरोना वायरस से लड़ने में देश की मदद करने के लिए आगे आये। जिसके बाद से लोगों ने राहत कोष में अपना-अपना सहयोग करना शुरु कर दिया है। कई बड़े बिज़नेस मैन, कई सेलिब्रिटी और कई खेल जगत के लोग इस मुहिम से जुड़े हैं। कानपुर में एक इसी की अनूठी मिसाल देखने को मिली है, यहां मासूम बच्चां ने अपनी गुल्लक तोड़ कर लोगां की मदद के लिए अपने हाथ को आगे बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री रिलीफ फण्ड में सहयोग किया है।

कानपुर के वाई ब्लॉक किदवई नगर में बच्चों ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए अपनी-अपनी गुल्लके तोड़ दी। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री ने देशवासियों से अपील की है कि वे प्रधानमंत्री राहत कोष में दान करें। यह राहत कोष भविष्य में मौजूदा संकट जैसी स्थिति से निपटने में काम में लाया जाएगा।

पीएम मोदी ने ट्वीट में लिखा कि लिंक में राहत कोष से जुड़ी सारी जानकारी है। यह राहत कोष छोटे-छोटे दान भी स्वीकार करता है। बच्चों का कहना है कि उन्होंने टीवी पर लोगों को देखा था कि लोगों के सामने कितनी मजबूरियां हैं। लोग पैदल अपने घरों के लिए निकल लिए हैं जिसको लेकर बच्चों को ख्याल आया कि उनके पास गुल्लक है जो उन्होंने अपने लिए जरूरत का सामान लेने के लिए पैसे इकट्ठा कर रखे हैं उन्होंने अपनी छोटी-छोटी खुशियों जैसे कि खिलौनों बैट कपड़ों के लिए यह पैसे इकट्ठा किए थे, लेकिन अभी देश के संकट के समय में कोरोना से लड़ने के लिए उन्होंने यह पैसे प्रधानमंत्री रिलीफ फंड में दान किए हैं। बच्चों की गुल्लक से 5855 रुपए निकले जो पैसे बच्चों ने प्रधानमंत्री रिलीफ फंड में दान कर दिया है। मासूम बच्चे विदुषी मिश्रा, एकांश, आशी, अद्वय दीक्षित, रजनीश दीक्षित आदि ने कहा कि हमारी खुशियां फिर आ जाएंगी पर इन पैसों से जिनका पेट भरेगा वह मरने से बच जाएगा।

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