ऊबर लखनऊ समेत 7 शहरों में 12,000 मुफ्त राईड कर रहा प्रदान

लखनऊ। आज ऊबर ने नेशनल एसोसिएशन फाॅर द ब्लाइंड (एनएबी), दिल्ली, के साथ 25 लाख रु. की एक मोबिलिटी साझेदारी की घोषणा की। इस साझेदारी के तहत नेत्रहीनों, कम दृष्टि वाले लोगों एवं अन्य दिव्यांगजनों तथा उनके टीचर्स व केयरगिवर्स को 12,000 राईड निशुल्क प्रदान की जाएंगी।

यह साझेदारी अक्टूबर से दिसंबर, 2020 तक चलेगी और इस साझेदारी द्वारा आठ शहरों – दिल्ली, बैंगलोर, मुंबई, अहमदाबाद, लखनऊ, जयपुर, चेन्नई एवं कोलकाता में शैक्षणिक व प्रशिक्षण संस्थानों और कार्यस्थलों तक उनका सुरक्षित आवागमन सुनिश्चित हो सकेगा। एनएबी के साथ ऊबर की साझेदारी एनएबी के स्थानीय चैप्टर, रिहैबिलिटेशन सोसायटी फाॅर द विज़्युअली इंपेयर्ड के साथ गठबंधन में लखनऊ में क्रियान्वित की जाएगी।

2011 की जनगणना के अनुसार, भारत में 268 मिलियन नेत्रहीन एवं विकलांग लोग हैं, जो दुनिया में सबसे बड़ी संख्या है।

ऊबर के प्रयास के बारे में प्रभजीत सिंह, प्रेसिडेंट, ऊबर इंडिया एवं साउथ एशिया ने कहा, ‘‘ऊबर में हम कोविड-19 महामारी से प्रभावित हुए देश के सबसे नाजुक नागरिकों का सहयोग करने के लिए समर्पित हैं, जिनमें नेत्रहीन भी शामिल हैं। दृष्टि या अन्य विकलांगताओं से पीड़ित लोगों को अपनी संपूर्ण सामथ्र्य का उपयोग करने के लिए सशक्त बनाया जाना चाहिए। हम नेशनल एसोसिएशन फाॅर द ब्लाइंड के साथ नेत्रहीनों के लिए उपयोगी साझेदारी करने के लिए उत्साहित हैं क्योंकि इससे हमें उन लोगों के जीवन में परिवर्तन लाने का अवसर मिलेगा जिन्हें उनकी विकलांगता के कारण मौके नहीं मिल पाते।’’

इस साझेदारी के बारे में, प्रशांत रंजन वर्मा, महासचिव, नेशनल एसोसिएशन फाॅर द ब्लाइंड ने कहा, ‘‘हमें नेत्रहीनों एवं अन्य विकलांगताओं से पीड़ित दिव्यांगजनों, उनके केयरगिवर्स और टीचर्स को सुरक्षित व सुविधाजनक राईड प्रदान करने के लिए ऊबर इंडिया के साथ साझेदारी करने की खुशी है। कोविड-19 महामारी ने दिव्यांगजनों को गंभीर रूप से प्रभावित किया। दृष्टिहीन लोग स्पर्श से बच नहीं सकते और शारीरिक दूरी बनाकर नहीं रख सकते। जब नेत्रहीन सार्वजनिक परिवहन द्वारा यात्रा करता है, तो वह सबसे ज्यादा जोखिम में होता है क्योंकि वह अनजाने में ही दूसरे यात्री के नज़दीक पहुंच जाता है। हमें खुशी है कि ऊबर के सहयोग से इस तरह के जोखिम कम हो जाएंगे और दिव्यांगजनों के लिए शिक्षा व व्यवसाय के अवसर खुल सकेंगे।’’

कोरोना महामारी फैलने के बाद, ऊबर ने स्थानीय अधिकारियों, सिविल सोसायटी संगठनों, राज्य की सरकारों एवं मुख्यमंत्री कार्यालयों को सहयोग करने के लिए अनेक अभियान प्रस्तुत किए। इन अभियानों के तहत, ऊबर ने हाल ही में चाईल्डलाईन 1098 से सहयोग कर संकटग्रस्त बच्चों तक पहुंचने व उनकी देखभाल करने वाले चाईल्ड केयर प्रोफेशनल्स एवं फस्र्ट रिस्पाॅन्डर्स को 30,000 निशुल्क राईड प्रदान कीं। इससे पहले, ऊबर ने हैल्पेज इंडिया के साथ साझेदारी कर सुविधाओं से वंचित बुजुर्ग समुदाय को निशुल्क राईड उपलब्ध कराईं तथा सिविक सोसाइटी के सबसे बड़े खाद्य राहत कार्यक्रमों में से एक राॅबिन हुड आर्मी के साथ सहयोग किया।

ऊबर ने देश में नेशनल हैल्थ अथाॅरिटी (एनएचए) एवं राज्यों व शहरों के प्रशासनों को फ्रंटलाईन हैल्थकेयर कर्मियों एवं कार्यकर्ताओं के आवागमन के लिए 2,80,000 निशुल्क राईड उपलब्ध कराईं। ये निशुल्क राईड ऊबर द्वारा जरूरतमंद लोगों, हैल्थकेयर कर्मियों एवं बुजुर्गों को 10 मिलियन निशुल्क राईड एवं फूड डिलीवरी उपलब्ध कराने की ग्लोबल प्रतिबद्धता का हिस्सा हैं।

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