अब लॉकडाउन को मानने लगे लोग, सोशल डिस्टेंसिंग की शुरू हुई कवायद, पुलिस बनी दोस्त

ज्ञान प्रकाश अवस्थी

कानपुर।कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए कानपुर में लॉकडाउन का तीसरा दिन है.
21 दिनों तक चलने वाले लॉकडाउन में घर मौजूद लोगों की सुविधा के लिए कानपुर में होम डिलीवरी की व्यवस्था शुरू कर दी गयी है. स्वरूपनगर, आर्यनगर , बिठूर , रावतपुर , गुमटी नंबर 5 , काकादेव ,समेत कई जगहों पर होम डिलीवरी की व्यवस्था को शुरू कराया गया. व्यापारियों के सहयोग से पुलिस खुद होम डिलीवरी व्यवस्था की कमान संभाली.

 

फजलगंज थाने के पुलिस कर्मियों ने सरहनीय कार्य किया ।फजलगंज थाने में तैनात संब इनपेक्टर अभिनव चौधरी ने अपनी टीम के साथ फुटपाथ पर रहने वालों को खाने के लिए लेंच पैकेट भिजवाया रहने के लिए उचित व्यवस्था की साथ ही किसी अन्य जरूरत के लिए पुलिस की सहायता के लिए कहा कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए कानपुर में लॉकडाउन का तीसरा दिन है.

लॉकडाउन की वजह से लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं. लॉकडाउन की वजह से जरूरी वस्तुओं की कमी न हो, इसके लिए होम डिलीवरी की व्यवस्था शुरू हो चुकी है. गुरूवार को व्यापारियों के सहयोग से पुलिस ने शहर के कई क्षेत्रों में होम डिलीवरी की व्यवस्था को शुरू कराया.

सुविधा के लिए पूरे रास्ते पुलिस खुद माइक से घोषणा कि

स्वरूपनगर में खूब हुई खरीदारीलॉकडाउन की वजह से अपार्टमेंट में अपने फ्लैट्स के अंदर रहने को मजबूर लोगों के घरों के सामने जब होम डिलीवरी की व्यवस्था शुरू हुई तो इन लोगों ने काफी राहत महसूस की. व्यापारियों के सहयोग के साथ शुरू की गई इस व्यवस्था का रिस्पांस भी देखने को मिला. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का भी पालन किया गया. लोगों की सुविधा के लिए पूरे रास्ते पुलिस खुद माइक से घोषणा करती रही. सब्जी के साथ आटा, बेसन, मैदा, बिस्किट और अन्य जरूरी सामान की डिलीवरी यहां पर की गई. लोगों को एक दिन के हिसाब से मिल रही है सब्जिया क बाजार के मूल्य पर वितरण किया गया.

बिठूर क्षेत्र में भी पुलिस ने लोगी की मदद

वहीं, बिठूर में भी पुलिस अपनी अगुवाई में सब्जियों की होम डिलीवरी के लिए निकली. पुलिस वालों के संग सब्जी विक्रेताओं ने घर-घर पहुंचकर सब्जियों की होम डिलीवरी की. लोगों को एक दिन के हिसाब से यहां पर सब्जियों का बाजार के मूल्य पर वितरण किया गया.

पुलिस ने इस दौरान आश्वासन दिया कि होम डिलीवरी की व्यवस्था को रोज चलाया जाएगा इसलिए किसी को परेशान होने की जरूरत नहीं है

जितनी है जरूरत ,उतना ही मिलेगा सामान,
होम डिलीवरी की व्यवस्था के दौरान इस बात का खासा ध्यान रखा गया, जिसमें लोग अपने घरों में भंडारण न कर सकें. इस दौरान लोगों को उतना ही सामान दिया गया, जितने में एक या दो दिन का काम चल जाए. किसी को ज्यादा मात्रा में सामान खरीदने नहीं दिया गया. .

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें