कानपुर हत्याकांड : पत्नी को रहती थी विकास के कामों की जानकारी, प्रॉपर्टी विवाद में अनुराग पर भी करवाया था हमला

लखनऊ. उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के बिकरु गांव में 8 पुलिसवालों की हत्या करने वाला गैंगस्टर विकास दुबे चौथे दिन भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है। पुलिस की 100 टीमें उसे ढूंढने में लगाई गई हैं। वहीं, पुलिस की जांच में उसके परिवार के सदस्यों के चेहरे भी बेनकाब होने लगे हैं। पुलिस की रडार पर आई विकास की पत्नी ऋचा के बारे में चौंकाने वाली खबर सामने आई है। जांच में सामने आया है कि ऋचा के मोबाइल से गांव का सीसीटीवी कनेक्ट रहता था। जब भी पुलिस विकास को पकड़ती थी, वह क्लिप को सोशल मीडिया पर वायरल कर देती, ताकि पुलिस उसका एनकाउंटर न कर सके। यही नहीं, वह मोबाइल पर वहां की एक्टिविटी भी देखा करती थी। पुलिस ने ऋचा का मोबाइल जब्त कर लिया है। 

पत्नी को रहती थी विकास के कामों की जानकारी
पुलिस की जांच में सामने आया है कि विकास की पत्नी ऋचा जिला पंचायत सदस्य है। उसे विकास के हर अच्छे-बुरे कामों की जानकारी रहती थी। यही वजह है कि वह क्षेत्र की जिला पंचायत सदस्य होने के बावजूद लखनऊ आवास पर बच्चों के साथ रहती थी। वह नहीं चाहती थी कि विकास के गलत कामों का नतीजा उसके बच्चे या वह खुद भुगते। 

पत्नी ने 2 बार वायरल किए विकास की गिरफ्तारी के फोटो और वीडियो
पुलिस जांच में सामने आया है कि विकास की पत्नी ऋचा 2 बार पति की गिरफ्तारी की फोटो और वीडियो वायरल कर चुकी है। पहला मामला 2017 का है, जब पुलिस ने विकास को बिकरु गांव स्थित घर से गिरफ्तार किया था। दूसरा मामला 2019 का है। विकास ने जेल से ही चचेरे भाई अनुराग दुबे पर हमला करवाया था। इसके बाद वह जेल से छूट कर आया था। किसी दूसरे मामले में पुलिस उससे पूछताछ करने पहुंची थी।

इसलिए सीसीटीवी लगवाया था 
जांच में यह भी सामने आया है कि विकास ने सीसीटीवी भी इसी मकसद से लगवाया था कि कभी उसे पुलिस यहां से पकड़ कर ले जाए तो उसके पास सबूत हों और उसका एनकाउंटर न कर दिया जाए।

प्रॉपर्टी विवाद में अनुराग पर हमला करवाया था
अनुराग दुबे के बारे में बताया जाता है कि पहले वह विकास के साथ ही काम करता था। जमीनों पर कब्जा करने और पैसों की वसूली करने की जिम्मेदारी उसी के पास थी। इसके बाद जब अनुराग को इस काम मे महारत हासिल हो गई और क्षेत्र में उसका भी दबदबा बन गया तो दोनों अलग हो गए। किसी प्रॉपर्टी विवाद के बाद से दोनों के बीच दुश्मनी हो गई थी। 

खुद से जुड़ी खबरों की पेपर कटिंग जमा करने का शौक
विकास को खुद से जुड़ी खबरों की पेपर कटिंग जमा करने का भी शौक था। बिकरु गांव में स्थित घर के ध्वस्तीकरण के समय एक ऐसी ही फाइल सामने आई जिसमें विकास की 1991 के बाद से अखबारों में प्रकाशित खबरों की कटिंग सुरक्षित रखी गई थीं। यही नहीं, बड़ी आपराधिक घटनाओं में संलिप्त में होने की खबरों की कटिंग भी मिली हैं।

लखनऊ में भी विकास और उसके भाई के खिलाफ केस
विकास और उसके भाई दीप प्रकाश के खिलाफ लखनऊ के कृष्णानगर कोतवाली में रंगदारी वसूलने और धमकी का केस दर्ज किया गया है। दीप प्रकाश के घर से बरामद हुई एंबेसडर कार को विनीत पांडे के नाम के व्यक्ति ने नीलामी में खरीदी थी। विकास ने विनीत को धमकाते हुए जबरन नीलामी में खरीदी कार को उठा लिया था। विनीत की शिकायत पर ही पुलिस ने केस दर्ज किया है।

सीतापुर में 13 लोगों को हिरासत में लेकर 10 घंटे पूछताछ
हिस्ट्रीशीटर विकास का करीबी होने के शक में पुलिस ने बसपा नेता अनुपम दुबे समेत 13 लोगों को हिरासत में लिया था। पुलिस ने इन लोगों से 10 घंटे तक पूछताछ की। जांच में पुलिस को कोई ठोस सबूत नहीं मिले। जिन लोगों को हिरासत में लिया गया था, उनके सभी असलहे वैध पाए गए। वाहन चेकिंग के दौरान सीतापुर-हरदोई बाॅर्डर से पुलिस ने बसपा नेता को हिरासत ले लिया था। दो लग्जरी गाड़ियों में सवार 13 लोगों के पास से 9 असलहे और बड़ी मात्रा में कारतूस बरामद हुए थे। अब सभी लोगों को पूछताछ के बाद छोड़ दिया है। 

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