कारगिल के बर्फीले तूफान में शहीद हुआ कानपुर का लाल, परिवार में मचा कोहराम…

कानपुर । घाटमपुर थानाक्षेत्र का रहने वाला सेना का जवान धर्मेन्द्र कारगिल में हिमस्लखन की चपेट में आ गया। हिमस्खलन से उसको गंभीर चोटें आयी और शहीद हो गया। शहीद होने की खबर पर परिजनों में कोहराम मच गया और लोग परिजनों को ढाढ़स बंधा रहे हैं। परिजनों के मुताबिक शनिवार को शहीद का पार्थिव शरीर पैतृक गांव आएगा।

बिराहिनपुर निवासी रतन सिंह उर्फ बाबूजी का छोटा बेटा धर्मेन्द्र उर्फ बबलू सेना में जवान था और इन दिनों ग्लेशियर सियाचिन में तैनात था। उनकी 1999 में हवलदार पद पर नौकरी लगी थी। गांव में धमेंद्र की मां शिवदेवी व दो बड़े भाई रहते हैं। उनके भाई खेती बाड़ी करते हैं। उनकी शादी 2002 में हरीपुर रायबरेली में हुई थी। पत्नी सुनीता दो बच्चों उत्कर्ष (16) और राजवर्धन (9) के साथ चंडीगढ़ में रहती हैं। पिता रतन सिंह का देहांत हो चुका है।

धर्मेंद्र दशहरे में 20 दिनों के लिए घर आए थे और दीवाली मनाने के बाद ड्यूटी पर गए थे। ड्यूटी के दौरान उनकी चौकी हिमस्खलन की चपेट में आ गयी और अन्य तीन साथियों के साथ धर्मेंद्र भी दबकर घायल हो गया। इलाज के दौरान गुरुवार को धर्मेन्द्र ने दम तोड़ दिया और अपने लाल के शहीद होने की खबर परिजनों को देर रात समाचार चैनलों के माध्यम से मिली। समाचार मिलते ही परिजन बदहवास हो गये और गांव में सन्नाटा पसर गया। शुक्रवार को दिनभर ग्रामीण से लेकर राजनेताओं ने परिजनों को ढाढ़स बंधाया। बताया जा रहा है कि शहीद का पार्थिव शरीर शनिवार को पैतृक घर आने की संभावना है।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें