हाथों को स्वच्छ बनाएं- बीमारी दूर भगाएं-एस डी एम के पी भारती

विशेश्वरगंज/बहराइच l पयागपुर स्वास्थ्य क्षेत्र के उपकेंद्र खुटेहना पर सेव द चिल्ड्रन सहयोगी संस्था के सहयोग से आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उपजिलाधिकार पयागपुर के पी भारती ने कहा हमारे हाथों में न जाने कितनी अनदेखी गंदगी छिपी होती हैं, जो किसी भी वस्तु को छूने, उसका उपयोग करने और कई तरह के रोज़मर्रा के कामों के कारण होती हैं । यह गंदगी, बगैर हाथ धोए कुछ भी खाने- पीने से आपके शरीर में पहुँच जाती हैं और कई तरह की बीमारियों को जन्म देती हैं । हाथ धोने के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए वैश्विक स्तर पर हर साल 15 अक्टूबर को हैंड वॉशिंग दिवस मनाया जाता है ।


ब्लाक कार्यक्रम प्रबन्धक अनुपम शुक्ल ने उपस्थित लोगों को बताया कि इस दिन की स्थापना वर्ष 2008 में ग्लोबल हैंड वाशिंग पार्टनरशिप द्वारा की गयी जिसका प्रयास साबुन से हाथ धोने के महत्व पर जागरूकता बढ़ाना है । इस साल के ग्लोबल हैंडवाशिंग डे की थीम, “सभी के लिए स्वच्छ हाथ” निर्धारित की गयी है । हम सभी को हाथ की स्वच्छता के महत्व को बखूबी  समझना है । इसी क्रम में आज सम्पूर्ण स्वास्थ्य क्षेत्र के सीएचसी पीएचसी व उपकेन्द्रों के साथ ही आशाओ के द्वारा ग्रामो में 10 से 12 के बीच हैंडवास कार्यक्रम आयोजित कर लोगो को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया गया  कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सबसे प्रभावी तरीका ठीक तरह से हाथ धोना है जिससे संक्रमण का खतरा काफी हद तक काम हो जाता है । डब्ल्यूएचओ के वैश्विक  सुझावों में कोविड-19 महामारी को रोकने और नियंत्रित करने और इसे  व्यवहार में लाने के लिए हाथ की स्वच्छता का लक्ष्य रखा गया । इसके लिए हाल ही में डब्ल्यूएचओ और यूनिसेफ की अगुवाई में ‘हैंड हाइजीन फॉर ऑल ग्लोबल इनिशिएटिव’ लांच किया गया ।

चिकित्सा अधीक्षक डॉ एन बी जायसवाल ने बताया की  हाथ की स्वच्छता हमारे स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता का ही एक हिस्सा है क्योंकि सिर्फ साबुन से अच्छी तरह हाथ धुल लेने से ही कई तरह की बीमारियों से बचा जा सकता है, रोगाणु कई माध्यमों के जरिये से हमारे शरीर में फैलते हैं। उनमें से एक हमारे हाथ भी बीमारी का एक बड़ा जरिया हैं जिसकी वजह से सबसे ज्यादा बच्चों में संक्रमण व गंभीर बीमारियों जैसे डायरिया, वायरल संक्रमण आदि का खतरा बना रहता है । हम लोग दिनभर में कई प्रकार की चीज़ों को छूते हैं। साथ ही भोजन भी हाथ से ही करते हैं। इन्हीं  हाथों से हम अपने मुंह को भी छूते हैं। इसलिये एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भी यह संक्रमण फैलने का सबसे आसान तरीका बन जाता है । संक्रमण से बचाव का सही तरीका 6 चरणों में ठीक तरह से हाथ धोना है | यही हमारे बेहतर स्वास्थ्य की ओर एक अच्छी पहल है। चिकित्सा अधिकारी डॉ.राजीव सिंह बताते है कि कोरोना संक्रमण के बाद काफी हद तक हाथ की स्वच्छता बनाये रखना हमारे व्यवहार में आया है । कई लोगों ने इसे जिम्मेदारी समझकर अपनाया है तो वहीँ कुछ लोग इसे संक्रमण के डर से अपना रहे है l सही तरह से हाथ धुलने से हम दस्त, टाइफाइड, पेट संबंधी रोग, आँख में होने वाले संक्रमण, त्वचा संबंधी रोग आदि से बच सकते है । बीसीपीएम धर्मेन्द्र मिश्र ने सभी को बताया  कि हाथ धुलने का सही तरीका दो मिनट तक साबुन से छह चरणों में हाथ धोना चाहिए l

इसमें सबसे पहले सीधे हाथ पर साबुन लगाकर रगड़ना, उसके बाद उल्टे हाथ, इसके बाद नाखून, फिर अंगूठा, उसके बाद मुट्ठी तथा अंत में कलाई धोनी चाहिए । इस तरह से अगर हम अपने हाथों को धोयेंगे तो निश्चित रूप से 90 प्रतिशत तक बीमारियों से बच सकते हैं । यह संक्रमण से बचाव का बहुत छोटा मगर प्रभावी कदम है ।  सेव द चिल्ड्रन संस्था के ब्लाक कोआर्डिनेटर अनिल तिवारी ने बताया कि हमे हाथ धोना कब-कब है जरूरी : शौच के बाद , खाना बनाने व खाने से पहले , मुंह, नाक व आँखों को छूने के बाद, खाँसने व छींकने के बाद, घर की साफ-सफाई करने के बाद , किसी बीमार व्यक्ति से मिलकर आने के बाद व पालतू जानवरों से खेलने के बाद हम सभी को अपने हाथ अवश्य धुलने चाहिए इस दौरान जागरूकता गोष्ठि कोअनिल पाण्डेय सीडीपीओ पयागपुर अमरचन्द वर्मा तहसीलदार पयागपुरअभिषेक मिश्रा कार्यक्र्म प्रबंधक  श्वेता सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किए। सीएचओ आशीष रॉय एएनएम कुसुमावती सेव द चिल्ड्रन संस्था के कार्यकर्तागण सहित आशा आंगनबाड़ी व अन्य ग्रामीण उपस्थित रहे।

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