कर्नाटक में विधानसभा उपचुनाव के लिए 15 सीटों पर मतगणना जारी है। भाजपा के मुख्यमंत्री बीएश येदियुरप्पा को अपनी सरकार बचाने के लिए 6 सीटों की दरकार है। 5 दिसंबर को हुए मतदान में 67.91 फीसद मतदाताओं ने अपने अधिकार का इस्तेमाल किया था। कांग्रेस और JDS के 17 विधायकों के विद्रोह के बाद जुलाई में एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार गिर गई थी और भाजपा को सत्ता में आने का मौका मिला। अयोग्य ठहराए गए इन्हीं विधायकों की खाली सीटों पर उपचुनाव कराए गए हैं। पिछले चुनावों में 15 में से 12 पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी जबकि 3 सीटें जेडीएस के खाते में गई थईं। सत्ता में बने रहने के लिए भाजपा को इनमें से कम से कम छह सीटों की दरकार है। हाई कोर्ट में मामला लंबित रहने के कारण विधानसभा में दो सीटें अभी तक खाली हैं। इन सीटों के लिए उपचुनाव नहीं कराया गया है।
भाजपा ने दो सीटों पर जीत दर्ज कर ली है। वहीं 10 अन्य सीटों पर आगे चल रही है। इसके बाद पार्टी में खुशी की लहर है और जगह-जगह जश्न मनाया जा रहा है। येदियुरप्पा को सरकार बचाने के लिए 6 सीटों पर जीत की दरकार है।
भाजपा ने उत्तर कर्नाटक की सभी सीटों पर बढ़त बनाई
भाजपा ने उत्तरी कर्नाटक की सभी छह सीटों- बेलागबेलवी जिले के गोकक, अठानी और कागवाड़, हावेरी जिले के हिरेकर और रानीबेन्नूर और बल्लारी जिले में विजयनगर पर आगे चल रही है। इन सभी छह सीटों में लिंगायत समुदाय की अहम भूमिका है।
चुनाव आयोग के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, भाजपा 10 सीट पर आगे चल रही है, वहीं कांग्रेस और जेडीएस दो-दो सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं। एक सीट निर्दलीय के खाते में जा सकती है।