उन्नाव कांड : सपा व कांग्रेस ने भाजपा कार्यालय के सामने किया प्रदर्शन, पुलिस ने बरसाई लाठियां

इधर कॉन्ग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी उन्नाव गैंगरेप पीड़िता के परिवार से मिलने पहुँचीं, उधर यूपी में कॉन्ग्रेसी भी योगी सरकार के ख़िलाफ़ प्रदर्शन करते हुए सड़कों पर निकल गए। लेकिन उत्तर प्रदेश विधानसभा के बाहर कॉन्ग्रेस के झंडे लेकर पहुँचे कार्यकर्ताओं ने तब भागना शुरू कर दिया, जब यूपी पुलिस ने लाठियों से उन्हें जम कर पीटा। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो भी वायरल हो गया। इसमें देखा जा सकता है कि पुलिस ने जम कर लाठिया भाँजते हुए प्रदर्शनकारी कॉन्ग्रेसियों की बखिया उधेड़ दी। अफरातफरी के बीच सभी कॉन्ग्रेस कार्यकर्ता अपनी पार्टी का झंडा-बैनर लिए पुलिस से बचते हुए भाग निकले।

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बता दें कि समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव भी विधानसभा में ही धरने पर बैठे हुए हैं। उनका आरोप है कि अपराध कम करने का दावा करने वाली योगी सरकार ‘उन्नाव की बेटी’ को नहीं बचा पाई। उन्नाव गैंगरेप पीड़िता को उन्हीं 5 लोगों ने जला कर मार डाला, जिन पर उसके साथ बलात्कार का आरोप था। सुनवाई के लिए रायबरेली कोर्ट जा रही पीड़िता बचने के लिए 1 किलोमीटर तक भागती रही और पुलिस को फोन तक किया लेकिन आरोपितों ने केरोसिन तेल डाल कर उसे जला डाला। मरने से पहले पीड़िता ने कहा था कि वो गुनहगारों को मौत की सज़ा मिलते देखना चाहती हैं।

चूँकि पीड़िता का शरीर 90% जल चुका है, उसके भाई ने कहा है कि अंतिम क्रियाकर्म के लिए जलाने की प्रक्रिया पूरी करने के लिए कुछ बचा ही नहीं है। इसीलिए, परिजनों ने उसे दफनाने का फ़ैसला लिया है। इधर प्रियंका गाँधी ने उन्नाव पहुँच कर परिजनों से मुलाक़ात करने के बाद कहा कि यूपी में क़ानून-व्यवस्था विफल रही है। वहीं उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने दोषियों को जल्द से जल्द कड़ी सज़ा दिलाने का भरोसा दिया। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा:

“ये एक बहुत ही निंदनीय घटना है। यह काला दिन है। भाजपा सरकार के आने के बाद होने वाली यह इस तरह की पहली घटना नहीं है। सीएम योगी ने विधानसभा में कहा था कि अपराधियों को ठोक दिया जाएगा लेकिन वो एक बेटी को नहीं बचा पाए। जब तक यूपी के मुख्यमंत्री, डीजीपी और गृह सचिव इस्तीफा नहीं देते, तब तक इस मामले में न्याय नहीं हो सकता। उन्नाव वारदात को लेकर कल सभी जिलों में सपा शोक सभा आयोजित करेगी।”

बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी इस घटना को लेकर कड़ा विरोध दर्ज कराया है। उन्होंने कहा कि इस किस्म की दर्दनाक घटनाओं को यूपी सहित पूरे देशभर में रोकने हेतु राज्य सरकारों को चाहिए कि वे लोगों में कानून का खौफ पैदा करे। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र भी ऐसी घटनाओं को मद्देनजर रखते हुये दोषियों को निर्धारित समय के भीतर हीफाँसी की सख़्त सज़ा दिलाने का क़ानून ज़रूर बनाए।

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