ISI का बड़ा आतंकी प्लान : लोकल गैंगस्टर, से-क्स- वर्कर और गोरखपुर का मोहम्मद आरिफ…

भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की सख्ती से पाकिस्तान की कुख्यात खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) अपने आतंकी मॅंसूबों को पूरा नहीं कर पा रही है। इस बौखलाहट में अब वह लोकल गैंगस्टरों को जोड़ने की फिराक में है ताकि भारत में कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब की जा सके।

साथ ही गोरखपुर में पकड़े गए पाकिस्तानी जासूस मोहम्मद आरिफ को लेकर भी नया खुलासा हुआ है। पता चला है कि आईएसआई ने उसे सेक्स वर्कर की मदद से अपना जासूस बनाया था। असल में 51 साल का आरिफ अपने रिश्तेदार से मिलने कराची गया था। वहीं वह आईएसआई के संपर्क में आया। इसका जरिया एक सेक्स वर्कर बनी। गोरखपुर लौटने के बाद वह पाकिस्तान को जानकारियॉं भेजने लगा। गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की जा रही है।

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार आईएसआई और स्थानीय गैंगस्टरों के बीच सॉंगठॉंठ को लेकर खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट​ किया है। हाल ही में चंडीगढ़ की इंटेलिजेंस यूनिट ने देश की तमाम खुफ़िया एजेंसी को इस बात की जानकारी दी।

इंटेलिजेंस यूनिट के मुताबिक़ ऐसे कई मामले सामने आए हैं जिनमें स्थानीय गैंगस्टर और आतंकवादियों के बीच गठजोड़ की जानकारी मिली है। ऐसे अपराधियों और गैंगस्टर की सूची जारी करते हुए इंटेलिजेंस यूनिट ने बाकी इकाइयों को चौकन्ना रहने को कहा है। इंटेलिजेंस यूनिट ने कहा है कि आईएसआई देश के स्थानीय अपराधियों के साथ मिल कर बड़े आतंकी हमले की योजना बना रही है। इनमें से कुछ अपराधी फ़रार हैं तो कुछ अभी जेल में बंद हैं।

एक दिग्गज अधिकारी द्वारा किए गए दावे के मुताबिक़ ऐसा हो सकता है कि पाकिस्तान की खुफ़िया एजेंसी यहाँ के गैंगस्टर से संपर्क में हो या संपर्क बनाने की कोशिश कर रही हो। ख़ासकर ऐसे गैंगस्टर जिनका अपने क्षेत्र में दबदबा है।

कुछ दिनों पहले केंद्रीय खुफ़िया एजेंसी की पंजाब इकाई ने इस संबंध में जानकारी साझा की थी। जानकारी के मुताबिक़ आईएसआई समेत कई आतंकवादी संगठन कुछ नेताओं को निशाना बनाने के लिए 5 स्थानीय अपराधियों के संपर्क में थे। इन 5 अपराधियों में से 2 फ़िलहाल फ़रार चल रहे हैं और वहीं 3 पंजाब के अलग-अलग कारावासों में बंद हैं।  

इन 3 अपराधियों पर दर्जनों हत्या, डकैती, नशे से जुड़े मामले समेत कई गंभीर आरोप हैं। स्थानीय पुलिस को भी इस बात के सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वह इन अपराधियों की हर हरकत पर कड़ी नज़र रखें। भले वह जेल में ही क्यों न बंद हों। एक और सीनियर अधिकारी द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक़ स्लीपर सेल के आतंकियों ने आतंकवादी हमलों को अंजाम देने से साफ़ मना कर दिया है। क्योंकि भारत की सुरक्षा एजेंसी उन पर तुरंत कार्रवाई करती है। इसके अलावा देश में शायद ही कोई उच्च स्तरीय आतंकी कमांडर बचा है जो छोटे आतंकियों की अगुवाई कर सके। ऐसे में आईएसआई आतंकवादी हमलों को अंजाम देने के लिए भारत के स्थानीय गैंगस्टर से संपर्क कर रही है।       

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने शुक्रवार देर रात एनकाउंटर के बाद वैश्विक आतंकी संगठन ISIS के अबू यूसुफ खान को गिरफ्तार किया था। अब तक जो जानकारी सामने आई है उससे पता चला कि वह लोन वुल्फ अटैक की फिराक में था। निशाने पर कोई बड़ी हस्ती थी। अबू बाइक पर विस्फोटक लेकर दिल्ली में आतंकी हमले को अंजाम देने की कोशिश में था। पुलिस ने 15 किलो IED और कुकर बम भी बरामद किया था।

आतंकी अबू यूसुफ खान उत्तर प्रदेश के बलरामपुर का रहने वाला था। लोधी कॉलोनी स्थित दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के दफ्तर में उससे पूछताछ की गई है। वह दिल्ली में ही किसी बड़े हमले को अंजाम देने की फिराक में था लेकिन पुलिस ने समय रहते उसे धर दबोचा। उक्त आतंकी ने कई जगह रेकी भी की थी, ताकि बाद में आसानी से हमला कर सके।

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