VIDEO : सीतापुर में सपा-बसपा के बीच हाई वोल्टेज ड्रामा, नकुल दुबे के विरोध में चले लात घूसे, कुर्सियां बनी हथियार

सीतापुर : सपा-बसपा गठबन्धन कार्यकर्ता की गुरूवार को हो रही बैठक हल्दीघाटी का मैदान बन गया। बसपा के पैराशूट प्रत्याशी नकुल दुबे के विरोध में लगभग दो सैकड़ा कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा काटा। इस दौरान नकुल समर्थक और उनके विरोधी आपस में भिड़ गये। तीखी नोंकझोक के बीच दोनों पक्षों में जमकर लात घूसे चले और कुर्सियां हथियार बन गयी। बसपाईयों की भीड़ से नकुल ”गो टू बैक” एवं बाहरी प्रत्याशी नहीं चाहिये जैसे नारे बुलन्द होते रहे। लगभग एक घण्टे तक चले हाईप्रोफाइल ड्रामे के बाद सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों ने डण्डे लहरा कर प्रदर्शनकारी बसपा कार्यकर्ताओं को बैठक कक्ष से बाहर खदेड़ दिया, इसके बावजूद भी सड़कों पर नकुल दुबे के विरोध में कार्यकर्ता आवाज़ मुखर करते रहे।

राजधानी लखनऊ से आये बसपा के कद्दावर नेता इस नजारे को देख कर दंग रह गये। उन्हें इस बात का इल्म ही नहीं था कि बैठक के दौरान प्रत्याशी को इस तरह के विरोध का सामाना करना पड़ेगा। सूत्रों की मानें तो इस हाईप्रोफाइल बवाल की बुनियाद बुधवार को ही रख दी गयी थी, जब प्रत्याशी चयन से नाराज पार्टी कार्यकर्ताओं ने बसपा जिलाध्यक्ष को उनके आवास पर बंधक बना कर विरोध प्रदर्शन किया था।

पहले से ही अनुमान लगाया जा रहा था कि गुरूवार को होने वाली बसपा की बैठक में प्रत्याशी को लेकर भारी विरोध हो सकता है। गुरूवार को राजधानी लखनऊ से अपने भारी लाव लश्कर के साथ गठबन्धन प्रत्याशी नकुल दुबे ने जैसे ही मुस्कान गेस्ट हाउस में कदम रखा, वैसे ही वहां मौजूद दो सैकड़ा बसपाईयों ने कुर्सी पर खड़े होकर नारेबाजी शुरू कर दी। हाथो में बैनर पट्टी लेकर विरोध कर रहें कार्यकर्ताओं ने ‘नकुल दुबे वापस जाओं, गो टू बैक नकुल दुबे, पैराशूट प्रत्याशी नहीं चाहिये, जैसे नारे लगाने लगे। विरोध होता देख नकुल समर्थक भी आक्रोशित हो गये और दोनों पक्ष के लोगों ने बैठक हाल में ही बाहे चढ़ा ली। नारेबाजी के बीच अपशब्दों की बौछार का सिलसिला शुरू हो गया। इस दौरान दोनों पक्षों में जमकर लात घूसे चले।

प्रदर्शनकारियों ने कुर्सियों को हथियार बना डाला। कार्यक्रम का संचालन कर रहें बसपा जिलाध्यक्ष डा.राममूर्ति मधुकर ने कार्यकर्ताओं का शान्त कराने का प्रयास किया, लेकिन प्रदर्शनकारी अपनी बात पर अड़े रहे। नकुल समर्थक प्रदर्शनकारियों के हाथ से बैनर पट्टी छीनने लगे, जिसको लेकर दोनों पक्षों में खासा विरोध हो गया। बैठक के दौरान हुये शोरगुल को सुनकर बाहर सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी अन्दर आ गये और डण्डा लहरा कर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ना शुरू कर दिया, जिस पर प्रदर्शनकारी पुलिस से भी भिड़ गये। भाजपा प्रायोजित था हंगामा: नकुल सीतापुर लोकसभा क्षेत्र से सपा-बसपा गठबन्धन प्रत्याशी बनाये गये पूर्व कैबिनेट मंत्री नकुल दुबे ने कहा कि आज सपा-बसपा कार्यकर्ता बैठक के दौरान हुआ हंगामा भाजपा प्रायोजित था।

उन्होंने कहा कि सपा-बसपा के मेल से भाजपा की नींद हराम हो गयी है। गठबन्धन को नुकसान पहुंचाने और अफवाह फैलाने के लिये भाजपा के लोग कार्यकर्ताओं के बीच शामिल हो गये और जबरन प्रदर्शन करने लगे। उन्होंने कहा कि बसपा अनुशासित दल है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने जिसे आशीर्वाद दे दिया, उसका कोई विरोध नहीं करता है। उन्होने कहा कि सीतापुर सीट पर प्रत्याशी चयन को लेकर कोई विरोध नहीं है। सपा-बसपा के लोग दिल से एक हो चुके हैं और चुनाव में भाजपा को शिकस्त देने के लिये तैयार हैं। जिलाध्यक्ष डा.राममूर्ति मधुकर व पूर्व जिलाध्यक्ष विकास राजवंशी ने कहा कि बैठक में हंगामा भाजपा के इशारे पर हुआ है।

भाजपा के लोगो ने नारेबाजी की है, बसपा कार्यकर्ता पूरे मनोयोग से एकजुट हैं और वह बहन जी के निर्देशों का पालन कर रहा है। ब्राह्मणों को लुभाने के लिये पुरोहितों ने पढ़े श्लोक पूर्व कैबिनेट मंत्री नकुल दुबे ने अपने ऊपर चस्पा बाहरी प्रत्याशी के ठप्पे को हटाने और ब्राम्हण मतदाताओं को साधने के लिये नैमिषारण्य के पुरोहितों का भरपूर सहारा लिया। नैमिष से लग्जरी वाहनो पर सवार होकर परम्परागत वेशभूषा में आये करीब दो दर्जन पुरोहितों ने प्रत्याशी नकुल दुबे के प्रथम आगमन पर वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच उनका स्वागत किया। नकुल की पहली बैठक में पुरोहितों की मौजूदगी कुछ अलग ही इशारा कर रहीं थी।

सीतापुर संसदीय क्षेत्र से नकुल इकलौते ब्राम्हण प्रत्याशी है, इस सीट पर ब्राम्हण मतदाताओं की खासी संख्या भी है, ऐसे में वह विप्र बन्धुओं को अपनी ओर आकर्षित करना चाहते है। जानकार सूत्र बताते है कि टिकट घोषित हो जाने के बाद नकुल ने जातिगत आकड़ों के आधार पर सीतापुर की सियासत को साधने का प्रयास किया है। इस काम में उनके कई निकट सहयोगी और रिश्तेदार भी कंधे से कंधा मिलाये हुये है।

कचेहरी पहुँच कर अधिवक्ताओं पर डाले डोरे गठबन्धन प्रत्याशी नकुल दुबे ने अधिवक्ताओं पर भी डोरे डालने शुरू कर दिये है। बैठक समाप्त होने के बाद वह अपने समर्थकों के साथ जिला एवं सत्र न्यायालय परिसर पहुँचे और बार सभा कक्ष में अधिवक्ताओं के साथ बैठ कर विचार विमर्श किया। उन्होंने संसदीय चुनाव में अधिवक्ताओं से समर्थन की अपील करते हुये कहा कि यदि वह सांसद निर्वाचित हुये तो अधिवक्ताओं के मान सम्मान का पूरा ख्याल रखा जायेगा। पेशे से अधिवक्ता नकुल वकील साथियों को अपने पक्ष में करने का प्रयास किया। उन्होंने बार के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों से सहयोग की अपेक्षा की। बार अध्यक्ष आनन्द माधव अवस्थी, सचिव विमल मोहन मिश्र, पूर्व अध्यक्ष आशीष मिश्र, सपना त्रिपाठी, दिनेश मौर्या आदि अधिवक्ता मौजूद रहें।

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