सीतापुर : समाज के सहयोग से बनेगा भव्य राम मंदिर


श्रीराम मंदिर के लिए निधि समर्पण अभियान का हुआ शुभारंभ
सीतापुर। अयोध्या में भगवान राम का बनने वाला मंदिर राष्ट्र मंदिर होगा। समाज के सहयोग से बनने वाले इस मंदिर में भारत के सभी जाति, धर्म, संप्रदाय के लोगों का सहयोग लिया जाएगा। श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर भारतीय मन की शास्वत प्रेरणा है। इसके निर्माण से राष्ट्रीय स्वभिमान की भी पुर्नप्रतिष्ठा होगी। यह बात श्रीराम जन्मभूमि निधि समर्पण अभियान के प्रारंभ पर उत्सव गेस्ट हाउस में आयोजित एक कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह प्रांत प्रचार प्रमुख दिवाकर ने कही। इस अभियान का शुभारंभ साधु, संतों एवं रामभक्तों की उपस्थिति में किया गया।


जानकारी हो कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अयोध्या में बनने वाले भव्य राम मंदिर के लिए देश के साधु संतों व विश्व हिंदू परिषद ने 15 जनवरी से 27 फरवरी 42 दिन तक पूरे देश में निधि समर्पण अभियान चलाने का निर्णय लिया हुआ है। इस अभियान के माध्यम से कार्यकर्ता घर-घर पहुंचकर राम मंदिर के लिए लोगों से समर्पण करने की अपील करेंगे। दिवाकर ने कहा कि अयोध्या में भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर बने इसके लिए करीब पांच सौ साल तक लंबा संघर्ष चला। लाखों हिंदुओं ने अपना बलिदान दिया तब जाकर यह सुअवसर आज हमें देखने को मिल रहा है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद इस मंदिर के निर्माण में हम सब अपना कुछ न कुछ समर्पण अवश्य करें। यह समर्पण बिल्कुल उस तरह का होना चाहिए जैसे एक छोटी गिलहरी ने श्रीराम सेतु के निर्माण में किया था।

श्री दिवाकर ने कहा इस भव्य व दिव्य मंदिर निर्माण में किसी भी प्रकार का सरकारी सहयोग नहीं लिया जा रहा है। मंदिर निर्माण के लिए धन की कमी नहीं है। उन्होंने कहा देश में ऐसे ऐसे रामभक्त हैं जो अकेले ही इस मंदिर का निर्माण करा सकते हैं परंतु संगठन व साधु संतों ने तय किया कि इसमें आम जनमानस का सहयोग व समर्पण लिया जाए। भारतीय जनमानस को यह लगे कि यह मंदिर समाज व राष्ट्र का मंदिर है इसके निर्माण में हमारा भी कुछ योगदान है।

इसलिए समिति से जुडे कार्यकर्ता
गांव गांव व घर घर संपर्क करेंगे। उन्होंने कहा कि सब के राम व सब में राम विद्मान है। यह अभियान राम के साथ राष्ट्र की अस्मिता और गौरव का अभियान है। इस अभियान के द्वारा भारत की आध्यात्मिक शक्ति भी जाग्रत होगी।


इस अवसर पर नैमिषारण्य से पधारे नारदानंद आश्रम पीठाधीश्वर महंत देवेंद्रानंद सरस्वती ने कहा राम के लिए कुछ भी असंभव नहीं है। श्रीराम चौदह वर्षों तक नंगे पैर वन वन घूमे, समाज के हर वर्ग को उन्होंने जोड़ने का काम किया। वंचित उपेक्षित समझे जाने वाले लोगों को आत्मीयता से गले लगाया। सभी से मित्रता की। नारी का सम्मान व उच्च गरिमा को पुर्नस्थापित कर असुरों का भी नाश किया। ऐसे भगवान श्रीराम के भव्य व ऐतिहासिक एवं दुनिया में अलग से दिखने वाला अयोध्या में बनने वाले इस मंदिर में हम सब जितना भी योगदान कर सकें वह कम है। उन्होंने एकत्र लोगों से आह्वान किया कि समाज के लोगों को जोड़ने का काम करें। उन्होंने कहा कि वे लोग बड़े भाग्यशाली है जिन लोगों ने राम मंदिर आंदोलन को अपनी आंखों से देखा और अब मंदिर निर्माण भी देखेंगे।

समरसता का भाव लेकर बनने वाला यह दिव्य व भव्य मंदिर ऐतिहासिक होगा। इस मौके पर पहला आश्रम महंत भरतदास, महंत बनगढ़ संतोषदास खाकी, जिला संघचालक उमाकांत, सह नगर संघचालक विनय अग्रवाल, विभाग कार्यवाह राजकुमार तिवारी, विहिप जिलाध्यक्ष व अभियान प्रमुख विपुल सिंह, विभाग मंत्री विहिप राजेंद्र, जिला प्रचारक उपेंद्र, जिला संगठन मंत्री कमलेश, सह अभियान प्रमुख भंवर सिंह, महेश शर्मा, भाजपा जिलाध्यक्ष अचिन मेहरोत्रा, मछरेहटा विधायक रामकृष्ण भार्गव, नीरज वर्मा, गोदावरी मिश्रा, जिला महामंत्री राजेश शुक्ला, भाजपा नगर अध्यक्ष आकाश बजरंगी, ज्योति शंकर, आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन जिला कार्यवाह कृष्ण कुमार प्रजापति ने किया।

मुकेश ने दिए 1,11,111 रूपए
सीतापुर। अयोध्या में बनने वाले श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए आज पहले ही दिन दानदाताओं ने दिल खोलकर दान करना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में समाजसेवी, व्यापारी, फिल्म प्रोड्यूसर तथा अग्रवाल सभा के अध्यक्ष मुकेश अग्रवाल ने 1,11,111 रूप का दान किया। श्री अग्रवाल के इस दान की चहुंओर चर्चा हो रही है। वहीं अन्य लोगों ने भी बढ़चढ़ कर दान किया। समाजसेवी मोनू सहगल ने 51,000 रूप्या दान किया। वहीं अखिल भारतीय कायस्थ समाज के जिलाध्यक्ष ललित श्रीवास्तव चंचल ने 51,000 तथा प्रधान भवानीपुर कुलदीप श्रीवास्तव ने 51,000 तथा आलोक श्रीवास्तव ने 51,000 रूप्या दान किया। वहीं एमएलसी राकेश सिंह ने भी 51,000 रूप्या का दान किया है।

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