UP के गोरखपुर में सरकारी जमीन से ध्‍वस्‍त किया गया भाजपा पार्षद का कब्‍जा

गोरखपुर के महेवा वार्ड स्थित कान्हा उपवन में वहीं के भाजपा पार्षद रामभुआल कुशवाहा का कब्जा नगर निगम टीम ने बुधवार दोपहर ध्‍वस्‍त कर दिया। नगर निगम की जमीन पर हुए कब्जे के खिलाफ कार्रवाई का किसी ने विरोध नहीं किया। हालांकि पार्षद ने गेट पर न्यायालय में मामला चलने का बैनर लगाया था लेकिन अफसरों ने बैनर उतारकर रखने के बाद गेट के साथ ही पूरा निर्माण ध्वस्त करा दिया। अपर नगर आयुक्त द्वितीय अनिल कुमार सिंह के नेतृत्व में नगर निगम की टीम बुधवार दोपहर कान्हा उपवन पहुंचे। यहां एक एकड़ से ज्यादा जमीन पर कब्जा था।

पहले टूटी कान्हा उपवन की बाउंड्री

नगर निगम की टीम को पार्षद के कब्जे तक पहुंचने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। पहले कान्हा उपवन की बाउंड्री तोड़ी गई। यह बाउंड्री कान्हा उपवन के निर्माण के समय अफसरों को गलत जानकारी देकर करा दी गई थी। बताया गया था कि नगर निगम की जमीन वहीं तक है। तब अफसरों ने भी इसकी पड़ताल नहीं की और पार्षद ने जिस तरह बताया उसी तरह बाउंड्री तैयार कर दी गई।

बुलडोजर पहुंचने में हुई दिक्कत

कान्हा उपवन की बाउंड्री तोडऩे के बाद बुलडोजर जैसे ही कब्जा ध्वस्त करने के लिए आगे बढ़ा गीली मिट्टी में फंस गया। पता चला कि घंटों पहले से नलकूप से पानी चलाया जा रहा था। किसी तरह बुलडोजर आगे बढ़ा और कब्जा गिराना शुरू कर दिया।

गेट पर लिखा मिला बैनर

नगर निगम की टीम पार्षद के कब्जे वाले कान्हा उपवन की जमीन पर पहुंची तो वहां लोहे के गेट पर बैनर लटका मिला। इसमें लिखा था, ‘यह संपत्ति रामभुआल कुशवाहा की है। इस संपत्ति के संबंध में दीवानी न्यायालय में वाद संख्या 1148/2015 रामभुआल कुशवाहा बनाम उत्तर प्रदेश राज्य सरकार व नगर निगम गोरखपुर मुकदमा विचाराधीन है। लेकिन मौके पर कोई नहीं था। यह जानकारी अफसरों को दी गई तो उन्होंने गेट तोडऩे के आदेश दिए।

यह है मामला

कान्हा उपवन की तकरीबन दो एकड़ जमीन पर कब्जा है। आरोप है कि एक एकड़ जमीन पर महेवा वार्ड के पार्षद रामभुआल कुशवाहा का कब्जा है। महेवा वार्ड में ही कान्हा उपवन आता है। कुछ दिनों पहले नगर निगम कार्यकारिणी के उपसभापति व कान्हा उपवन की व्यवस्था सुधारने के लिए गठित समिति के चेयरमैन भाजपा पार्षद बृजेश सिंह छोटू ने नगर आयुक्त को पत्र लिखकर कान्हा उपवन की जमीन पर हुए कब्जे ढहाने की मांग की थी। इसकी जानकारी कमिश्नर जयंत नार्लिकर को भी दी गई थी। कमिश्नर के निर्देश के बाद कान्हा उपवन की जमीन की नाप ली गई थी। अफसरों ने भी कब्जा माना था। इधर, महेवा वार्ड के पार्षद रामभुआल कुशवाहा ने महापौर को पत्र लिखकर कान्हा उपवन की 75 डिसमिल जमीन पर कब्जा की जानकारी दी। बताया कि उपसभापति बृजेश सिंह छोटू की मिली भगत से कान्हा उपवन की जमीन बेच दी गई है।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें