दुखद : सड़क हादसे में पीएसी जवान की दर्दनाक मौत

, 26वीं बटालियन में तैनात था जवान
गोपाल त्रिपाठी 
गोरखपुर। 26 वीं वाहिनी पीएसी के बी कम्पनी में तैनात जवान पंकज की गुरूवार की रात पौने तीन बजे के करीब सड़क हादसे में मौत हो गई। घटना कोतवाली इलाके के तरंग ओवरब्रिज के पहले मजार के समीप की है। घटना की खबर सुनते ही पीएसी बटालियन में शोक की लहर छा गई।
 बी कंपनी का कैम्प बिश्वविद्यालय में लगा हुआ है। बिश्वविद्यालय कैम्प से ही पंकज की डियूटी शाम 6 बजे से रात 2 बजे तक गोरखनाथ मंदिर में लगी थी।
मंदिर से रात के 2 बजे डियूटी करने के बाद पंकज बाइक से अपने कैम्प विश्वविद्यालय वापस पहुचने के बाद घर बात करने के लिए अपना मोबाइल खोजे जब मोबाईल नही मिला तो उस नम्बर पर काल किये तो पता चला कि गोरखनाथ मंदिर में सुरक्षा ड्यूटी में लगे एक जवान के पास छूटा हुआ मोबाइल है। मोबाइल पाने वाले जवान ने पंकज से कहा कि कल सुबह मोबाइल पहुच जायेगा लेकिन पंकज तत्काल मोबाइल लेने के लिए गोरखनाथ मंदिर बाइक से निकले अभी वह तरंग ओवरब्रिज के पहले मजार के समीप पहुचे ही थे कि पीछे से आ रही एक अज्ञात वाहन के चपेट में आ गए। वाहन का पहिया पंकज के पैर पर चढ़ गया जिससे पंकज गंभीर रुप से घायल हो गए।
सूचना पाकर पीएसी बी कंपनी के पीसी गामा प्रसाद, एससी गुड्डू प्रभाकर व आरक्षी नौसद अहमद मौके पर पहुचे और तत्काल उपचार के लिए जिला अस्पताल ले गए जहाँ से डॉक्टरों ने गंभीर हालत देख मेडिकल कालेज रेफर कर दिया। मेडिकल कालेज ले जाया गया जहाँ डॉक्टरों ने  पंकज को मृत घोषित कर दिया। बताया जाता है कि पंकज कुमार देवरिया जिले के तरकुलवा थाना क्षेत्र के पथरदेवा के मूल निवासी थे। इनके पिता अशोक कुमार और मां की मौत पहले ही हो चुकी है।
पंकज के पिता अशोक एफसीआई में भी थे। घर पर एक छोटा भाई नीरज ही रहता है। पंकज अपनी पत्नी दीपा व एकलौता बेटा तरुण के साथ पीएसी के आवास में ही वर्ष 2006 से ही रहते थे।
पीएसी अधिकारियों ने बताया कि पंकज के शव को सम्मान (गॉड ऑफ ऑनर) देने के बाद उनके परिजनों को दाह संस्कार के लिए सौप दिया जायेगा।

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