UK में बड़े पैमाने पर हुए छात्रवृत्ति घोटाला मामले की जांच में हुआ ये बड़ा खुलासा

उत्‍तराखंड में बड़े पैमाने पर हुए छात्रवृत्ति घोटाला मामले की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। छात्रवृत्ति पाने के लिए दलालों ने ऐसे व्यक्ति को भी बीएड करा दिया जो सिर्फ पांचवीं कक्षा तक ही पढ़ा है। यह देखकर एसआइटी प्रभारी भी दंग रह गए।

एसआइटी प्रभारी भीम भास्कर आर्य ने रविवार को ऊधमसिंहनगर जिले के जसपुी में मदरसा बदरूल में मोहल्ला जटवारा के रहने वाले छात्रों को पूछताछ के लिए बुलाया। यहां उन्होंने छात्रों के शैक्षिक एवं बैंक अभिलेखों का मिलान किया और जानना चाहा कि किसके माध्यम से उनके फार्म भरे गए और दलालों को कितने पैसे दिए। समाज कल्याण विभाग की ओर से जारी सूची के आधार पर एसआइटी चिह्नित छात्रों से पूछताछ कर रही थी कि इस बीच मोहल्ला नई बस्ती निवासी फरीद अहमद पुत्र दिलशाद हुसैन का नाम सूची में देखकर उन्हें बुलाया गया। फरीद ने यहां एसआइटी प्रभारी को बताया कि लिस्ट के अनुसार उनका नाम भले ही मैच जरूर कर रहा हो लेकिन न तो उनके खाते में कोई छात्रवृत्ति आई है और न ही उन्होंने कभी बीएड किया, क्योंकि वह तो पांचवीं कक्षा तक ही पढ़े हैं। यह बात सुनकर एसआइटी प्रभारी भी दंग रह गए। एसआइटी को अब फरीद नामक उस व्यक्ति की तलाश है जिसने मारवर बीएड कॉलेज खरोरा जोधपुर, राजस्थान के कॉलेज के माध्यम से छात्रवृत्ति प्राप्त कर ली है। वहीं, रविवार को जांच अधिकारी एसएसआइ ललित जोशी ने भी छात्रों को कोतवाली बुलाकर उनके बयान दर्ज किए।

कई पर दर्ज है केस

दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले में 26 एवं 27 सितंबर को कोतवाली में दो मुकदमें दर्ज किए गए। जिसमें नामजद महिलाल व दिग्विजय ङ्क्षसह निवासीगण नगर पंचायत महुआडाबरा, कमलजीत ङ्क्षसह निवासी ग्राम भगवंतपुर, उदयराज ङ्क्षसह निवासी बरखेड़ा पांडे थाना आइटीआइ काशीपुर एवं पावेश निवासी ग्राम मंडुवाखोड़ा शामिल हैं। हरियाणा के जिला रेवाड़ी स्थित संदेश कालेज ऑफ एजुकेशन कनैना करोली व ब्राइट लैंड कॉलेज ऑफ एजुकेशन के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया।

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