एनडीआरएफ की टीम ने बोरवेल में गिरी बच्ची शिवानी को बाहर निकाला, नहीं बच सकी जान

करनाल के घरौंडा कस्बे के गांव हरसिंह पूरा में पांच वर्षीय बच्ची शिवानी घर के पास बने 50 फुट गहरे बोरवेल में गिर गई थी। पुलिस प्रशासन व एनडीआरएफ की टीम ने सयुंक्त ऑपेरशन में शिवानी को सोमवार को सुबह बोरवेल से बाहर ताे निकाल लिया, लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। करनाल के उपायुक्त विनय प्रताप सिंह, पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र भौरिया, घरौंडा विधायक हरविंद्र कल्याण मौके पर मौजूद रहे।

पांच वर्षीय शिवानी अपने परिवार के साथ खेत में रहती थी। उनके घर के पास ही बोरवेल बना हुआ था। वह रविवार की रात अचानक वह उसमें जा गिरी। परिजनों के ढूंढ़ने पर जब उसका कोई पता नहीं चला तो गांव के लोग उनके घर इक्कट्ठा होने लगे तभी उनके पड़ोसी ने उसके पिता रवि के साथ बोरवेल में बैटरी से देखने का प्रयास किया। उससे भी न दिखने पर मोबाइल को कपड़े में बांधकर कैमरा ऑन कर बोरवेल में रस्सी के माध्यम से भेजा तो उसमें शिवानी की फोटो आ गई। शिवानी इसमें उल्टी फंसी हुई थी। तभी प्रशासन को इसके बारे में सूचना दी गई प्रशासन ने एनडीआरएफ की टीम को बुलाकर ऑपरेशन शुरू किया। सारी रात यह ऑपरेशन चलता रहा।

एनडीआरएफ की टीम ने नई तकनीक पाइप के माध्यम से बच्ची का पैर या कपड़ा फंसाकर बच्ची को निकालने की कोशिश की गई। बच्ची को सांस लेने में दिक्कत न हो इसके लिए सिलेंडर से बोरवेल में आक्सीजन दी गई। पुलिस प्रशासन व एनडीआरएफ की टीम ने बड़ी मशक्कत के बाद सोमवार सुबह बोरवेल से बच्ची को निकाल लिया गया है और बच्ची को एम्बुलेंस में अस्पताल में ले जाया गया । जहां पर डॉक्टर ने उसे मृत घोषित किया।

घरौंडा के विधायक ने परिवार वालों को सांत्वना देते हुए कहा कि प्रशासन व एनडीआरएफ की टीम उसको निकालने में कामयाब तो रहीं लेकिन उसकी जान नहीं बचा पाई इसका सभी को बहुत दुःख है। उन्होंने कहा कि इसमें लगे सभी कर्मचारी अधिकारियों ने अपनी जिम्मेदारी बहुत अच्छे से निभाते हुए कार्य किया। पुलिस प्रशासन ने बड़ी मुस्तैदी से कम किया। एनडीआरएफ की टीम बच्ची शिवानी काे निकालने में कामयाब रहे। लोगों ने परिवार के सभी सदस्यों को दुःख की इस घड़ी में सात्वना दी।

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