लॉकडाउन में सामने आने लगी जनसमस्याएं, बिजली-पानी व पशु चारा का भी संकट

लखनऊ । लॉकडाउन में प्रदेश के अलग-अलग जिलों में जनसमस्याएं सामने आने लगी हैं, उससे राजधानी भी अछूती नहीं है। लखनऊ में जनसमस्याओं का अंबार सा लगा हुआ है, बिजली पानी का भी संकट सामने आया है। वहीं पशुओं का चारा न मिलने से गोवंश सेवक भी परेशान हो गये हैं।

लखनऊ के विकास नगर के सेक्टर 11 में शुक्रवार की सुबह से बिजली कटी हुई थी। जब सेक्टर 11 में रहने वाले लोगों ने विकास नगर उपकेंद्र पर पहुंचकर समस्या का समाधान करना चाहा तो उनको पुलिसकर्मियों ने घरों में भेज दिया। इसके बाद सुबह विद्युत कटौती के कारण पानी भी नहीं आया। तभी क्षेत्रवासी सड़क पर आ गये और एसडीओ, जेई को फोन लगाना शुरु किया। उनके फोन नहीं उठने के बाद जनाक्रोश बढ़ गया। कुछ ही देर में पुन: पुलिसकर्मियों ने आ कर लोगों को उनके घरों में भेज दिया।

गोमती नगर क्षेत्र में रहने वाले राजेन्द्र पाण्डेय जिनका मोबाइल नम्बर 9559643694 है, उनकी माताजी की हालत बेहद खराब हो गयी। इस दौरान राजेन्द्र ने माताजी को किसी प्रकार से लोहिया संस्थान पहुंचाया, जहां से चिकित्सकों ने उन्हें लेने से मना कर दिया और ट्रामा सेंटर ले जाने को कहा। किसी प्रकार साधन कर राजेन्द्र ने अपनी माताजी को सेंट जोसफ अस्पताल पहुंचाया, वहां इमरजेंसी में उनको भर्ती किया गया।

बालागंज में बहते सीवर के पानी से लोगों में भय का माहौल व्याप्त है। कोरोना संकट के साथ सीवर के पानी से बीमारी फैलने का भय लोगों को सता रहा है। बालागंज के स्थानीय लोगों अरुण, रजमान, आरिफ, सुनील सहित अन्य लोगों ने जिला प्रशासन से मोहल्लों में फॉगिंग व सेनेटाइजेशन करवाने की मांग की है।

लखनऊ के विराज खंड में हर सुबह लगने वाली सब्जी व फल मंडी में भीड़ हो जा रही है। इसके कारण सब्जी विक्रेताओं में भय व्याप्त है। भीड़ होने के कारण उनको कोरोना वायरस का खतरा दिख रहा है। विक्रेताओं ने प्रशासन से मंडी में आने वाले लोगों की संख्या में नियंत्रण करने की मांग की है। वहीं दूसरी ओर सब्जी लेने निकले लोगों का कहना है कि सुबह ताजी सब्जी मिलती है, इसके लिए वे सदैव से सुबह ही सब्जी लेने आते रहे हैं।

मोहान रोड पर रहने वाले सागर ने बताया कि लखनऊ में गौ माता एवं अन्य दुधारू पशुओं के लिए चारा नहीं मिल रहा है। चोकर, चुनी और भूसी की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। इसके कारण वे जानवरों को बाहर छोड़ने पर मजबूर हो गये हैं। गोवंश के चारे की व्यवस्था के लिए जिला प्रशासन को कुछ न कुछ करना चाहिए।

डालीगंज क्षेत्र में रहने वाले आशीष अग्निहोत्री ने बताया कि उनको दाढ़ी बनाने ठीक से नहीं आती है। वह हमेशा से ही सैलून में ही दाढ़ी बनवाते रहे हैं। लॉकडाउन के कारण सैलून बंद है, कहीं भी यह व्यवस्था नहीं हो पा रही है। जिला प्रशासन को आम जनता की जरुरत की व्यवस्थाओं में सैलून को भी शामिल कर लेना चाहिए।

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