सीरम इंस्टीट्यूट को मिली भारत में कोरोना वैक्सीन के अंतिम चरण के ट्रायल की मंजूरी

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) को भारत में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की कोरोना वायरस वैक्सीन के अंतिम चरण के ट्रायल के लिए मंजूरी मिल गई है। समाचार एजेंसी PTI के अनुसार, ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) डॉ वीजी सोमानी ने रविवार देर रात कंपनी को ये मंजूरी प्रदान की। इससे पहले DCGI ने एक बार कंपनी के प्रस्ताव को लौटा दिया था और उसमें बदलाव करके दोबारा आवेदन करने को कहा गया था।

कोरोना वायरस से दोहरी सुरक्षा प्रदान कर सकती है ऑक्सफोर्ड वैक्सीन

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के जेनर इंस्टीट्यूट द्वारा बनाई गई वैक्सीन कोरोना की वैक्सीन की रेस में सबसे आगे चल रही है। पिछले दिनों वैक्सीन के पहले और दूसरे चरण के नतीजे प्रकाशित हुए थे और इनमें पाया गया था कि वैक्सीन दोहरी सुरक्षा प्रदान करती है। ट्रायल में जिन लोगों को वैक्सीन दी गई, उनके शरीर में एंटीबॉडीज और T-सेल बनीं और उनमें वायरस के खिलाफ इम्युनिटी देखने को मिली। T-सेल लंबे समय तक इम्युनिटी प्रदान में मददगार साबित होती हैं।

इसी महीने भारत में शुरू होना है तीसरे चरण का ट्रायल

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने अपनी इस वैक्सीन का लाइसेंस एस्ट्राजेनेका नामक ब्रिटिश कंपनी को दिया है, जिसने भारत और अन्य विकासशील और कम विकसित देशों के लिए वैक्सीन का निर्माण करने की जिम्मेदारी SII को दी है। SII इस महीने इस वैक्सीन का ट्रायल भारत में करना चाहता है और इस ट्रायल को पूरा होने में दो-ढाई महीने लगेंगे। ट्रायल के लिए जगहों का चयन भी कर लिया गया है और केवल DCGI की मंजूरी बाकी रह गई थी।

28 जुलाई को DCGI की समिति ने लौटा दिया था प्रस्ताव

SII ने जुलाई के अंत में ट्रायल की मंजूरी के लिए DCGI के पास प्रस्ताव भेजा था, जिसे DCGI की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमिटी (SEC) ने 28 जुलाई को लौटा दिया। SEC ने कंपनी से ट्रायल के प्रोटोकॉल में संशोधन करने को कहा और इससे संबंधित कुछ अतिरिक्त जानकारियां मांगी। SII ने इस बुधवार को प्रस्ताव में बदलाव इसे दोबारा भेजा और अब SEC की सिफारिश पर DCGI ने उसे ट्रायल की मंजूरी दे दी है।

17 जगहों पर होगा ट्रायल, हिस्सा लेंगे 1,600 लोग

संशोधित प्रस्ताव के अनुसार, देशभर में 17 चयनित जगहों पर 18 साल से अधिक उम्र के 1,600 लोग इस ट्रायल में हिस्सा लेंगे। इन जगहों में दिल्ली समेत देश के कई इलाकों के AIIMS भी शामिल हैं।

सब ठीक रहा तो नवंबर में आ जाएगी वैक्सीन

SII के प्रमुख अदर पूनावाला के अनुसार, अगर सब कुछ ठीक रहता है और ट्रायल के नतीजे अच्छे आते हैं तो वैक्सीन नवंबर में भारत में लॉन्च हो सकती है। उन्होंने कहा कि कंपनी हर महीने वैक्सीन की लगभग छह करोड़ शीशियां बनाएगी जिनमें से आधी यानि तीन करोड़ भारत को मिलेंगी और बाकी अन्य देशों को निर्यात की जाएंगी। पूनावाला ने कहा कि कंपनी अपने जोखिम पर ट्रायल के साथ-साथ वैक्सीन का निर्माण कर रही है।

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