शासन की गाइड लाइन न समझ पाने के कारण कोटे पर गल्ला लेने निकले मजदूर मायूस हो खाली हाथ लौटे

  • शासन की ओर से जारी निर्देशो में 2019- 20 में मनरेगा में काम किये मजदूरो को मिलना था नि:शुल्क खाद्यान
  • 2019-20 सत्र में एक भी दिन भी काम न करने वाले मनरेगा के मजदूर भी जाब कार्ड लेकर पहुंच गये गल्ला लेने। कोटेदार ने किया वापस।
  • सेमरहना गांव के कई मनरेगा जाब कार्ड धारको ने जिलाधिकारी को पत्र लिख कर गल्ला दिलवाने की मांग की।

क़ुतुब अन्सारी
बहराइच l देश में जारी कोरोना अापदा के बीच इस समय काफी संख्या में श्रमिक बेरोजगार है प्रदेश सरकार की ओर से गाइडलाइन जारी करके इस समय कोटेदार को 2019-20 सत्र में काम किये मनरेगा श्रमिकों एवं रजिस्टर्ड श्रमिकों को नि:शुल्क गल्ला देने का आदेश जारी किया गया है जिसके तहत जनपद बहराइच के सभी गांवों में इस समय सरकारी गल्ले के दुकान के माध्यम से खाद्यान वितरण प्रक्रिया चालू है ।

ग्राम स्तर पर कोटेदारो की अोर से जैसे ही खाद्यान वितरण प्रक्रिया शुरु की गयी‌ सेमरहना गांव में मनरेगा मजदूर अपने अपने जाब कार्ड लेकर घर से गल्ला लेने निकल लिये।

मनरेगा मजदूरो को लगा कि सभी जाब कार्ड धारको को नि:शुल्क खाद्यान मिलेगा जबकि शासन के निर्देशानुसार निशुल्क वितरण र्सिफ सत्र 2019-20 में मनरेगा में काम किए श्रमिकों के लिये था ।

कोटे की दुकान तक पहुंचे बिना खाली हाथ वापस अपने घरो को लौटे इन श्रमिकों का कहना है कि आपदा के इस समय में जहां समाजसेवियों की ओर से लोगों की मदद करते हुये उन्हे जीविकोपार्जन हेतु आवश्यक सामान उपलब्ध कराए जा रहे है वही सरकारी गल्ला न मिलने से हम सब मायूस है ।  गुरुवार को विकासखंड सेमरहना में कुछ मनरेगा मजदूरों ने जिला अधिकारी बहराइच को पत्र लिख अपने लिये खाद्यान्न की मांग की है।गुरुवार को सेमरहना निवासी मनरेगा कार्ड धारक प्रह्लाद साहनी, शारदा देवी, ज्ञानमती, बाबूराम, राहुल कुमार, पुष्पा देवी, सुरेश आदि ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर कहा कि हम लोगों के पास लगभग 4 वर्ष पुराना मनरेगा कार्ड होने के बावजूद हमें राशन‌ नही मिला है श्रमिको का कहना है कि आपदा की इस घड़ी में यदि कोटे से भी हमें राशन नहीं मिला तो हमारे घर का चूल्हा कैसे जलेगा अतः जिलाधिकारी महोदय मामले का संज्ञान लेकर हम लोगों को अपने स्तर से खाद्यान दिलाने की कृपा करें ।

इस प्रकरण पर ग्राम सचिव सेमरहना सुशील सिंह ने कहा कि सभी गांवो‌ में खाद्यान वितरण प्रक्रिया के तहत पात्रों को खाद्यान्न दिया जा रहा है। कुछ ग्रामीण जिंहोने इस सत्र में मनरेगा के तहत कोई काम नहीं किया है उन लोगों की ओर से भी खाद्यान्न देने के बाबत जिलाधिकारी महोदय को पत्र लिखने की जानकारी मिली है। इस संदर्भ में जो भी निर्देश मिलेगा उसका पालन किया जायेगा। फिलहाल किसी भी व्यक्ति को परेशान होने की जरूरत नहीं है विकास विभाग के अधिकारी हर गांव में मौजूद है । गांव के कई सक्षम लोगों से बात कर सभी के सहयोग से सभी तक मदद पहुंचायी जा रही है। क्षेत्र के समाजसेवियों एवं व्यापारियों के सहयोग से अबतक कई गांवों में राशन आदि वितरित भी कराया गया है ।

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