कप्तानी के लिये माही नहीं बल्कि ये खिलाड़ी था CSK की पहली पसंद, ऐसे बदला खेल

आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स को सबसे कामयाब टीमों में गिना जाता है, तीन बार चैंपियन बनने के साथ ही ये टीम हर बार फाइनल में पहुंची है, जिसमें उसने हिस्सा लिया है, मालूम हो कि सीएसके पर दो साल के लिये बैन लगा था, टीम 2016 और 2017 में नहीं खेली थी, टीम की इस कामयाबी का श्रेय कप्तान धोनी को जाता है, जिन्होने टीम को ऐसी सफलता दिलाई, धोनी साल 2008 से ही टीम के कप्तान हैं, लेकिन टीम के पूर्व बल्लेबाज एस बद्रीनाथ ने ये कहकर सबको चौंका दिया, कि कप्तानी के लिये धोनी टीम की पहली पसंद नहीं थे।

सहवाग को कप्तान बनाना चाहती थी सीएसके
एक यू-ट्यूब चैनल से बात करते हुए बद्रीनाथ ने कहा कि टीम सहवाग को अपना कप्तान बनाना चाहती थी, लेकिन वीरु ने दिल्ली की टीम के साथ रहने का फैसला लिया था, जो कि उनकी घरेलू टीम थी, बद्रीनाथ ने कहा कि आईपीएल की शुरुआत 2008 में हुई थी, तब सीएसके सहवाग को बतौर कप्तान चाहती थी, वीरु ने खुद कहा कि वो दिल्ली में बड़े हुए हैं, और उनका उस स्थान से खास लगाव है, टीम ने उनके फैसले का सम्मान किया, जिसके बाद उन्होने सोचा कि टीम के लिये बतौर कप्तान कौन अच्छा विकल्प होगा, धोनी ने उससे एक साल पहले ही टीम इंडिया को टी-20 विश्वकप जिताया था, फिर सीएसके से जुड़े।

धोनी 2008 में आईपीएल के सबसे महंगे खिलाड़ी
महेन्द्र सिंह धोनी आईपीएल 2008 के सबसे महंगे खिलाड़ी रहे थे, चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम ने उन्हें 6 करोड़ रुपये की बोली लगाकर खरीदा था, माही ने टीम ने कप्तान के अलावा विकेटकीपर और फिनिशर की भी भूमिका निभाई, चेन्नई को एक खिलाड़ी तीन रोल निभाने वाला मिल चुका था।

टीम की पहचान
धोनी आज चेन्नई सुपरकिंग्स की पहचान हैं, पूर्व भारतीय कप्तान खुद चेन्नई को अपना दूसरा घर बताते हैं, धोनी ने हाल ने ही में 15 अगस्त को इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट का ऐलान किया है, वो पिछले एक साल से भी ज्यादा समय से मैदान पर नहीं उतरे हैं। ऐसे में फैंस बेसब्री से आईपीएल शुरु होने का इंतजार कर हैं, जहां वो धोनी को फिर से खेलते देख पाएंगे।

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