कोरोनाकाल में विद्यार्थियों को समझाईं गईं प्राणायाम व योगासनों की वैज्ञानिक विधियां

मेवाड़ में “मैकेनिज्म ऑफ ब्रीदिंग-ए साइंटिफिक एप्रोच” विषय पर वेबिनार आयोजित


गाजियाबाद। वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूशंस के विज्ञान विभाग (बीएससी गणित) एवं एमएससी बायो-टेक्नोलॉजी विभाग द्वारा  आयोजित “मैकेनिज्म ऑफ ब्रीदिंग-ए साइंटिफिक एप्रोच” नामक राष्ट्रीय वेबिनार में प्राणायाम व योगासनों के वैज्ञानिक पहलुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला गया। पतंजलि विश्वविद्यालय में एकेडमिक्स व रिसर्च विभाग के डीन एवं इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी में गणित के विभागाध्यक्ष डॉ. विनोद कुमार कटियार वेबिनार के मुख्य वक्ता थे। उन्होंने निर्धारित विषय पर विचार प्रस्तुत करते हुए विभिन्न प्रकार के प्राणायामों, अनुलोम-विलोम, कपालभाति आदि की वैज्ञानिक विधियों की महत्ता पर प्रकाश डाला।

कोविड-१९ के दौर में ब्रीदिंग विधाएँ किस प्रकार लाभ दे सकती हैं, इसका उन्होंने विशेष उल्लेख किया। उन्होंने गणितीय सूत्रों के माध्यम से ब्रीदिंग मैकेनिज्म को परिभाषित किया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में मेवाड़ की निदेशिका डॉ. अलका अग्रवाल ने मुख्य वक्ता का स्वागत किया तथा योग के कई पहलुओं पर रोशनी डाली। उन्होंने बताया कि मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस योग से जुड़े कार्यक्रमों को विशेष महत्व देता है। विभागाध्यक्ष डॉ. नीतू सिंह ने वक्ता का संक्षिप्त परिचय दिया। वेबिनार के अंत में फैकल्टी डॉ. सोमना मिश्रा ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस दौरान दोनों विभागों के अन्य शिक्षक डॉ. नम्रता मलिक, डॉ. इला मिश्रा, डॉ. नीलम कौशिक, विकास पाल
समेत काफी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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