इसलिए खतरनाक होता है तीसरा स्टेज, क्या लॉक डाउन से रुकेगा खतरा ?

भोपाल. मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इंदौर में अब तक कोरोना के सबसे अधिक मामले सामने जा चुके हैं जिसके बाद इंदौर पर हाई अलर्ट जारी किया गया है। कहा जा रहा है कि भारत अभी कोरोना संक्रमण के दूसरे स्टेज में है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर कोरोना तीसरे स्टेज में पहुंच जाता है तो खतरनाक हो सकता है। आइए ऐसे में जानते हैं आखिर तीसरे स्टेज में कोरोना खतरनाक क्यों होता है।

क्या है कोरोना का तीसरा स्टेज?
मध्यप्रदेश समेत देश के कई राज्यों में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। अगर मामले इसी तरह से बढ़ते रहे तो संभावना जताई जा रही है कि कोरोना वायरस अपने तीसरे स्टेज पर पहुंच जाएगा। तीसरे स्टेज का अर्थ है सामुदायिक संक्रमण। तीसरे स्टेज में कोरोना का संक्रमण आम जनजीवन के बीच फैल सकता है। मतलब इस स्टेज में सोर्स का पता नहीं होता है कि आखिर व्यक्ति कैसे कोरोना संक्रमण में आया। इसके साथ-साथ ये भी पता लगा पाना संभव नहीं होता है कि संक्रमित व्यक्ति कितने लोगों से मिला और फिर वो व्यक्ति कितने लोगों से मिला।

क्या है क्या कम्यूनिटी ट्रांसमिशन
आईसीएमआर के अनुसार कोरोना वायरस फैलने के चार स्टेज हैं। जिसका तीसरा स्टेज सामुदायिक संक्रमण यानी कम्यूनिटी ट्रांसमिशन है। इसमें कोरोना वायरस के संक्रमण का सोर्स नहीं पता चलता, इसलिए हम उसे पकड़ नहीं सकते।

इसलिए खतरनाक होता है तीसरा स्टेज
सामुदायिक संक्रमण में कोई व्यक्ति किसी ज्ञात कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए बिना ही इसका शिकार हो सकता है। कोरोना वायरस से संक्रमित देश की यात्रा किए बिना ही इसका शिकार हो सकता है. इस स्टेज में कोरोना का संक्रमण लोगों के बीच जाने-अनजाने फैलना शुरू हो जाता है। तीसरे स्टेज से बचने का एक मात्र विकल्प है लॉकडाउन का पूरी तरह से पालन किया जाना चाहिए। लॉकडाउन की वजह से हर आदमी घर में बंद है. ऐसे में जो आदमी किसी संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में नहीं आया है वह कोरोना से सुरक्षित है।

ऐसे फैलता है थर्ड स्टेज में कोरोना

मध्यप्रदेश के जबलपुर में कोरोना का चार मरीज सबसे पहले पॉजिटिव मिले। इनमें सभी का ट्रैवेल हिस्ट्री हमें पता था कि तीन दुबई और एक स्वीटजरलैंड से आया था। दुबई से आए लोगों ने खुद को होम आइसोलेशन में नहीं रखा। दुबाई से आने वाले लोगों में सर्राफा व्यापारी शामिल थे। वहां से लौटने के बाद वह अपने दुकान पर जाते रहे।

दुकान पर जाने के दौरान इस सर्राफा व्यापारी के संपर्क में तो सैकड़ों लोग गए। साथ ही दुकान में काम करने वाले कर्मचारी भी आए। सर्राफा व्यापारी टेस्ट में कोरोना पॉजिटिव निकला। उसके बाद दोनों सेल्समैन की जांच करवाई गई, वो दोनों भी पॉजिटिव निकले। यहां तो स्वास्थ्य विभाग को पता है कि एक विदेश से आया। दो लोग उसके संपर्क में आने के बाद संक्रमित हुए।

अब इन दोनों लोगों से कितने लोग मिले इसकी जानकारी किसी के पास नहीं है। इनके जरिए कोई और संक्रमित हुआ होगा। उनसे बीमारी किसी और में फैलेगी। ऐसे में डॉक्टरों के लिए सोर्स पता करना मुश्किल हो जाता है। साथ ही मामले बेकाबू हो जाते हैं और बढ़ने लगते हैं। फिर पता लगाना मुश्किल हो जाता है। देश के कई राज्यों में ऐसे मामले सामने आने लगे हैं।

लॉक डाउन से कैसे रुकेगा

लॉक डाउन से स्टेज थर्ड को रोकने में बहुत हद तक कामयाबी मिलेगी। क्योंकि इस दौरान आदमी घर में बंद रहेगा। अज्ञात सोर्स भी घर में बंद रहेगा। वह अगर बीमार पड़ेगा तो अस्पताल पहुंचेगा। बहुत ज्यादा संक्रमण फैलेगा तो उसके घर लोग बीमार होंगे। लेकिन शहर के लोग बच जाएंगे। साथ ही उसकी पहचान भी हो जाएगी कि अज्ञात सोर्स कौन है। अगर लॉक डाउन नहीं होता तो यह बीमारी पूरे शहर में फैलेगा

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें