विवाह रेखा : जानिए आपकी शादी कब, कैसे, कहाँ और किसके साथ होगी…

हमारी हथेली में ऐसी कई रेखाएं मौजूद है, जिनकी मदद से हम हमारे जीवन के बारे में किआ जरुरी बाते और कई गहरे राज पता कर सकते है | ये रेखाएं हमारे जीवन में अहम भूमिका निभाती है | आज हम आपको ऐसी ही एक रेखा के बारे में बताने जा रहे है | आज हम विवाह रेखा के बारे में बात करेंगे, जिसे प्रेम रेखा या प्रणय रेखा भी कहा जाता है, तो आइये जानते है, आज की इस पोस्ट में आपके लिए क्या खास है |

1. ऐसा माना जाता है कि यदि विवाह रेखा छोटी या हल्की होती है, तो व्यक्ति को अपने रिश्तो की परवाह बहुत कम होती है, साथ ही इस रेखा का हल्का होना प्रेम की कम उम्र को दर्शाता है |
2. हथेली में विवाह रेखा का चौड़ा होना विवाह के प्रति व्यक्ति में उदासीनता को दर्शाता है |
3. यदि किसी की हथेली में विवाह रेखा आगे जाकर कई भागो में बट जाती है, तो ये दुखी दाम्पत्य जीवन को दर्शाता है |
4. विवाह रेखा का अंत में दो भागो में बंटना दाम्पत्य जीवन में कलह को बताता है |
5. विवाह रेखा के प्रारम्भ पर दीप का चिन्ह वैवाहिक सुख में आपने वाली परेशानी को दर्शाता है | जबकि विवाह रेखा पर एक से अधिक दीप का होना ये दर्शाता है कि व्यक्ति दाम्पत्य सुख से वंचित रहेगा | साथ ही ये प्रेम में बदनामी को भी बताता है |
6. हथेली में विवाह रेखा में किसी तरह का झुकाव हो और यदि उस झुकाव पर किसी तरह का क्रॉस बना हो, तो ये पति या पत्नी की आकस्मिक मृत्यु को दर्शाता है | इसके अलावा ये प्रेम संबंधो के अचानक टूटने का भी सूचक है |
7. पुरुष की हथेली पर विवाह रेखा पर बना काला निशान दर्शाता है कि उसकी पत्नी के जीवन में सुख का अभाव रहेगा |
8. हथेली में विवाह रेखा का गहरा होना प्रेम संबंधो और वैवाहिक संबंधो में मधुरता और गहराई को दर्शाता है |
9. खंडित विवाह रेखा जीवनसाथी से विरह को दर्शाती है, ऐसी रेखा ये दर्शाती है कि जीवन के मध्य में पति को पत्नी से दूर होना पड़ेगा |
10. विवाह रेखा से प्रारम्भ होकर यदि हृदय रेखा तक जाती है तो पति पत्नी का साथ जीवनभर रहता है |

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