अमन अवस्थी
सीतापुर। जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में 30 गन्ना माफियाओं केे खिलाफ डीएम के निर्देश पर पुलिस रिपोर्ट दर्ज कराई है। डीएम के निर्देश पर पुलिस विभाग द्वारा की गई इस कार्रवाई से जिले भर में सनसनी फैल गई है। पुलिस ने जो रिपोर्ट दर्ज की है उसमें लगी धाराओं में आरोपी को छह माह के लिए जिला बदर भी किया जा सकता है।
जो मामला सामने आया है उसके मुताबिक जिले में गन्ना के फर्जी सटटा बनवाकर दलाली करना तथा उससे अवैध धन अर्जित किया जा रहा था। इस सटटेबाजी और दलाली से किसानों को बेहद नुकसान उठाना पड़ रहा था। यही नहीं फर्जी पर्ची पर यह सब गन्ना तौलाते थे मगर किसानों को जब पर्ची नहीं मिलती थी तो वह खूब हाय-तौबा मचाते थे। यह सब अभी से नहीं बल्कि बीते अनेकों वर्षो से चला आ रहा था।
इस पर कोई भी सरकार पाबंदी नहीं लगा पा रही थी मगर इस बार भाजपा सरकार ने गंभीरता से लेते हुए डीएम को कार्रवाई के आदेश दिए। जिस पर डीएम ने पहले इनकी छटनी कराई और इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए। डीएम के निर्देश तथा एसपी के आदेश पर जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में इन चिन्हित गन्ना माफियाओं के खिलाफ 3 यूपी गुंडा एक्ट में मुकदमा पंजीकृत किया गया है।
इस धार के बारे में जब कई थाना प्रभारियों से वार्ता की गई तो उन्होंने बताया कि यह धारा दलाली के रूप में कार्य कर सक्रिय रहने, अवैध रूप से धन अर्जित करने तथा इनके भय से किसी द्वारा गवाही न दिए जाने पर लगाई गई है। उन्होंने इसके सजा के प्रावधान के बारे में भी बताते हुए कहा कि वैसे तो इसमें तत्काल जमानत का प्रावधान है मगर छह माह के लिए जिला बदर भी हो सकता है।