6 साल के मासूम और CRPF जवान को मारने वाले आतंकी जाहिद को जवानों ने मौत के घाट उतारा, एक जवान वीरगति को प्राप्त

जम्मू कश्मीर के श्रीनगर के मलबाग क्षेत्र में गुरुवार (2 जुलाई, 2020) देर रात आतंकियों के साथ सुरक्षाबलों की मुठभेड़ हुई है। इस दौरान सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को ढेर कर दिया है। वहीं मुठभेड़ में घायल दो सीआरपीएफ जवानों में एक वीरगति को प्राप्त हो गए हैं। यह मुठभेड़ कश्मीर विश्वविद्यालय के पीछे के क्षेत्र में हुई है। सुरक्षाबल आतंकियों के धड़ पकड़ में जुटे है। इलाके को पूरी तरह से सील कर दिया है और तालाशी अभियान जारी है।

पुलिस के अनुसार एनकाउंटर में मारा गया आतंकी पिछले हफ्ते जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) के एक जवान और 6 साल के बच्चे को मारने वाला जाहिद दास है। जोकि अनंतनाग में सुरक्षाबलों द्वारा घेरे जाने के बाद फरार होने में कामयाब रहा था।

घटना की जानकारी देते हुए आइजी विजय कुमार ने बताया कि अभी आतंकी के एक-दो साथी आसपास छिपे हो सकते हैं। उनके भाग निकलने के रास्ते बंद कर दिए गए हैं और सर्च अभियान चल रहा है। दरअसल, सुरक्षाबलों को मलबाग क्षेत्र में आतंकियों के छुपे होने की सूचना मिली थी। सूचना के अनुसार रात करीब 10:15 बजे सुरक्षाबल मलबाग के जकूरा इलाके पहुँचे। जहाँ एक स्कूल के पास जवानों को कुछ संदिग्ध गतिविधियाँ दिखीं। जिसके पास पहुँचते ही वहाँ छिपे आतंकियों ने जवानों पर हमला बोल दिया और फायरिंग करने लगे।

जिस दौरान जवाबी कार्रवाई में दो सीआरपीएफ कर्मी घायल हो गए। वहीं जवानों ने भी 1 आतंकी को मार गिराया। और उसके शव को कब्जे में लेते हुए उसके पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद भी बरामद किया। इस बीच घायल जवानों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया लेकिन इलाज के दौरान झारखंड के साहिबगंज निवासी कुलदीप उरुवन वीरगति को प्राप्त हुए। कुलदीप सीआरपीएफ की क्विक एक्शन टीम के सदस्य हैं।

बता दें जम्मू कश्मीर में लगातार सुरक्षाबल आतंकियों का सफ़ाया कर रहें है। श्रीनगर में 2 महीने के अंदर जवानों और आतंकियों के बीच यह तीसरी मुठभेड़ है। 21 जून को जूनीमार में आइएसजेके के तीन आतंकी मारे गए थे।

इससे पहले 19 मई को नवाकदल में भारतीय सुरक्षाबलों ने हिजबुल कमांडर सहित 2 आतंकियों को मार गिराया था। इनमें से 1 आतंकी अलगाववादी संगठन तहरीक-ए-हुर्रियत के प्रमुख मोहम्मद अशरफ सहराई का बेटा जुनैद भी था। जोकि साल 2018 में आतंकी संगठन से जुड़ने के बाद, काफी दिनों से सुरक्षा एजेंसियों की रडार पर था।

इस साल सुरक्षाबलों ने आतंकियों के हर एक गतिविधियों पर नजर रखा हुआ है। टॉप-12 आतंकियों को हिट लिस्ट पर रख उनके सफाए के लिए लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही है। इस हिट लिस्ट में जैश-ए-मोहम्मद के तीन, लश्कर के पाँच और हिजबुल के चार आतंकी हैं। जिनमें जैश का कश्मीर में ऑपरेशनल कमांडर गाजी रशीद और लंबू के अलावा हिजबुल का डॉ. सैफुल्ला और लश्कर के उस्मान व नसरुल्ला उर्फ नासिर सबसे पहले निशाने पर है।

सूत्रों के अनुसार इस वक्त जम्मू कश्मीर में करीब 170 आतंकी सक्रिय हैं। वहीं आइजीपी कश्मीर विजय कुमार ने बताया कि सुरक्षाबलों पर हमलों के लिए आतंकी अब मस्जिदों का इस्तेमाल करने लगे हैं।

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