देशभर में प्याज के बढ़ते दाम पर काबू पाने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी एमएमटीसी 6090 टन प्याज का आयात करेगी। हालांकि अभी इसमें कम से कम 15 दिनों का वक्त लगेगा। ऐसे में प्याज की नई फसल बाजार में आने की उम्मीद की जा रही है। सूत्रों ने सोमवार को बताया कि सरकार देश में प्याज की किल्लत को देखते हुए 1.2 लाख टन प्याज आयात करने का फैसला किया है।
दरअसल दिल्ली-एनसीआर के इलाकों में प्याज की खुदरा कीमत 90 रुपये प्रति किलो पहुंच गई। वहीं चेन्नई में एक दशक बाद पहली बार प्याज की कीमत 120 रुपये किलो तक पहुंच गई है। प्याज के थोक कारोबारियों का कहना है कि मंडी में प्याज के थोक भाव 8000 रुपये प्रति क्विंटल तक चल रहे हैं। प्याज कारोबारियों के मुताबिक 15 दिसम्बर से पहले प्याज के दाम में कोई राहत नहीं मिलने वाली है।
उधर, देश में प्याज की मांग और आपूर्ति में बढ़ते अंतर को देखते हुए प्याज की कीमतों में और बढ़ोतरी हो सकती है। वहीं, उपभोक्ता मंत्रालय के मुताबिक इस साल प्याज का उत्पादन पिछले साल के मुकाबले करीब 26 फीसदी की गिरावट है। इस बीच प्याज का जायजा के लिए उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के सचिव ए.के. श्रीवास्तव ने राज्य सरकार के अधिकारियों के राज्यों के साथ बैठक की।